Mahakauthig Noida: दिल्ली-एनसीआर में लगने वाले सबसे बड़े उत्तराखंडी मेले “उत्तराखंड महाकौथिग” के 13वें संस्करण का आज नोएडा स्टेडियम में रंगारंग आगाज हो गया है। 21 से 25 दिसम्बर 2023 तक चलने वाले 5 दिवसीय महाकौथिग का शुभारम्भ मुख्य अतिथि डीसीपी, गौतमबुद्ध नगर, हरीश चंद्र तथा विशिष्ट अतिथि एडिशनल डीसीपी मनीष कुमार मिश्र ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।

इस मौके पर मुख्य अतिथि डीसीपी हरीश चंद्र ने महाकौथिग के आयोजन को लेकर उत्तराखंड समाज की दिल खोलकर प्रशंशा की। उन्होंने कहा कि जिस तरह से आप लोग अपनी लोक संकृति को अपनी आने वाली पीढ़ी तक पहुँचाने का प्रयास कर रहे हैं, वह काबिले तारीफ हैं। उन्होंने आयोजन समिति के सभी सदस्यों को इस भव्य आयोजन के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस महाकौथिग को सफल बनाने के लिए सुरक्षा के मद्देनजर उनकी ओर से पुलिस टीम का पूरा सहयोग रहेगा।

वहीँ विशिष्ट अतिथि मनीष मिश्र ने कहा कि वह भी विगत कई वर्षों से महाकौथिग को देखते आ रहे हैं। उन्हें उत्तराखंड के लोक संगीत के अलावा यहाँ लगे खान-पान के स्टाल खास कर बड़ी वाली जलेबी (जलेबा) काफी पसंद आती हैं।

गौरतलब है कि इस बार पर्वतीय सांस्कृतिक संस्था की ओर से नोएडा में आयोजित 13वें महाकौथिग में उत्तराखंड के उत्तरकाशी स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर की थीम पर खुबसूरत मंच बनाया गया है। उत्तरकाशी में ऋषिकेश-गंगोत्री मार्ग पर स्थित भगवान भोलेनाथ का काशी विश्वनाथ मंदिर सबसे प्राचीन मंदिरों में से एक है।

महाकौथिग के आगाज पर आज सुबह नोएडा स्टेडियम में उत्तराखंड के पारम्परिक बाध्य यंत्रों एवं लोक संगीत के साथ अथितियों का शानदार स्वागत किया गया। महाकौथिग मेले के शुभारम्भ के साथ ही उत्तराखंड के लोक गीतों पर पहाड़ के लोक कलाकारों द्वारा खूबसूरत नृत्य की प्रस्तुति पेश की गयी। उसके बाद माँ भगवती नंदा देवी की राजजात यात्रा की खूबसूरत झांकी निकाली गयी।

दोपहर बाद करीब 3:30 बजे से उत्तराखंड के सुपरहिट लोक गायक लोक गायक इंदर आर्य, सौरभ मैठाणी, मुकेश शर्मा, लोकगायिका दीपा नगरकोटी, मृणाल रतूड़ी आदि लोक कलाकार रंगारंग सांस्कृतिक संध्या में पहाड़ी लोक गीतों की छटा बिखेरेंगे।

इस बार महाकौथिग में उत्तराखंड के पहाड़ी उत्पादों के करीब 100 स्टाल लगे हैं, जिनमें उत्तराखंड के व्यंजन, दाल, अनाज, पहाड़ी मिठाई, कपड़े आदि सामाग्री उपलब्ध हैं। पहाड़ी व्यंजनों के शौक़ीन लोगों के लिए समाजसेवी संजय चौहान ने पहाड़ी घरात नाम से स्टाल लगाया है। जिसमे आपको पीतल/कांसे के भड्डू में बनी घर्या दाल, भात, चैन्सू, फांडू,मीठा भात, झंगोरे की खीर, आलू-मुला की थिन्चोणी, कंडेली का साग, भांग की चटनी, आलू के गुटके, पल्यो, कोदे, मुंगरी की रोटी आदि पहाड़ी व्यंजन उचित दामों में मिलेंगे।

इस मौके पर कार्यक्रम के मुख्य संयोजक राजेन्द्र चौहान, स्वरकोकिला कल्पना चौहान, अध्यक्ष आदित्य घिल्डियाल, संयोजिका इंदिरा चौधरी, वरिष्ट उपाध्यक्ष हरीश असवाल, महासचिव लक्ष्मण रावत, पूर्व अध्यक्ष सौरव धष्माना, पूर्व अध्यक्ष नरेंद्र सिंह बिष्ट, पूर्व अध्यक्ष जगत रावत, पूर्व अध्यक्ष विनोद कवटियाल, मीडिया प्रभारी रजनी जोशी, रोहित चौहान, महेश नेगी, दिगपाल कैंतुरा, सुनीता बिष्ट,पूजा भट्ट सहित सैकड़ों की संख्या में दर्शक मौजूद थे।