return of Indian students trapped in Ukraine

Fourth day of Russia-Ukraine war : रूस और यूक्रेन के बीच आज जंग का चौथा दिन है। हर दिन दोनों देशों के बीच युद्ध बढ़ता जा रहा है। रविवार को भी संघर्ष विराम को लेकर दोनों ओर से कोई सकारात्मक पहल नहीं देखने को मिली है। वहीं दूसरी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन सरकार पर बातचीत करने के लिए दबाव बनाए हुए हैं। लेकिन यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की मोर्चे पर डटे हुए हैं। अगर भारत की बात करें तो केंद्र सरकार रूस और यूक्रेन के बीच जंग को लेकर लगभग मौन की स्थिति में है। फिलहाल केंद्र की सबसे बड़ी चुनौती यूक्रेन में फंसे भारतीयों को सकुशल वतन वापसी की है। भारत सरकार ‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत नागरिकों और छात्रों को विमान से स्वदेश ला रही है।

सबसे खास बात है कि इसमें पाकिस्तान भी भारत की मदद करने के लिए आगे आया है। एयर इंडिया की फ्लाइट से छात्र भारत आ रहे हैं। भारतीय स्टूडेंट्स को रोमानिया और हंगरी के रास्ते भारत लाया जा रहा है। रोमानिया के बुखारेस्ट से एयर इंडिया की एक फ्लाइट रविवार को दिल्ली पहुंची। इस फ्लाइट को स्पेशल चार्टर्ड फ्लाइट के तौर पर संचालित किया गया था। विमान के पायलट कैप्टन अचिंत भारद्वाज बताया कि पाकिस्तान सहित सभी एयर ट्रैफिक कंट्रोल ने इवैक्यूएशन मिशन में साथ दिया है। कैप्टन भारद्वाज ने कहा कि हमें रोमानिया से लेकर दिल्ली तक, तेहरान के रास्ते पाकिस्तान तक सभी एयर ट्रैफिक कंट्रोल नेटवर्क ने सहयोग दिया। पाकिस्तान ने भी हमें बिना कारण पूछे ही सीधा हवाई रास्ता दिया।

250 भारतीयों के साथ एयर इंडिया का दूसरा विमान बुखारेस्ट से दिल्ली पहुंचा। इससे पहले 219 भारतीयों को लेकर एयर इंडिया का पहला विमान शनिवार शाम मुंबई हवाई अड्डे पर उतरा था। वह विमान भी रोमानिया के बुखारेस्ट से भारतीयों को लेकर आया था। बता दें कि दिल्ली एयरपोर्ट पर नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भारतीय छात्रों को फूल देकर स्वागत किया। इसी बीच यूक्रेन ने दावा किया है कि अब तक लड़ाई में लगभग 4,300 रूसी सैनिक मारे गए हैं। साथ ही लगभग 146 टैंक, 27 विमान और 26 हेलीकॉप्टर को तबाह कर दिया गया है।