नई दिल्ली: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के चेयरमैन के. सिवान ने दूरदर्शन को दिए अपने इंटरव्यू में कहा हालांकि हमारा चंद्रयान 2 के लैंडर से संपर्क टूट चुका है, लेकिन लैंडर से दोबारा संपर्क साधने की कोशिश की जा रही है। लैंडर से दोबारा संपर्क स्थापित करने के लिए हम अगले 14 दिनों तक प्रयास करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि भले ही चंद्रयान-2 के लैंडर ‘विक्रम’ के चांद की सतह को छूने से चंद मिनटों पहले जमीनी स्टेशन से उसका संपर्क टूट गया हो पर उम्मीदें अभी कायम हैं। उन्होंने बताया कि चंद्रयान-2 मिशन 95 फीसदी सफल रहा है। चंद्रयान-2 का ऑर्बिटर 7.5 साल तक काम कर सकता है। उन्होंने कहा कि लैंडर के पहले चरण को सफतता पूर्वक पूरा किया गया।
‘विक्रम लैंडर चंद्रमा की सतह से 2.1 किलोमीटर की ऊंचाई तक सामान्य तरीके से नीचे उतरा। इसके बाद लैंडर का धरती से संपर्क टूट गया। आंकड़ों का विश्लेषण किया जा रहा है. अभी सबकुछ खत्म नहीं हुआ है।
Indian Space Research Organisation (ISRO) Chief, K Sivan: In total, the #Chandrayaan2 mission is very close to 100% success. (Courtesy: DD) pic.twitter.com/CQULoiDcRO
— ANI (@ANI) September 7, 2019