मल्लिकार्जुन खड़गे, शशि थरूर

कांग्रेस अध्यक्ष पद की दौड़ में मलिकार्जुन खड़गे, शशि थरूर और केएन त्रिपाठी ने शुक्रवार को नामांकन पत्र दाखिल किए। आज तीसरे उम्मीदवार केएन त्रिपाठी का नामांकन रद हो गया है। अब यह चुनाव खड़गे बनाम थरूर हो गया है। कांग्रेस के पसंदीदा उम्मीदवार के तौर पर खड़गे ही उभरे हैं। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस अध्यक्ष पद के उम्मीदवार मल्लिकार्जुन खड़गे अब राज्यसभा में नेता विपक्ष नहीं रहेंगे। खड़गे ने राज्यसभा में विपक्ष के नेता पद से सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चुनावी मैदान में उतरने की वजह से खड़गे ने यह फैसला लिया है।

बता दें कि कर्नाटक से ताल्लुक रखने वाले मल्लिकार्जुन खड़गे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं। खड़गे ने डेढ़ साल पहले फरवरी 2021 में राज्यसभा में नेता विपक्ष का पद संभाला था। पार्टी अध्यक्ष चुने जाने के बाद मल्लिकार्जुन खड़गे को राज्यसभा में विपक्ष के नेता के पद से इस्तीफा देना ही होगा। कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ रहे मल्लिकार्जुन खड़गे ने राज्यसभा में नेता विपक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफा देने के बाद मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि कांग्रेस के एक नेता एक पद के नियम के तहत उन्होंने यह कदम उठाया है। मल्लिकार्जुन खड़गे राज्यसभा के सभापति और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को अपना इस्तीफा दे सौंपा है।

उदयपुर में हुए कांग्रेस चिंतन शिविर में ये फैसला लिया गया था कि कोई भी व्यक्ति पार्टी में दो पदों पर नहीं होगा। यानी दूसरे पद से पहले किसी भी नेता को अपने मौजूदा पद से इस्तीफा देना पड़ेगा। बता दें कि कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को राजनीति में 50 सालों से अधिक का अनुभव है। उन्होंने गांधी परिवार का करीबी माना जाता है। 80 वर्षीय मल्लिकार्जुन खड़गे 9 बार विधायक और 3 बार सांसद रह चुके हैं। इसके अलावा मल्लिकार्जुन खड़गे साल 2020 में कर्नाटक से राज्यसभा के लिए निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं।

राज्यसभा में गुलाम नबी आजाद का कार्याकाल समाप्त होने के बाद उन्हें साल 2021 में राज्यसभा में विपक्ष के नेता के तौर पर चुना गया था। नामांकन पत्र वापस लेने की अंतिम तारीख आठ अक्टूबर है। कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए 17 अक्टूबर को मतदान होगा और परिणाम 19 अक्टूबर को घोषित होंगे।