Nobel Prize to Julius and Patapocian of America : दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित नोबेल पुरस्कार देने की शुरुआत हो गई है। साल 2021 का नोबेल पुरस्कार चिकित्सा क्षेत्र में अमेरिका के डेविड जूलियस और आर्डम पाटापोशियन को देने की घोषणा की गई है। इस प्रतिष्ठित पुरस्कार में एक स्वर्ण पदक और एक करोड़ स्वीडिश क्रोनर (करीब 11.4 लाख अमेरिकी डॉलर) दिए जाते हैं। पुरस्कार की राशि स्वीडिश आविष्कारक अल्फ्रेड नोबेल द्वारा छोड़ी गई वसीयत से दी जाती है। स्वीडन के महान वैज्ञानिक अल्फ्रेड नोबेल का सन 1895 में निधन हो गया था। नोबेल फाउंडेशन द्वारा अल्फ्रेड नोबेल की याद में वर्ष 1901 में शुरू किया गया यह पुरस्कार विश्व का सर्वोच्च पुरस्कार है।
बता दें कि डेविड जूलियस ने त्वचा के तंत्रिका के अंत में एक सेंसर की पहचान करने के लिए मिर्च से एक तीखा यौगिक, जो जलन पैदा करता है। कैप्साइसिन का उपयोग किया है। जो गर्मी के प्रति प्रतिक्रिया करता है। इसके साथ ही आर्डम पाटापोशियन ने सेंसर के एक नोवेल वर्ग की खोज के लिए दबाव-संवेदनशील कोशिकाओं का उपयोग किया जो त्वचा और आंतरिक अंगों में यांत्रिक उत्तेजनाओं को रिस्पांड करते हैं। इन वैज्ञानिकों ने गहन शोध गतिविधियों को शुरू किया जिससे यह समझने में तेजी से वृद्धि हुई कि तंत्रिका तंत्र गर्मी, ठंड और यांत्रिक उत्तेजनाओं को कैसे महसूस करता है।
आर्डम पाटापोशियन स्क्रिप्स रिसर्च, कैलिफोर्निया में प्रोफेसर हैं। इससे पहले वह कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी, सैन फ्रांसिस्को और कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में रिसर्च कर चुके हैं। 1967 में जन्मे पाटापोशियन आर्मेनियन माता-पिता की संतान हैं। इनका जन्म लेबनान में हुआ था। डेविड जूलियस का जन्म साल 1955 में अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में हुआ, उन्होंने 1984 में कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी, बर्कले से पीएचडी की डिग्री हासिल की है। इस समय वे यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, सेन फ्रांसिस्को में प्रोफेसर हैं। वह न्यूयॉर्क के कोलंबिया यूनिवर्सिटी में काम कर चुके हैं।
इन पुरस्कारों की शुरुआत सबसे पहले मेडिसिन के नोबेल से की जाती है। इसके बाद फिजिक्स और केमिस्ट्री का नोबेल दिए जाने की परंपरा है। बाद में साहित्य, शांति और फिर अर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कार दिए जाते हैं। अर्थशास्त्र के नोबेल की घोषणा 11 अक्टूबर को की जाएगी।