Lata Mangeshkar Death anniversary: स्वर कोकिला और महान गायिका लता मंगेशकर की आज पहली पुण्यतिथि है। इस मौके पर देश और विदेशों में बसे करोड़ों प्रशंसक लता जी को याद करते हुए श्रद्धांजलि दे रहे हैं। लता मंगेशकर आज भले ही इस दुनिया में नहीं है लेकिन उनके गाए हजारों गाने देश और दुनिया भर में सुने जाते हैं। लता मंगेशर का जन्म इंदौर में 28 सितंबर 1929 को हुआ था। उनके पिता पं. दीनानाथ मंगेशकर संगीत की दुनिया के जाने पहचाने नाम थे।
1942 में लता दीदी के पिता का निधन हो गया। उनके चले जाने से परिवार की पूरी जिम्मेदारी छोटी उम्र की लता के कंधे पर आ गई। घर में मां के साथ चार भाई-बहन आशा भोसले, उषा मंगेशकर, मीना मंगेशकर, हृदयनाथ मंगेशकर मौजूद थे। 1948 में लता दीदी ने फिल्म महल का गाना आएगा आने वाला गाया था। इस गाने को मधुबाला पर फिल्माया गया था। ये वही गाना था जिसने लता दीदी को हिंदी सिनेमा में बतौर सिंगर पहचान दिलवाई।
उन्होंने करीब 20 भारतीय भाषाओं में करीब 50 हजार गाने गाए हैं। यह किसी भी गायक के लिए एक रिकॉर्ड है। इसके लिए साल 1974 में उनका नाम गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड में भी दर्ज हुआ था, तब उन्होंने 25 हजार से ज्यादा गाने रिकॉर्ड कर लिए थे। भारतीय फिल्म इंडस्ट्री की इतिहास में एक दौर ऐसा भी था, जब लता मंगेशकर के गानों के बिना फिल्में बनती ही नहीं थी। उनकी आवाज फिल्म की सफलता की गारंटी हुआ करती थी। कई मशहूर अभिनेत्रियों को सफल बनाने में उनकी आवाज की बड़ी भूमिका है।
लता मंगेशकर की पहली पुण्यतिथि के मौके पर मुंबई समेत देश के कई शहरों में कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। सेंड आर्टिस्ट सुदर्शन पटनायक ने ओडिशा के पुरी समुद्र तट पर उनकी मूर्ति बनाई है। लता मंगेशकर की रेत बनी गई ये मूर्ति करीब 6 फीच ऊंची है। इसके साथ ही उन्होंने इस मूर्ति के साथ उन्होंने लिखा है ‘भारत रत्न लता जी को श्रद्धांजलि, मेरी आवाज ही पहचान है। 6 फरवरी, 2022 को प्रसिद्ध गायक भारत रत्न मंगेशकर का निधन हो गया।
उनकी मृत्यु के बाद भी उनके खूबसूरत गीतों ने उन्हें अमर बनाए रखा है। लता के गानों की वजह से विदेशों में भी उनके करोड़ों फैन हैं। बता दें कि लता जी को भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ से नवाजा गया था। वो पद्म विभूषण, पद्म भूषण और दादा साहेब फाल्के सम्मान से भी सम्मानित हो चुकी थीं। उनके नाम कई नेशनल फिल्म अवॉर्ड और फिल्म फेयर अवॉर्ड भी दर्ज हैं।