Colonel Viplav Tripathi Manipur attack

मणिपुर में शनिवार को आतंकियों ने सेना के काफिले पर घात लगाकर हमला कर दिया. इस हमले में सेना के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल विप्लव त्रिपाठी, उनकी पत्नी और बेटे ने मौके पर ही दम तोड़ दिया. जबकि सेना के चार अन्य जवान भी शहीद हुए हैं. रक्षा सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक यह हमला इस क्षेत्र में अब तक का सबसे घातक हमलों में से एक है. घटना शनिवार सुबह करीब 10 बजे मणिपुर के चुराचांदपुर जिले में म्यांमार सीमा के पास हुई. सूत्रों के मुताबिक 46 असम राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल विप्लव त्रिपाठी शनिवार को एक फॉरवर्ड कैंप गए थे और वहां से वापस लौट रहे थे जब उनके काफिले पर घात लगाकर हमला किया गया.

अभी तक इस हमले की आधिकारिक तौर पर किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन कहा जा रहा है कि मणिपुर की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने इसे अंजाम दिया है. इस आतंकी संगठन का जन्म 1978 में हुआ था और तभी ये कई मौकों पर ऐसे हमले कर चुका है. लेकिन शनिवार को हुए इस हमले को अब तक का सबसे घातक अटैक माना जा रहा है.

केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर के कहा, “मणिपुर के चुराचांदपुर में असम राइफल्स के काफिले पर हुआ कायर्तापूर्ण हमला बेहद दर्दनाक और निंदनीय है. देश ने सीओ 46 एआर समेत पांच बहादुर जवानों और दो परिवार के सदस्यों को खो दिया है. शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं. जल्द ही दोषियों को के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.”

पीएम मोदी ने की निंदा

पीएम मोदी ने कहा कि मणिपुर में असम राइफल्स के काफिले पर हुए हमले की कड़ी निंदा करता हूं. मैं उन सैनिकों और परिवार के सदस्यों को श्रद्धांजलि देता हूं जो आज शहीद हुए हैं. उनके बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा. दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं.

वहीँ मणिपुर के मुख्यमंत्री एम बीरेन सिंह ने इस घटना को कायरतापूर्ण बताते हुए कहा, “46 असम राइफल्स के काफिले पर हुए इस कायराना हमले की कड़ी निंदा करता हूं. इसमें सुरक्षाबल के जवानों के साथ कमांडिंग अफसर और उनके परिवार की भी जान गई. राज्य के सुरक्षाबल और पैरा मिलिट्री इन आतंकियों को खोजने के काम में जुटे हैं. हमले को अंजाम देने वालों को बख्शा नहीं जाएगा.”