Karnataka BJP MLA's son arrested

Karnataka BJP MLA’s son arrested: कर्नाटक विधानसभा चुनाव होने में 2 महीने रह गए हैं। ऐसे में भाजपा राज्य में चुनाव की तैयारियों में लगी हुई है। विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा विधायक के बेटे ने पार्टी की किरकिरी करा दी। कर्नाटक में गुरुवार को लोकायुक्त ने भाजपा विधायक मदल वीरुपक्षप्‍पा के बेटे प्रशांत कुमार को 40 लाख रुपए घूस लेते गिरफ्तार किया। जिसके बाद उसके कार्यालय और विधायक के आवास पर छापेमारी की। प्रशांत की गिरफ्तारी पिता के बेंगलुरु स्थित कर्नाटक सोप एंड डिटर्जेंट लिमिटेड से दफ्तर से हुई।

लोकायुक्त ने केएसडीएल दफ्तर और प्रशांत के घर पर छापा मारा तो 8 करोड़ कैश बरामद हुआ। गिनती करने के बाद अफसरों ने नोटों के बंडल बिस्तर पर रख दिए। भाजपा विधायक मदल वीरुपक्षप्पा ने कर्नाटक सॉप एड डिटर्जेंट लिमिटेड के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा कि जिस टेंडर के मामले में बेटे ने घूस ली, उसमें मैं शामिल नहीं हूं। लोकायुक्त अधिकारियों के मुताबिक, प्रशांत कर्नाटक एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस के 2008 बैच के अधिकारी हैं। उन्होंने साबुन और अन्य डिटर्जेंट बनाने के लिए कच्चे माल को खरीदने की डील के लिए एक ठेकेदार से 80 लाख रुपए की डिमांड की थी।

जिसके बाद ठेकेदार ने इसकी शिकायत लोकायुक्‍त से की थी। शिकायत पर लोकायुक्त ने प्रशांत को रंगे हाथ पकड़ने के लिए योजना बनाई। अधिकारी ने बताया कि केएसडीएल के चेयरमैन और भाजपा विधायक मदल वीरुपक्षप्‍पा ओर से ये रकम ली गई है। ऐसे में रिश्वत लेने के इस मामले में पिता और पुत्र दोनों आरोपी हैं। प्रशांत के पिता मदल वीरुपक्षप्‍पा कर्नाटक के दावणगेरे जिले के चन्‍नागिरी से विधायक हैं। उन्होंने कहा- मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। इसकी जानकारी मुझे मीडिया के जरिए मिली। इस बारे में मैंने अपने बेटे से बात नहीं की है, क्योंकि वह अब लोकायुक्त की कस्टडी में है। मैं किसी टेंडर में शामिल नहीं हूं।

वहीं इसको लेकर कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कर्नाटक सरकार पर निशाना साधा है। सुरजेवाला ने लिखा, “40 फीसदी सरकार की लूट जारी है। मैसूर सैंडल सोप की सुगंध में भी भ्रष्टाचार! 40 लाख की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार और अब बीजेपी विधायक के बेटे के घर से छह करोड़ रुपये कैश बरामद। पिता चेयरमैन है बेटा रुपये लेता है। भाजपा का मधुर भ्रष्ट गठजोड़। बता दें कि राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव में विपक्षी पार्टी इस मुद्दे को चुनाव में जरूर उठाएगी।