Microsoft Cloud Outage: भारत समेत दुनियाभर में Microsoft Cloud सर्विस के डाउन होने के कारण माइक्रोसॉफ्ट के यूजर्स को बड़े पैमाने पर परेशानी का सामना करना पड़ा। इसका असर एयरपोर्ट, बैंक, हॉस्पिटल से लेकर इमरजेंसी सर्विसेज तक पड़ा। दुनियाभर के तमाम बैंक, बिजनेस, एयरलाइन क्लाउड सर्वर पर निर्भर हैं। Microsoft Cloud के डाउन होने के कारण भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया समेत दुनियाभर की सैकड़ों फ्लाइट कैंसिल हुई हैं और कईयों का समय बदला गया है। एयरलाइंस कंपनियों ने अपने यात्रियों के इस आउटेज के कारण सेवाओं में हो रही देरी को लेकर एडवाइजरी जारी की है। भारत में इंडिगो, आकासा और स्पाइसजेट जैसी एयरलाइंस की सेवाएं बंद हैं।
इंटरनेट व्यवधान पर नजर रखने वाली वेबसाइट ‘डाउनडिटेक्टर’ पर यूजर्स ने विभिन्न सेवाओं में व्यवधान के बारे में बताया है। वैश्विक स्तर पर, माइक्रोसॉफ्ट क्लाउड व्यवधान के कारण अमेरिकी एयरलाइनों को उड़ानें रद्द करनी पड़ीं। कंप्यूटर संबंधी समस्याओं के कारण यूनाइटेड किंगडम में एयरलाइंस, रेलवे और टेलीविजन स्टेशन पर काम बाधित हुआ। विडोंज बेस्ट कम्प्यूटर अचानक बंद होने लगे। बता दें कि अधिकतर कंपनियां क्लाउड सर्वर का इस्तेमाल कर रही हैं और इस वक्त क्लाउड सर्विस देने वाली तीन प्रमुख कंपनियां हैं जिनमें माइक्रोसॉफ्ट, अमेजन और गूगल शामिल हैं।
इन एयरलाइंस की सेवाएं हुईं ठप
भारत में इंडिगो, स्पाइसजेट और आकासा एयरलाइंस की सेवाएं प्रभावित हुई हैं। भारत के अलावा अमेरिका में Frontier, Allegiant और SunCountry जैसी बड़ी एयरलाइंस कंपनियों की सेवाएं माइक्रोसॉफ्ट क्लाउड आउटेज के कारण ठप हो गई हैं। इस आउटेज के कारण एयरलाइंस कंपनियों के बुकिंग, चेक-इन, बोर्डिंग, वेब चेक-इन जैसी सभी सेवाएं प्रभावित हुईं हैं।
दिल्ली एयरपोर्ट ने की अपील
इस आउटेज पर दिल्ली एयरपोर्ट ने कहा, “वैश्विक आईटी आउटेज के कारण दिल्ली हवाई अड्डे पर कुछ सेवाएं अस्थायी रूप से प्रभावित हुईं। हम अपने यात्रियों को असुविधा कम करने के लिए अपने पार्टनर के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। यात्रियों से अनुरोध है कि वे एयरलाइन के संपर्क में रहें।”
बैंक से लेकर बिजनेस तक ठप
माइक्रोसॉफ्ट क्लाउड आउटेज के कारण दुनिया के कई बैंकों के काम भी ठप पड़ गए हैं। इसके अलावा वे बिजनेस भी प्रभावित हुए हैं जो क्लाउड पर निर्भर थे। कई मीडियाहाउस की वेबसाइट के भी ठप होने की खबर है। इसके कारण कई बिजनेस के आईटी नेटवर्क प्रभावित हुए हैं।
लैपटॉप, सिस्टम पर ब्लू स्क्रीन ऑफ डेथ
हालांकि बाद में कंपनी ने कथित तौर पर कहा कि मध्य अमेरिकी क्षेत्र में उसके क्लाउड सेवा व्यवधान का समाधान हो गया है। टीवी चैनलों, बैंकों, हास्पिटल, एयरपोर्ट और इमरजेंसी सर्विसेज को प्रभावित करने वाला वैश्विक साइबर आउटेज साइबर सुरक्षा फर्म क्राउडस्ट्राइक से जुड़ा है। आईटी सुरक्षा फर्म क्राउडस्ट्राइक ने शुक्रवार को एक रिकॉर्डेड फोन मैसेज जारी किया । इसमें कहा गया कि उसे माइक्रोसॉफ्ट के विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम पर उसके फाल्कन सेंसर से संबंधित क्रैश की रिपोर्ट की जानकारी है। इस गड़बड़ी के कारण यूजर्स को कम्प्यूटर और लैपटॉप की स्क्रीन पर ‘ब्लू स्क्रीन ऑफ डेथ’ संदेश दिखाई दे रहे थे।
यह सब एक अपडेट कारण हुआ है जिससे दुनियाभर में माइक्रोसॉफ्ट के विंडोज कंप्यूटर प्रभावित हुए हैं। हाल ही में माइक्रोसॉफ्ट ने एक अपडेट जारी किया था लेकिन उस अपडेट को CrowdStrike ने रिलीज किया था और सारा खेल इसी CrowdStrike के कारण ही हुआ है। आइए जानते हैं कि आखिर यह CrowdStrike है क्या?
क्या है CrowdStrike के कारण हो रही दिक्कत?
देखा जाए तो यह आउटेज सीधे तौर पर माइक्रोसॉफ्ट के कारण नहीं, बल्कि माइक्रोसॉफ्ट पीसी और तमाम कंपनियों को साइबर सिक्योरिटी सर्विस देने वाले प्लेटफॉर्म CrowdStrike के डाउन होने के कारण है। CrowdStrike एक ऐसी कंपनी है जो क्लाउड आधारित साइबर सिक्योरिटी की सुविधा देती है। इस कंपनी की सेवा लेने वाले यूजर्स का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि इसके एक बग के कारण पूरी दुनिया 50 साल पीछे चली गई है। हाथ से लिखकर बोर्डिंग पास दिए जा रहे हैं।
आसान भाषा में कहें तो CrowdStrike एक क्लाउड आधारित एंटीवायरस है। CrowdStrike साइबर खतरों को चेक करने के लिए एआई और Falcon का इस्तेमाल करता है। CrowdStrike का सॉफ्टवेयर कंपनियों के सिस्टम को साइबर अटैक से बचाता है। खास बात यह है कि CrowdStrike ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरीके से साइबर सिक्योरिटी देता है।
CrowdStrike के सीईओ ने कहा- सेवा जल्द होगी बहाल
CrowdStrike ने अपनी गलती स्वीकार की है। कंपनी के सीईओ ने कहा है कि एरर की पहचान कर ली गई है और जल्द ही इसे दूर करने के लिए एक अपडेट रिलीज जा रहा है। CrowdStrike के इस अपडेट के कारण भारत के कई अस्पताल भी प्रभावित हुए हैं।