Gujarat Morbi bridge accident: गुजरात के मोरबी हादसे में मृतकों की संख्या बढ़कर 141 हो गई है। वहीं अभी तक 177 लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है। मृतकों में 25 बच्चे भी शामिल हैं।‌ बताया जा रहा है कि हादसे के वक्त पुल पर 400 से ज्यादा लोग मौजूद थे। अभी भी 50 से अधिक लोग लापता बताए जा रहे हैं। रविवार शाम 6:30 मोरबी में मच्छू नदी पर झूलता हुआ पुल टूट गया था। हादसे के बाद चीख पुकार मच गई। उसके बाद नदी में डूबे लोगों को बचाने के लिए स्थानीय लोग नदी में उतर गए। उन्होंने डूबे लोगों को नदी से बाहर निकाला और मेडिकल टीमों ने उन्हें अस्पतालों तक पहुंचाया।

यह घटना ऐसे समय हुई जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के दौरे पर हैं। 143 साल पुराना यह पुल 6 महीने से बंद था। हाल ही में इसकी मरम्मत की गई थी। 25 अक्टूबर को इसे आम लोगों के लिए खोला गया था। रविवार होने की वजह से भीड़ ज्यादा हो गई। हादसे की यही वजह बताई जा रही है। राजकोट से बीजेपी सांसद मोहनभाई कल्याणजी कुंदारिया के 12 रिश्तेदारो की भी इस हादसे में मौत हो गई है। रविवार को यहां लोग परिवार के साथ घूमने आए थे। तभी ये हादसा हो गया।

सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीम, एंबुलेंस, प्रशासन, डॉक्टरों की टीम मौके पर पहुंच गई। स्थानीय लोगों ने भी रेस्क्यू में मदद की. इसके बाद घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और आसपास का प्रशासन भी मौके पर पहुंचा। पूरी रात रेस्क्यू अभियान चला। आर्मी, नेवी, एयरफोर्स, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की टीमों ने रातभर रेस्क्यू काम किया। ब्रिज मैनेजमेंट कंपनी के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया गया है।‌

राज्य के गृह मंत्री हर्ष संघवी ने सोमवार की सुबह बताया कि इस मामले में आपराधिक केस दर्ज कर लिया गया है और आईजीपी रैंक के अधिकारी के नेतृत्व में इसकी जांच शुरू कर दी गई है। पीड़ित परिवारों को 6-6 लाख मुआवजे का एलान हुआ है। हादसे के बाद राज्य में शोक की लहर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गहरा शोक प्रकट किया है।