करीब डेढ़ महीने पहले ब्रिटेन की लिज ट्रस सरकार में भारतीय मूल की सुएला ब्रेवरमैन गृहमत्री बनी थीं। सुएला को ब्रिटेन में होम मिनिस्टर का पद मिलने पर देशवासियों ने खुशी जताई थी। लेकिन सुएला को 43 दिन के अंदर ही गृह मंत्री के पद से ‘इस्तीफा’ देना पड़ा है। सुएला ब्रेवरमैन के इस्तीफा देने का बड़ा कारण उनका भारत विरोधी बयान बना। उनके बयान के बाद भारत सरकार ने भी कड़ी नाराजगी जताई थी।
बता दें कि भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार संधि पर अपने बयान से विवादों में आईं गृह मंत्री सुएला ब्रेवरमैन ने बुधवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इससे पहले लिज ट्रस ने वित्त मंत्री क्वासी क्वार्टेंग को मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया था। एक साथ दो मंत्रियों के हटने के बाद खुद प्रधानमंत्री लिज ट्रस की कुर्सी भी खतरे में हैं और कंजरवेटिव पार्टी में उन्हें हटाए जाने की मुहिम चल रही है। एक बार फिर भारतीय मूल के ऋषि सुनक प्रधानमंत्री पद की दौड़ में आगे हो गए हैं। कंजरवेटिव पार्टी के नेता ग्रांट शैप्स ब्रिटेन के नए गृह मंत्री होंगे। शैप्स ने पार्टी में हुए प्रधानमंत्री पद के चुनाव में ऋषि सुनक का खुलकर समर्थन किया था। उन्हें प्रधानमंत्री लिज ट्रस का आलोचक माना जाता है।
बता दें कि सुएला गोवा में जन्मे पिता और तमिल मूल की मां की संतान हैं। 42 वर्षीय सुएला ब्रेवरमैन ने अपना इस्तीफा ट्वीट भी किया है। उन्होंने ब्रिटेन की गृह मंत्री के रूप में केवल 43 दिन कार्य किया। इस दौरान भारतीय वीजा को लेकर उनका बयान खासा विवाद में आया। ब्रेवरमैन ने कहा जैसे ही मुझे अपनी गलती का अहसास हुआ तो मैंने कैबिनेट सचिव को इसकी जानकारी दी। गृह मंत्री पद से जुड़ी जिम्मेदारियों को देखते हुए मेरा इस्तीफा देना ही सही कदम है।
सरकार का काम अपनी गलतियों के लिए जिम्मेदारी स्वीकार करने वालों पर निर्भर करता है। ऐसा दिखावा करना कि हमने गलतियां नहीं की, इस तरह आगे बढ़ना जैसे किसी ने इसे नहीं देखा कि हमने गलतियां की। यह उम्मीद करना की चीजें जादुई रूप से ठीक हो जाएंगी, मैंने गलती की, मैं इसकी जिम्मेदारी लेती हूं और इस्तीफा देती हूं। ब्रेवरमैन ने कहा कि प्रधानमंत्री ट्रस देश की अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए कड़ी मेहनत कर रही हैं। इसीलिए उन्होंने टैक्स कटौती का फैसला वापस लिया था।
भारत के साथ मुक्त व्यापार संधि के बयान को लेकर सुएला ब्रेवरमैन चर्चा में आईं थीं
इसी महीने की शुरुआत में ब्रिटेन की गृहमंत्री सुएला ब्रेवरमैन भारत के साथ होने वाले मुक्त व्यापार संधि को लेकर तीखा बयान देकर चर्चा में आई थीं। गृह मंत्री सुएला ने एफटीए के तहत भारत के लिए ‘खुली सीमाओं’ की पेशकश पर चिंता जताई थी। उन्होंने कहा था भारत के साथ एक व्यापार समझौते से यूनाइटेड किंगडम में प्रवासियों की संख्या में वृद्धि होगी। उनकी टिप्पणी उस समय आई थी, जबकि भारत और ब्रिटेन एक मुक्त व्यापार समझौते पर बातचीत कर रहे थे। सुएला ने कहा था कि कई भारतीय वीजा अवधि खत्म होने के बाद भी ब्रिटेन नहीं छोड़ते जिससे दबाव बढ़ रहा है।
ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने एफटीए के लिए इस साल दिवाली तक की समय सीमा तय की थी। हालांकि, अब इस समय तक समझौता होने की संभावना कम होती जा रही है। सुएला ब्रेवरमैन द्वारा वीजा ओवरस्टेयर्स पर कार्रवाई को लेकर की गई टिप्पणियों से भारत सरकार के नाराज होने के बाद भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) कथित तौर पर टूटने की कगार पर है। ब्रिटेन की एक मीडिया रिपोर्ट में यह दावा किया गया था।
हालांकि इस समझौते को लेकर अभी भी दोनों देशों के बीच बातचीत जारी है। इसके साथ सुएला ने अपनी ही सरकार पर निशाना साधा था। ब्रेवरमैन ने कहा कि उन्हें सरकार के निर्देश पर संदेह था। उन्होंने कहा कि हमने न केवल अपने वोटर्स से किए गए प्रमुख वादों को तोड़ा है बल्कि घोषणापत्र के वादों को पूरा करने के लिए इस सरकार की प्रतिबद्धता के बारे में मुझे गंभीर चिंता है, जिनमें प्रवासियों की संख्या कम करना और अवैध प्रवास को रोकना।
शंभू नाथ गौतम