Mallikarjun Kharge vs Shashi Tharoor

आज कांग्रेस पार्टी के नेता 22 साल बाद एक बार फिर अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए तैयार हैं। कांग्रेस में अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर मलिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर के बीच मुकाबला होगा। अध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस की ओर से दोनों ही प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। वहीं गांधी परिवार अपने दोनों प्रत्याशियों को लेकर तटस्थ की भूमिका में है। ‌हालांकि गांधी परिवार का मल्लिकार्जुन के प्रति सॉफ्ट रवैया है। ‌‌सुबह 10 बजे से वोटिंग शुरू होकर शाम 4 बजे तक चलेगी। ‌आज वोटिंग होगी और 19 अक्टूबर को नतीजे आएंगे।

कांग्रेस मुख्यालय के साथ-साथ देशभर में मौजूद प्रदेश कांग्रेस कमेटी के दफ्तरों में वोटिंग होगी। पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी सोमवार दोपहर करीब 12 बजे सुबह 24 अकबर रोड यानी कांग्रेस हेडक्वॉर्टर में वोट डालेंगी। जबकि राहुल गांधी समेत 47 डेलिगेट्स कर्नाटक के बेल्लारी में वोट डालेंगे। वे यहां भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हैं और बेल्लारी के संगनाकल्लू में कैंप स्थल पर वोटिंग करेंगे।

थरूर केरल के तिरुवनंतपुरम में और खड़गे कर्नाटक के बेंगलुरु में मतदान करेंगे। कांग्रेस पार्टी के 137 साल के इतिहास में छठी बार चुनावी मुकाबला होने जा रहा है। कांग्रेस में पिछला अध्यक्ष का चुनाव 2000 में हुआ था जिसमें सोनिया गांधी ने जितेंद्र प्रसाद को भारी अंतर से हराया था। इससे पहले उन्होंने 1998 में पार्टी की कमान संभाली थी। वहीं 1996 में कांग्रेस का आखिरी गैर-गांधी अध्यक्ष था, जब सीताराम केसरी, शरद पवार और राजेश पायलट को हराकर पार्टी के शीर्ष पद के लिए चुने गए थे।

इसी क्रम में 17 अक्टूबर 2022 को, 9000 से अधिक पीसीसी प्रतिनिधि मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर में से अगले गैर-गांधी अध्यक्ष का चुनाव करेंगे। दोनों ही नेता राहुल गांधी द्वारा पर्चा दाखिल करने से इनकार करने के बाद मैदान में आए थे। बता दें कि राहुल गांधी 2017 में सर्वसम्मति से पार्टी अध्यक्ष चुने गए थे लेकिन 2019 में लोकसभा चुनाव में हार की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे दिया। तब से सोनिया गांधी अंतरिम अध्यक्ष बनी रहीं। चुनाव प्रभारी मुधुसूदन मिस्त्री ने साफ तौर पर कहा कि दोनों में से कोई भी उम्मीदवार पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवार नहीं हैं। वोट में भाग लेने वाले प्रतिनिधि अपने विवेक के आधार पर ही मतदान करेंगे।

पीसीसी डेलिगेट्स राज्य मुख्यालय में वोट करेंगे। पार्टी के वैसे पदाधिकारी जो राज्यों के प्रभारी हैं, उन्हें अपने गृह राज्य में वोट डालने को कहा गया है। या फिर वे पार्टी मुख्यालय में भी वोट कर सकते हैं, ताकि वे दूसरे प्रतिनिधियों को प्रभावित न कर सकें। राहुल गांधी यूपी से डेलिगेट हैं। वह कर्नाटक के बेल्लारी में संगानकल्लू में मतदान करेंगे। उनके साथ 40 अन्य प्रतिनिधि (अलग-अलग राज्यों के) भी मतदान में हिस्सा लेंगे। वहीं मल्लिकार्जुन खड़गे को गांधी परिवार से उनकी निकटता और वरिष्ठ नेताओं के समर्थन की वजह से पसंदीदा माना जा रहा है। जब​​कि शशि थरूर ने खुद को बदलाव लाने वाले उम्मीदवार के तौर पर पेश किया है।

हालांकि, दोनों उम्मीदवारों और पार्टी ने साफ किया है कि अध्यक्ष पद के चुनाव में गांधी परिवार तटस्थ है और कोई ‘आधिकारिक उम्मीदवार’ नहीं है। न ही किसी को समर्थन दिया गया है। वहीं, दोनों उम्मीदवारों ने इस बात पर जोर दिया है कि वे गांधी परिवार से नजदीकियां बनाए रखेंगे। मतदान से 1 दिन पहले शशि थरूर कांग्रेस डेलिगेट्स से अंतरआत्मा की आवाज पर वोट डालने के लिए कह रहे हैं और चुनाव में जीत के अपने पुराने रिकॉर्ड्स को याद कर रहे हैं।

आखिर किन रिकॉर्ड्स के जरिए थरूर को कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव में उलटफेर का भरोसा है, इसे विस्तार से जानने से पहले कांग्रेस में थरूर के पॉलिटिकल करियर पर नजर डाल लेते हैं। शशि थरूर महज 14 साल पहले कांग्रेस में शामिल हुए थे। तब से लेकर अब तक वे तीन बार सांसद रहे हैं। वहीं, दो बार केंद्रीय राज्यमंत्री बनाए जा चुके हैं। 24 साल के बाद इस बार कांग्रेस में गैर कांग्रेसी अध्यक्ष बनना तय हो गया है।