आज दिल्ली में आयोजित हुई कांग्रेस वर्किंग कमेटी में केरल के वायनाड सांसद राहुल गांधी ने पार्टी के भीतर अपने समर्थकों की बात सुन ली। काफी समय से कांग्रेस के नेता और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, रणदीप सिंह सुरजेवाला और नवजोत सिंह सिद्धू समेत तमाम नेता और कार्यकर्ता राहुल गांधी को पार्टी की कमान संभालने के लिए आवाज उठाए हुए थे। लेकिन हर बार राहुल की ओर से इसे टाल दिया जाता था। लेकिन राहुल ने दिल्ली में आयोजित सीडब्ल्यूसी की बैठक में जो संकेत दिए हैं उससे उनके समर्थकों में जरूर खुशी की लहर दौड़ गई है।
बता दें कि ‘कांग्रेस वर्किंग कमेटी में मौजूद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी को कांग्रेस पार्टी का नेतृत्व करना चाहिए। गहलोत के अलावा कांग्रेस की वरिष्ठ नेता अंबिका सोनी ने कहा कि सभी चाहते हैं कि राहुल गांधी को पार्टी का अध्यक्ष बनाया जाना चाहिए’। हालांकि यह उन पर निर्भर करता है कि वे क्या निर्णय लेते हैं। उन्होंने कहा कि राहुल को कांग्रेस का नेतृत्व करना चाहिए और बैठक में मौजूद सभी लोग इस बात का समर्थन करते हैं। ‘दोनों नेताओं की बात सुनने के बाद राहुल ने कहा कि वे दोबारा पार्टी अध्यक्ष बनने पर विचार करेंगे’। राहुल गांधी ने बैठक में यह भी कहा कि उन्हें पार्टी नेताओं से विचारधारा के स्तर पर स्पष्टता की जरूरत है, कुछ नेताओं ने कहा कि चुनाव तक उन्हें कार्यकारी अध्यक्ष बनाया जाए।
बता दें कि पार्टी ने 22 जनवरी को सीडब्ल्यूसी की अपनी बैठक में यह फैसला किया था कि कांग्रेस में जून 2021 तक निर्वाचित अध्यक्ष होगा, लेकिन कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के चलते 10 मई की सीडब्ल्यूसी बैठक में इसे टाल दिया गया था। सीडब्ल्यूसी की बैठक ऐसे समय हुई जब सुष्मिता देव, जितिन प्रसाद, लुईजिन्हो फालेरियो और कई अन्य नेता पिछले कुछ महीनों में कांग्रेस छोड़कर दूसरे दलों में शामिल हुए हैं। गौरतलब है कि साल 2019 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस की करारी हार के बाद राहुल गांधी ने कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था वह चुनाव उनके ही नेतृत्व में लड़ा गया था, जिसके पार्टी के अनुरूप नतीजे नहीं आए थे।
राहुल गांधी दिसंबर, 2017 से साल 2019 तक पार्टी के अध्यक्ष थे। उनसे पहले यह जिम्मेदारी सोनिया गांधी ने संभाली थी और फिर बाद में राहुल गांधी के इस्तीफा देने के बाद सोनिया गांधी को पार्टी का अंतरिम अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। लेकिन कांग्रेस में नाराज नेताओं का एक धड़ा ऐसा भी है जो नहीं चाहता राहुल गांधी पार्टी की कमान संभाले। इसी को लेकर आज सीडब्ल्यूसी की बैठक में ‘सोनिया गांधी ने नाराज ‘जी 23’ नेताओं को करारा जवाब देते हुए कहा कि मैं ही फुलटाइम अध्यक्ष हूं और पार्टी में सक्रिय हूं’।