Tawang case

अरुणाचल प्रदेश के तवांग में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हुई झड़प के बाद संसद के शीतकालीन सत्र में लगातार विपक्ष सदन में मोदी सरकार से जवाब मांग रहा है। कई दिनों से सत्र की कार्यवाही के दौरान कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों के नेताओं ने शोर-शराबा और हंगामा कर रहे हैं। आज कांग्रेस समेत 12 विपक्षी दलों के नेताओं ने संसद परिसर में गांधी परिवार के सामने प्रदर्शन किया। इस विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस की चेयरपर्सन सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे भी मौजूद रहे। सभी विपक्षी नेताओं की मांग है कि तवांग झड़प मामले में संसद में विस्तार से चर्चा होनी चाहिए।

सोनिया गांधी ने कहा, सरकार अडिग है और इस पर चर्चा नहीं कर रही है। जनता और सदन वास्तविक स्थिति जानने में असमर्थ हैं। सरकार चीनी अतिक्रमण का वित्तीय जवाब क्यों नहीं भेज रही है। सोनिया ने सरकार से चीन को लेकर ऐसे ही कई तीखे सवाल किए। सोनिया गांधी ने कहा कि चीन की तरफ से सीमा पर अतिक्रमण गंभीर चिंता का विषय है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि तवांग झड़प मामले में प्रधानमंत्री को अपनी चुप्पी तोड़नी चाहिए। हम चाहते हैं कि इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री संसद में आकर जवाब दें। कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि हम सेना की आलोचना नहीं कर रहे हैं। हम सेना के साथ हैं, लेकिन सवाल देश की पॉलीटिकल लीडरशिप के बारे में है।

हम बस इतना चाहते हैं कि सरकार बॉर्डर की स्थिति पर चर्चा करके देश के लोगों के भरोसे में ले। कांग्रेस संसदीय दल की बैठक में संसद परिसर के अंदर गांधी प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान सांसद हाथों में तख्तियां लेते हुए दिखे, जिनमें लिखा था- चीन पर चुप्पी कब तोड़ोगे मोदी जी । अरुणाचल प्रदेश में तवांग सेक्टर में पिछले दिनों चीन और भारत के जवानों के बीच हुई झड़प के बाद विपक्ष और सरकार आमने सामने हैं। इस मुद्दे पर संसद में भी रोजाना हंगामा हो रहा है। वहीं, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी समेत कई विपक्षी दलों ने सरकार पर चीन को सशक्त करने का आरोप लगाया है।

विपक्ष की मांग है कि सरकार को चीन के साथ तुरंत व्यापार बंद कर देना चाहिए, जिससे चीन को आर्थिक रूप से नुकसान उठाना पड़े। कांग्रेस समेत 12 विपक्षी दलों के प्रदर्शन को लेकर केंद्रीय संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि विपक्ष को बीच-बीच में गांधीजी की याद आती है। अच्छा है। कांग्रेस को याद रखना चाहिए कि उनके कार्यकाल में क्या हुआ था जमीन कितनी गई थी।

बता दें कि बीते 9 दिसंबर को अरुणाचल प्रदेश के तवांग क्षेत्र में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी। इसे लेकर विपक्ष लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर है और संसद में चर्चा की मांग कर रहा है। हालांकि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह एक बार संसद में इस पूरी झड़प को लेकर स्पष्ट बयान दे चुके हैं।