शंभू नाथ गौतम
आज दो भाजपा नेता पब्लिक के घेरे में आ गए। किसानों और ग्रामीणों ने दोनों नेताओं की जबरस्त किरकिरी कर दी। पहली घटना उत्तर प्रदेश के हापुड़ में हुई तो दूसरी राजस्थान के श्रीगंगानगर में। यहां हम आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर से बीजेपी विधायक कमल सिंह को ग्रामीणों ने सड़क नहीं बनाने के आरोप में उसी सड़क पर भरे गंदे पानी में हाथ पकड़कर घुमाया और विधायक के विकास की जनता ने पोल खोल कर रख दी। बीजेपी विधायक को एक बार नहीं बल्कि जलभराव के गंदे पानी में दो बार पैदल चलाया। इस पूरे मामले का लोगों ने वीडियो बना लिया। जिसके बाद वीडियो वायरल होने से बीजेपी विधायक की खूब किरकिरी हो रही है।
बता दें कि विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर भाजपा अपने कामकाज का ब्योरा तैयार कर रही है कि योगी सरकार में क्या-क्या विकास कार्य हुए हैं। विकास कार्यों को लेकर भाजपा हाईकमान ने सांसदों और विधायकों को मैदान में उतार दिया है। इसी को लेकर विधायक कमल सिंह मलिक इन दिनों गांवों की पदयात्रा कर रहे हैं। यहां विधायक कमल सिंह जनसभा को संबोधित करने के बाद गांव में पैदल घूमकर ग्रामीणों से वार्ता कर रहे थे। इसी दौरान नवनिर्वाचित प्रधान निशा के पति रविंद्र व अन्य ग्रामीण एकत्र हो गए और विधायक को पानी में घुमाया गया। गांव वालों का कहना था कि विधायक अपने कार्यकाल में एक बार भी गांव में नहीं आए। गांव में जलभराव, सफाई व्यवस्था दुरुस्त नहीं है। कई बार विभागीय अधिकारियों से शिकायत की जा चुकी है, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ। इसी बात को लेकर ग्रामीणों ने विधायक पर गुस्सा उतारा।
दूसरी ओर राजस्थान के श्रीगंगानगर में शुक्रवार को बीजेपी के विरोध कार्यक्रम के दौरान जमकर बवाल हुआ। यहां संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े किसान नेताओं की अगुवाई लोगों ने बीजेपी का विरोध शुरू कर दिया। इस दौरान भारतीय जनता पार्टी एससी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कैलाश मेघवाल के साथ बदसलूकी की गई। गंगासिंह चौक पर मेघवाल के साथ धक्का-मुक्की और कपड़े फाड़ दिए गए। भाजपा नेता के खिलाफ किसानों को उग्र होते देख पुलिस ने भीड़ को खदेड़ना शुरू किया। किसानों के उग्र होने पर पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। वहीं पुलिस ने बीच-बचाव कर मेघवाल को वहां से सुरक्षित बाहर निकाला। दरअसल कैलाश मेघवाल वहां पर बीजेपी की तरफ से महंगाई और सिंचाई को लेकर किए जा रहे प्रदर्शन में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे थे। इसी दौरान यह घटना घटी। हालांकि नए कृषि कानूनों पर इस तरह की घटना पहली बार नहीं हुई है। इससे पहले पंजाब और हरियाणा में भी बीजेपी नेता के साथ कुछ इसी तरह की बदसलूकी और लोगों के गुस्से का शिकार होना पड़ा।