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पिछले दिनों अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने आशंका जताई थी कि अफगानिस्तान के काबुल में एक बार फिर से हमला हो सकता है। अमेरिकी राष्ट्रपति की भविष्यवाणी सच साबित हो गई है। रविवार शाम एक बार फिर से काबुल एयरपोर्ट पर रॉकेट से हमला किया गया। इस हमले में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन लोगों के घायल होने की खबर है।

बता दें कि तीन दिन पहले ही सिलसिलेवार धमाकों से राजधानी काबुल में दहशत फैल गई थी। काबुल एयरपोर्ट के पास गुरुवार को एक के बाद एक कई धमाके हुए थे, जिसमें 169 अफगानिस्तान नागरिकों और 13 अमेरिकी सैनिकों की जान चली गई थी। गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने चेतावनी दी थी कि गुरुवार को हुआ धमाका आखिरी नहीं है। इसके अलावा भी कई धमाके हो सकते हैं। बीते दिन बाइडेन ने कहा था कि काबुल एयरपोर्ट के पास और धमाका हो सकता है। उन्होंने यह भी दावा किया था कि अगले 24 से 36 घंटों के भीतर धमाके को अंजाम दिया जा सकता है।

वहीं तालिबान ने एक वीडियो जारी कर ये दावा भी किया था कि पंजशीर के लड़ाके तालिबान के प्रति वफादारी की शपथ ले रहे हैं और जल्द ही पूरे पंजशीर को तालिबान के दायरे में ले लिया जाएगा। अफगानिस्तान के पंजशीर में तालिबान से जंग लड़ रहे पूर्व उप-राष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह ने कहा है कि तालिबानी हुकूमत ज्यादा दिन टिक नहीं पाएगी।

सालेह का कहना है कि तालिबान के कायदे-कानून अफगानिस्तान के लोगों को मंजूर नहीं है। अफगानी ये भी मंजूर नहीं करेंगे कि कोई एक ग्रुप देश का नेता चुने, इसलिए तालिबान लंबा नहीं टिक नहीं पाएगा। सालेह का कहना है कि तालिबान न तो अफगानिस्तान में और न ही बाहर वैध। उसे जल्द गहरे सैन्य संकट का सामना करना पड़ेगा। पंजशीर के अलावा दूसरे इलाकों में भी उसका विरोध बढ़ रहा है।