नई दिल्ली: लोकसभा चुनावों में बीजेपी और एनडीए को ऐतिहासिक विजय के बाद शनिवार को संसद के सेन्ट्रल हॉल में नवनिर्वाचित सांसदों द्वारा सर्वसम्मति से नरेंद्र मोदी को विधिवत बीजेपी और एनडीए के संसदीय दल का नेता चुना गया। मोदी-मोदी के नारों के साथ सबसे पहले नरेंद्र मोदी को बीजेपी संसदीय दल का नेता चुना गया और उसके बाद एनडीए संसदीय दल का नेता चुना गया। संसदीय दल का नेता चुने जाने के बाद नरेंद्र मोदी ने लालकृष्ण आडवाणी का पैर छूकर आशीर्वाद लिया। बीजेपी की तरफ से पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने संसदीय दल के नेता के लिए नरेन्द्र मोदी के नाम का प्रस्ताव रखा. सभी सदस्यों ने तालियों से इसका स्वागत किया। राजनाथ सिंह और नितिन गडकरी ने प्रस्ताव का अनुमोदन किया। उसके बाद बीजेपी के सभी नवनिर्वाचित संसद सदस्यों ने हाथ उठाकर मोदी-मोदी के नारों के साथ प्रस्ताव का समर्थन किया। इसके साथ ही बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने सर्वसम्मति से नरेंद्र मोदी को बीजेपी संसदीय दल का नेता चुने जाने का ऐलान किया। सूत्रों के मुताबिक नरेंद्र मोदी 30 मई को दुबारा प्रधानमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं।
बीजेपी के संसदीय दल का नेता चुने जाने के बाद नरेंद्र मोदी को एनडीए संसदीय दल का नेता भी चुन लिया गया। एनडीए की तरफ से शिरोमणि अकाली दल के प्रकाश सिंह बादल ने नरेन्द्र मोदी को एनडीए संसदीय दल का नेता चुने जाने का प्रस्ताव रखा। जिसका सभी घटक दलों ने पत्र लिखकर समर्थन किया। इसके बाद हॉल में मौजूद सभी लोगों ने खड़े होकर तालियों की गड़गड़ाहट के बीच पीएम पद के लिए नरेंद्र मोदी के नाम का समर्थन किया।
इस अवसर पर बीजेपी सांसदों के अलावा एनडीए घटक दलों के मुखिया अकाली दल के संस्थापक प्रकाश सिंह बादल, जेडीयू प्रमुख नीतीश कुमार, एलजेपी प्रमुख राम विलास पासवान, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और AIADMK के ई. पलनिसामी सहित सभी नवनिर्वाचित सांसद मौजूद रहे।
#WATCH live from Delhi: Narendra Modi addresses the NDA meeting. https://t.co/zBlXOqSt3F
— ANI (@ANI) May 25, 2019
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