Swedish scientist Svante Pabo won the Nobel Prize

वर्ष 2022 के लिए दुनिया का सबसे बड़ा पुरस्कार “नोबेल पुरस्कार” देने की शुरुआत हो गई है। ‌आज इसी कड़ी में स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम स्थित करोलिंस्का संस्थान में नोबेल पुरस्कार समिति ने प्राणीविज्ञान या चिकित्सा के क्षेत्र में विजेता अथवा विजेताओं की घोषणा कर दी। इस साल ये पुरस्कार स्वीडिश वैज्ञानिक स्वंते पाबो को देने का एलान किया गया। ‌मानव विकास पर उनकी खोजों के लिए ये पुरस्कार दिया गया है। अक्टूबर महीने की शुरुआत के साथ ही नोबेल पुरस्कार की सरगर्मियां तेज हो जाती हैं।

छह दिन, छह पुरस्कार और दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित वैज्ञानिकों, लेखकों, अर्थशास्त्रियों और मानवाधिकार पैरोकारों की सूची में कुछ नए नाम जुड़ जाते हैं। फिजिक्स के लिए पुरस्कार की घोषणा मंगलवार को होगी जबकि बुधवार को रसायन शास्त्र और गुरुवार को साहित्य के लिए नोबेल की घोषणा की जाएगी। 2022 के नोबेल शांति पुरस्कार की घोषणा शुक्रवार को और अर्थशास्त्र पुरस्कार की घोषणा 10 अक्टूबर को की जाएगी।

डाइनामाइट के आविष्कारक सर एल्फ्रेड नोबेल की वसीहत के आधार पर चिकित्सा, भौतिकी, रसायन शास्त्र, साहित्य और शांति क्षेत्र के लिए नोबेल पुरस्कारों की स्थापना की गई थी। पहला नोबेल पुरस्कार साल 1901 में सर एल्फ्रेड नोबेल के निधन के पांच साल बाद दिया गया था। अर्थशास्त्र का नोबेल, जिसे आधारिक तौर पर ‘बैंक ऑफ स्वीडन प्राइज इन इकोनॉमिक साइंसेज इन मेमोरी ऑफ एल्फ्रेड नोबेल (एल्फ्रेड नोबेल की स्मृति में अर्थशास्त्र में बैंक ऑफ स्वीडन पुरस्कार)’ दिया जाता है, उसकी स्थापना एल्फ्रेड नोबेल की वसीहत के आधार पर नहीं हुई थी, बल्कि स्वीडन के केंद्रीय बैंक ने 1968 में इसकी शुरुआत की थी। प्रत्येक क्षेत्र के नोबेल के तहत विजेताओं को एक स्वर्ण पदक और एक प्रमाणपत्र के साथ एक करोड़ क्रोनोर (लगभग नौ लाख डॉलर) की पुरस्कार राशि दी जाती है। विजेताओं का सम्मान हर साल 10 दिसंबर को किया जाता है। 1896 में 10 दिसंबर की तारीख को ही एल्फ्रेड नोबेल का निधन हुआ था। 1901 से 2021 तक अलग-अलग क्षेत्रों में कुल 609 बार नोबेल पुरस्कार दिए जा चुके हैं।