Shyam Saran Negi first voter of india: स्वतंत्र भारत के पहले मतदाता श्याम सरन नेगी का 106 साल की आयु में आज सुबह निधन हो गया। वे हिमाचल प्रदेश में किन्नौर जिले के कल्पा के रहने वाले थे। श्याम सरण नेगी काफी समय से अस्वस्थ चल रहे थे। आजाद भारत के पहले वोटर 106वर्षीय श्याम सरन नेगी ने 3 दिन पहले 2 नवंबर को 34वीं बार मताधिकार का प्रयोग किया था। उन्होंने हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए डाक मतपत्र के जरिए अपना आखिरी वोट डाला था। डीसी किन्नौर आबिद हुसैन का कहना है कि जिला प्रशासन सबसे बुजुर्ग मतदाता के अंतिम संस्कार की व्यवस्था कर रहा है। उन्हें सम्मानपूर्वक विदा करने की पूरी व्यवस्था की जा रही है।
श्याम सरन नेगी अपने पीछे तीन बेटे और पांच बेटियां को छोड़कर चले गए हैं। सूचना मिलते की प्रदेश मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने उनके पोते को फोन पर बातचीत करके उन्हें सांत्वना दी। साल 1917 में जन्मे नेगी ने 1951 से लेकर अब तक 16 लोकसभा और 14 विधानसभा चुनावों में मतदान किया है। वे 2014 से हिमाचल के चुनाव आइकन भी थे। प्रथम मतदाता ने पहली बार घर के प्रांगण में बने डाक बूथ में एक लिफाफे में बंद कर मतपेटी में डाल दिया था। सरण नेगी न केवल हिमाचल, बल्कि देश के आइकन रहे।
कैसे बने थे पहले वोटर ?
दरअसल आजाद भारत का पहला चुनाव फरवरी 1952 में हुआ लेकिन हिमाचल प्रदेश में सुदूर, आदिवासी इलाकों में खराब मौसम के कारण सर्दियों के दौरान मतदान कराना असंभव था। ऐसे में वहां मतदान 25 अक्टूबर 1951 को पांच महीने पहले हो गया। तब श्याम शरण नेगी स्कूल अध्यापक थे और चुनावी ड्यूटी पर थे। इसके कारण वे अपना वोट डालने सुबह सात बजे किन्नौर में कल्पा प्राथमिक स्कूल में अपने मतदान केंद्र पर पहुंच गए। श्याम शरण नेगी वहां पहुंच कर मतदान करने वाले पहले व्यक्ति थे। इसके बाद उन्हें बताया गया कि इलाके में कहीं भी सबसे पहले वोट डालने वाले वे ही हैं। इस प्रकार, उन्होंने स्वतंत्र भारत के पहले मतदाता होने का गौरव प्राप्त किया।
जुलाई 1917 में जन्मे श्याम शरण नेगी ने लोकसभा चुनावों में सोलह बार मतदान किया। श्याम शरण नेगी के निधन पर हिमाचल में शोक की लहर है। भाजपा, कांग्रेस समेत तमाम दलों के राजनेताओं ने नेगी के निधन पर गहरा दुख जताया है। नेगी के निधन पर हिमाचल के सीएम जयराम ठाकुर ने शोक व्यक्त किया। उन्होंने ट्वीट किया, स्वतंत्र भारत के पहले मतदाता एवं किन्नौर से संबंध रखने वाले श्याम शरण नेगी जी के निधन की खबर सुनकर दुःखी हूं। उन्होंने अपना कर्तव्य निभाते हुए 34वीं बार बीते 2 नवंबर को ही विधानसभा चुनाव के लिए अपना पोस्टल वोट डाला, यह याद हमेशा भावुक करेगी।