IAS nitin sangwan mark sheet

नई दिल्ली : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) तथा काउंसिल फॉर इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (CISCE) सहित ज्यादातर बोर्ड के 10वीं तथा 12वीं बोर्ड की परीक्षाओं के नतीजे निकल चुके हैं। ऐसे में कुछ छात्र-छात्राओं के बहुत अच्छे मार्क्स आये होंगे तो वहीँ कुछ बच्चों के मार्क्स उतने अच्छे नहीं आ पाए होंगे। या फिर कुछ बच्चे परीक्षा में सफल नहीं भी हो पाए होंगे। ऐसे में कम अंक पाने वाले या रिजल्ट ख़राब रहने वाले बच्चे अक्सर डिप्रेशन में चले जाते हैं। ऐसे छात्र/छात्रायें छात्र निराश ना हो, इसके लिए IAS अफसर नितिन सांगवान  ने ट्विटर के माध्यम से अपनी 12वीं CBSE बोर्ड की मार्कशीट शेयर कर यह बताने की कोशिश की है कि कागज की एक शीट पर मार्क्स हमेशा यह परिभाषित नहीं करते हैं कि आप कौन हैं और क्या बनेंगे।

हरियाणा के रहने वाले नितिन सांगवान 2016 बैच के भारतीय प्रशासन सेवा (IAS) अधिकारी हैं। उन्होंने अपनी 12वीं की मार्कशीट सोशल मीडिया (ट्विटर) पर साझा करते हुए लिखा है कि उनके 12वीं (सीबीएसई बोर्ड) परीक्षा में 64.4% अंक आये थे। यही नहीं उनके फिजिक्स में 33 तो केमिस्ट्री में मात्र 24 (पासिंग मार्क्स से मात्र एक नंबर ज्यादा) नंबर आये। उन्होंने आगे लिखा कि केमिस्ट्री के मेरे कम नंबरों ने ये फैसला नहीं लिया कि मुझे जिंदगी में क्या करना है। मुझे क्या करना है, ये फैसला मैंने लिया। बच्चों पर ज्यादा अंकों के लिए दबाव डालना बंद कर दीजिए। जिंदगी बोर्ड परीक्षा के नतीजों से कहीं ज्यादा है। परीक्षा के नतीजे सबकुछ नहीं हैं। उन्होंने अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत की और आखिरकार एक IAS अधिकारी बन गए।

उन्होंने IIT मद्रास से MBA की पढ़ाई पूरी की जिसके बाद उन्हें Infosys चंडीगढ़ में प्लेसमेंट मिल गया। इसी दौरान नितिन ने UPSC की तैयारी करने का फैसला किया। उन्होंने UPSC 2015 में 28वीं रैंक हासिल की थी और उस समय वह IRS के पद पर कार्यरत थे। नितिन ने कभी अपने 12वीं के खराब प्रदर्शन को जीवन का आधार नहीं बनाया और निरंतर मेहनत करते रहे जिसका नतीजा है की आज वह एक सफल IAS अधिकारी हैं। वह वर्तमान में स्मार्ट सिटी, अहमदाबाद, गुजरात के उप नगर आयुक्त और सीईओ के रूप में तैनात हैं। हरियाणा के चरखी दादरी से आने वाले नितिन सांगवान को राष्ट्रपति के हाथों संघ भावना पुरस्कार मिल चुका है। यह पुरस्कार प्रशिक्षण के दौरान कुशल नेतृत्व क्षमता, समूह में कार्य करने के कौशल एवं सहयोग भावना को देखते हुए पूरे बैच में से एक ही आईएएस को दिया जाता है।