हिन्दी, तमिल, कन्नड़ और अन्य फिल्मों के गानों में अपनी खूबसूरत आवाज में लाखों दिलों की जीतने वाली मशहूर गायिका वाणी जयराम का 77 साल की आयु में चेन्नई में शनिवार को निधन हो गया। सिंगर वाणी जयराम का निधन उनके घर में हुआ है। वे अपने घर में मृत पाई गई हैं। सिंगर की मौत कैसे हुई इस बारे में अभी कोई जानकारी सामने नहीं आई है।
वाणी जयराम के निधन पर फिल्म इंडस्ट्रीज में शोक की लहर है। उन्होंने पार्श्वगायिका के तौर पर हाल ही में 50 साल पूरे किए थे और 18 भारतीय भाषाओं में 10 हजार से ज्यादा गीत गाए थे। उन्हें 3 बार बेस्ट प्लेबैक सिंगर का नेशनल फिल्म अवॉर्ड मिला था। उन्हें हाल ही में देश के तीसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।
वाणी जयराम को बतौर हिंदी गायिका पहली बार मौका साल 1971 में मिला। इस साल उन्होंने फिल्म ‘गुड्डी’ में अपनी आवाज दी। इस फिल्म में उन्होंने ‘बोल रे पपीहा’ गाना गाया। इसके बाद उन्होंने एक ‘एक मुठ्ठी आसमां’, ‘खून का बदला खून’ और ‘सोलवा सावन’ जैसी फिल्मों में गाने गाए और ख्याती बटोरी। उन्हें गायकी के लिए कई पुरस्कारों से भी नवाजा जा चुका है।