ग्रेटर नोएडा: दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन की तरह अब उत्तर प्रदेश में भी सभी मेट्रो प्रोजेक्ट को संचालित करने के लिए उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (UPMRC) का गठन किया गया है। अब से प्रदेश के सारे नये व पुराने मेट्रो प्रोजेक्ट UPMRC के अंतर्गत ही शुरू होंगे। UPMRC का मुख्यालय लखनऊ में होगा। UPMRC ही सभी प्रोजेक्ट के लिए फंड आदि की व्यवस्था करेगा। केंद्र व प्रदेश सरकार के फंडिंग का भी निर्णय लखनऊ से ही होगा। उधर परी चौक से जेवर एयरपोर्ट तक मेट्रो लाइन का सर्वे डीएमआरसी ने शुरू कर दिया है। एक सप्ताह के अंदर प्राधिकरण को डीपीआर मिल जाएगी। डीपीआर का अध्ययन करने के बाद मेट्रो का प्रस्ताव बोर्ड में रखा जाएगा।
प्रदेश सरकार सभी महानगरों में मेट्रो शुरू करने की योजना बना रही है। नोएडा-ग्रेटर नोएडा में मेट्रो शुरू हो चुकी है। सेक्टर 71 से ग्रेटर नोएडा वेस्ट मेट्रो लाइन के लिए टेंडर जारी होने वाला है। साथ ही जेवर में इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनने जा रहा है। जिसके लिए यमुना एक्सप्रेस वे प्राधिकरण ने परी चौक से एयरपोर्ट तक करीब 29 किलोमीटर के लिए डीएमआरसी से डीपीआर बनाने को कहा है। डीएमआरसी ने सर्वे शुरू कर दिया है। उम्मीद है कि एक हफ्ते में रिपोर्ट मिल जाएगी।
प्रदेश में मेट्रो का जाल बिछाने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार ने यूपीएमआरसी का गठन किया है। सभी मेट्रो प्रोजेक्ट यूपीएमआरसी के अधीन होंगे और वहीं दिशा निर्देश मिलेंगे। यूपीएमआरसी ही मेट्रो प्रोजेक्ट को हरी झंडी देकर फंडिंग शेयर का भी निर्धारण करेगा कि किस संस्था को कितना पैसा देना है। ऐसा होने से काम में तेजी व पारदर्शिता आयेगी।
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