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नोएडा: नोएडा और ग्रेटर नोएडा के बीच एक्वा लाइन मेट्रो के संचालन के लिए नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (NMRC) और दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) के बीच शुक्रवार को महत्वपूर्ण एम.ओ.यू. साइन किया गया। शुक्रवार को NMRC के प्रबंध निदेशक आलोक टंडन की उपस्थिति में NMRC कार्यकारी निदेशक पी.डी. उपाध्याय तथा DMRC के ईडी विकाश कुमार ने एम.ओ.यू. पर हस्ताक्षर किये। नोएडा-ग्रेटर नोएडा मेट्रो रूट पर शुरुआती एक साल तक DMRC ही परिचालन करेगी। इसके बाद एक साल और विस्तार दिया जा सकता है। इस लाइन के परिचालन और रखरखाव के लिए डीएमआरसी के 100 अधिकारी और पर्यवेक्षक नियुक्त किए जाएंगे। ये एनमआरसी के कर्मचारियों को प्रशिक्षण भी देंगे।

इस रूट पर सिविल वर्क पूरा हो चुका है। और पिछले 25 जुलाई से ग्रेटर नोएडा मेट्रो डिपो से नोएडा सेक्टर-83 तक 23 किलोमीटर के ट्रैक पर एक्वा लाइन मेट्रो का ट्रायल रन चल रहा है। जिसकी प्रत्येक सप्ताह मोनिटरिंग की जा रही है। अगले 10 दिन में सेक्टर-71 तक पूरे 29.7 किमी रूट पर ट्रायल शुरू हो जाएगा। यह ट्रायल एक महीने तक चलेगा। ग्रेटर नोएडा से नोएडा सेक्टर-71 तक एक्वा लाइन मेट्रो ट्रैक की कुल लंबाई 29.7 किलोमीटर है। पूरे ट्रैक पर ट्रायल रन के बाद अक्टूबर से नोएडा – ग्रेटर नोएडा के बीच मेट्रो दौड़नी शुरू हो जाएगी।aqua-line-metro

शुक्रवार को नोएडा सेक्टर-29 में आयोजित प्रेस वार्ता में NMRC के प्रबंध निदेशक आलोक टंडन ने बताया कि इस महीने के अंत तक पूरे रूट पर मेट्रो के परिचालन व सिग्नलिंग पण्राली का ट्रायल शुरू कर दिया जाएगा। और सितम्बर के अंत तक ट्रॉयल पूरा कर CMRS से सेफ्टी इंस्पेक्शन कराया जाएगा। CMRS से क्लीयरेंस मिलते ही एक्वा लाइन मेट्रो का संचालन शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने ने बताया कि यह रूट कई मामलों में खास होगा। इस रूट के शुरू होने के बाद सिटी सेंटर से सेक्टर-62 तक के रूट के एक्सटेंशन का काम भी पूरा होने की उम्मीद है। जिसके बाद ग्रेटर नोएडा, नोएडा और दिल्ली के मेट्रो नेटवर्क से सीधा जुड़ जाएगा। एक्वा लाइन रूट पर 4-कोच वाली 11 मेट्रो का परिचालन किया जाएगा। अभी तक 5 मेट्रो ट्रेने आ चुकी हैं। जिनसे ट्रॉयल किया जा रहा है। बाकी 6 मेट्रो ट्रेन अगले महीने तक यहाँ पहुँच जाएँगी।