CM Ashok Gehlot started reading the old budget

इस साल के आखिरी में राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आज बजट पेश करने के लिए पूरी तैयारी के साथ आए थे। सीएम अशोक गहलोत आज सुबह जयपुर स्थित विधानसभा सदन में 11 बजे पहुंचे। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने कार्यकाल का अंतिम बजट पेश कर रहे थे। लेकिन अशोक गहलोत आज पुराना बजट पढ़ गए। इसके बाद विपक्ष ने सदन में जोरदार हंगामा किया।

इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है, जब किसी विधानसभा में पुराना बजट भाषण पढ़ा गया हो और इस पर जोरदार हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही दो बार रोकनी पड़ी। आज सुबह करीब 11 बजे सीएम अशोक गहलोत 8 मिनट तक पुराना बजट पढ़ते रहे। पुराने बजट में सीएम गहलोत ने सदन में कहा- दो वर्ष कोरोना की मार झेलने के बाद अब जनजीवन सामान्य होने लगा है। कोरोना काल में कोई भूखा नहीं सोए। 33 लाख परिवारों को सहायता उपलब्ध कराई थी। हमारा भीलवाड़ा मॉडल देशभर में चर्चित रहा था। हम जनता की सेवा के लिए आए, काम में अगर सच्चाई है तो हर एक संकट का हल होगा, आज नहीं तो कल होगा, मंहगाई से लोग त्रस्त हैं। गांवों की तर्ज पर शहरों में शहरी रोजगारी गारंटी योजना लागू की, बरोजगारी बड़ी समस्या है, केंद्र और राज्य सरकारों को कदम उठाने चाहिए।

मुख्यमंत्री गहलोत बजट भाषण के लिए जब तीसरी बार खड़े हुए तो माफी मांगी। उन्होंने कहा- जो कुछ हुआ उसके लिए सॉरी फील करता हूं। ये हंगामा इसलिए हुआ क्योंकि सीएम गहलोत ने सदन में 2022 का बजट पढ़ दिया, वहीं, भाषण के दौरान पहली बार सदन स्थगित कर दिया गया। इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है जब बजट भाषण के दौरान सदन को स्थगित किया गया है। बजट ब्रीफकेस में पुराने बजट की प्रतियां आने को लेकर अफसरों की लापरवाही मानी जा रही है। माना जा रहा है कि इससे सरकारी की भारी किरकिरी हुई है। इस मामले में कई अफसरों पर कार्रवाई होना तय माना जा रहा है।

विपक्ष की ओर से सदन में जोरदार हंगामा किया तो विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी ने कहा कि यह मानवीय भूल है। ऐसी गलती किसी से भी हो सकती है। जो हुआ दुर्भाग्यपूर्ण है लेकिन जो हुआ, उसे भुला दीजिए। स्पीकर ने कहा कि सुबह 11 बजे से लेकर 11 बजकर 42 मिनट तक जो भी हुआ, उसे सदन की कार्यवाही से निरस्त किया जाता है। उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से फिर से बजट भाषण पढ़ने के लिए कहा लेकिन विपक्ष के सभी सदस्य वेल में आ गए और लगातार हंगामा करते रहे। विपक्ष ने इसे विधानसभा के इतिहास का काला दिन बताया। स्पीकर डॉ. सीपी जोशी की ओर से बार-बार आग्रह के बावजूद विपक्ष ने हंगामा जारी रखा। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने विधानसभा की कार्रवाई को आधे घंटे के लिए स्थगित कर दिया।

उधर बीजेपी राजस्थान अपने ट्विटर हैंडल पर ग्राफिक्स के जरिए गहलोत सरकार पर निशाना साध रही है। ट्वीट में लिखा जा रहा है धोखा देने में माहिर ‘ठग’ लोत और #गहलोत का झांसा। एक वीडियो भी शेयर किया गया है साल बदला पर राजस्थान के मुख्यमंत्री और वित्तमंत्री अशोक गहलोत का बजट नहीं कैप्शन से। साथ में यह दिया गया है ये है कांग्रेस सरकार के झूठे दावों की ‘हकीकत’। इसमें बताया गया है कि नौकरी के मामले में गहलोत सरकार का दावा क्या है और हकीकत क्या है।

बीजेपी का कहना है गहलोत सरकार युवाओं को प्रताड़ित कर रही है। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने इस मामले पर सीएम गहलोत को घेरा है। उन्होंने कहा कि आठ मिनट तक सीएम पुराना बजट पढ़ते रहे। यह इतिहास में पहली बार हुआ है। मैं खुद सीएम रहते हुए जब तक दो-तीन बार बजट को पढ़कर चेक कर लेती थी, तब उसे हाथ में लेती थी।

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने ट्वीट किया और तंज कसा कि मुख्यमंत्री जी ने पुराना बजट पढ़ा, राजस्थान में अब बजट भी लीक है। नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि कुछ मिनट तक गलत पढ़ने के बाद तीसरे व्यक्ति ने आकर बताया कि गलत पढ़ रहे हैं। बजट लीक हुआ है, बजट गोपनीय होता है और इसकी कॉपी मुख्यमंत्री गहलोत के अलावा किसी दूसरे के पास कैसे पहुंच गई। वहीं केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सीएम गहलोत के ट्वीट पर पलटवार करते हुए कटाक्ष किया है। शेखावत ने ट्वीट कर लिखा ‘देख रहा है ना बिनोद, ये अपनी गलती कभी नहीं मानेंगे’। इससे पहले सीएम गहलोत के अकाउंट से पोस्ट किया गया था कि भाजपा सिर्फ़ यह दिखाना चाहती है कि वह राजस्थान के विकास और तरक्की के खिलाफ है। इनका मनगढ़ंत आरोप कि बजट लीक हो गया यह दर्शाता है कि बजट को भी यह अपनी ओछी राजनीति से नहीं छोड़ेंगे। ‘बचत, राहत, बढ़त’ में एक ही बाधा है – भाजपा।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज बजट पेश के दौरान कई चुनावी वादे किए

बता दें साल 2023 के बजट में सीएम गहलोत ने कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की। बजट में रसोई गैस सस्ता करने का ऐलान भी किया गया। बजट में योजनाओं का पिटारा खोलते हुए मुख्यमंत्री ने युवाओं को प्राथमिकता देने की घोषणा की। राजस्थान के युवाओं को सीएम गहलोत ने बड़ा तोहफा देते हुए 500 करोड़ रुपए के युवा कोष के गठन की घोषणा की है। इसके अलावा रिसर्च करने वाले छात्रों को सरकार 30 हजार रुपए की मदद भी करेगी। जोधपुर में 500 करोड़ की लागत से मारवाड़ मेडिकल यूनिवर्सिटी की स्थापना होगी।

जोधपुर में 25 करोड़ रुपये की लागत से महात्मा गांधी दिव्यांग विश्वविद्यालय तैयार किए जाएंगे। जोधपुर में 10 करोड़ की लागत से प्लेनेटोरियम बनाए जाएंगे। जोधपुर और जयपुर में ऑर्गेनिक प्रोडक्ट माटी स्थापित किया जाएगा। जोधपुर सहित अन्य शहरों में मिनी फूड बार बनाए जाएंगे। सीएम अशोक गहलोत ने करीब साढ़े तीन घंटे तक बजट भाषण पढ़ा।