journalist Vinod Dua passes away

देश के जाने-माने वरिष्ठ पत्रकार विनोद दुआ का लंबी बीमारी के बाद शनिवार शाम 4:30 बजे दिल्ली के एक अस्पताल में निधन हो गया। 67 साल के दुआ पिछले काफी समय से बीमार थे। उनके निधन पर मीडिया से जुड़े पत्रकारों और राजनीतिक दलों के नेताओं ने शोक व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि दी है। बता दें कि वरिष्ठ पत्रकार दुआ को इस साल की शुरुआत में कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद कई बार अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालांकि, उनकी हालात में कोई सुधार नहीं हुआ।

विनोद दुआ और उनकी पत्नी डॉक्टर पद्मावती को इसी साल अप्रैल में पॉजिटिव होने के बाद हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। इसके बाद पद्मावती का कोरोना के चलते निधन हो गया था। तभी से विनोद दुआ की हालत में भी कोई खास सुधार नहीं आया। उन्हें कई बार हॉस्पिटल में भर्ती कराया जा चुका था। अपने 42 साल के पत्रकारिता करियर में उन्होंने दूरदर्शन और एनडीटीवी चैनलों में लंबे समय तक काम किया। विनोद दुआ अपनी बेबाकी पत्रकारिता के लिए जाने जाते थे।

दूरदर्शन पर उनकी शुरुआत ग़ैर समाचार कार्यक्रमों की ऐंकरिंग से हुई थी, मगर बाद में वे समाचार आधारित कार्यक्रमों की दुनिया में दाखिल हुए और छा गए। चुनाव परिणामों के जीवंत विश्लेषण ने उनकी शोहरत को आसमान तक पहुँचा दिया था। हिंदी और अँग्रेज़ी दोनों भाषाओं पर दुआ साहब की पकड़ अद्भुत थी। प्रणय रॉय के साथ चुनाव कार्यक्रमों में उनकी ये प्रतिभा पूरे देश ने देखी और उसे सराहा। त्वरित अनुवाद की क्षमता उन्हें उनकी ऐंकरिंग को एक पायदान और ऊपर पहुँचा दिया।

वरिष्ठ पत्रकार दुआ के निधन के बाद उनकी बेटी मल्लिका दुआ ने अपने पिता की एक तस्वीर साझा की और लिखा, हमारे निडर और असाधारण पिता, विनोद दुआ का निधन हो गया है। उन्होंने एक अद्वितीय जीवन जिया, दिल्ली की शरणार्थी कॉलोनियों से 42 वर्षों तक वह पत्रकारिता की उत्कृष्टता के शिखर तक बढ़ाते हुए हमेशा सच बोलते रहे। विनोद दुआ अपनी जनहित वाली पत्रकारिता के लिए जाने जाते थे। उन्होंने दूरदर्शन सहित कई संगठनों में कई वर्षों तक समाचार एंकर के रूप में काम किया। उनका समाचार प्रस्तुतीकरण का अंदाज अलग था। उनका अंतिम संस्कार कल 12 बजे दिल्ली के लोधी नगर श्मशान घाट में किया जाएगा।