अभी भाजपा उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा में अपनी सरकार भी गठन नहीं कर पाई है वहीं दूसरी और पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार ने काम भी शुरू कर दिया है। 16 मार्च को भगवंत मान मुख्यमंत्री की शपथ लेने के बाद से ही एक्शन में आ गए हैं। आज उन्होंने कैबिनेट की पहली ही बैठक में राज्य के बेरोजगार युवाओं के लिए पिटारा खोल दिया है। बता दें कि पंजाब में चुनाव प्रचार के दौरान भगवंत मान ने बेरोजगारी का भी मुद्दा जोर-शोर से उठाया था। आज सुबह भगवंत मान की कैबिनेट भी तैयार हो गई। राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने चंडीगढ़ में पंजाब भवन में मंत्रियों को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई। इन 10 मंत्रियों में से आठ पहली बार विधायक बने हैं। इन सभी ने पंजाबी भाषा में शपथ ली। इनमें हरपाल सिंह चीमा, हरभजन सिंह, डॉ. विजय सिंगला, लाल चंद, गुरमीत सिंह मीत हेयर, कुलदीप सिंह धालीवाल, लालजीत सिंह भुल्लर, ब्रह्म शंकर जिम्पा, हरजोत सिंह बैंस और डॉ बलजीत कौर को शपथ दिलाई गई। मंत्रिमंडल के गठन के बाद तत्काल मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कैबिनेट की बैठक ली।
पंजाब में भगवंत मान सरकार की पहली कैबिनेट बैठक खत्म हो गई है। इस बैठक में भगवंत मान ने बड़ा फैसला लिया। मुख्यमंत्री मान ने कहा कि पंजाब के सरकारी विभाग में रिक्त 25000 पदों पर भर्तियां निकाली जाएंगी। सीएम भगवंत मान ने कहा कि चुनाव में हमने वादा किया था कि पहली कैबिनेट की मीटिंग में हरे रंग का पेन बेरोजगारी दूर करने के लिए चलेगा। युवा विदेशों की तरफ भाग रहे हैं। पहली मीटिंग में ही हमने अपना वादा पूरा करते हुए 25 हजार सरकारी नौकरियों का एजेंडा कैबिनेट में पास हो गया है। जिसमें 10 हजार भर्ती पंजाब पुलिस के अलग-अलग पदों पर होनी है। 15 हजार दूसरे विभाग, बोर्ड और निगमों में हैं।
बता दें कि पंजाब चुनाव में प्रचंड जीत के बाद आम आदमी पार्टी के भगवंत मान ने 16 मार्च को शहीद-ए-आजम भगत सिंह के पैतृक गांव खटकड़कलां में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। राज्य में 117 सीटों में से इस बार विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को 92 सीटों पर जीत मिली थी।