Uttarakhhand Mahakauthig 2024 : नोएडा स्टेडियम आज पूरी तरह से उत्तराखंड के रंग में रंगा नजर आया। नोएडा स्टेडियम में चल रहे 14वें उत्तराखंड महाकौथिग के दूसरे दिन आज यहाँ प्रवासी उत्तराखंडियों का जनसैलाब उमड़ पड़ा। रविवार की छुट्टी के चलते आज सुबह से मेले में लोगों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई थी। और शाम होते होते यहाँ दर्शकों की भीड़ से पूरा स्टेडियम खचाखच भर गया।
सुबह का सत्र उत्तराखंडी लोक नृत्य के नाम रहा।
14वें महाकौथिग के दूसरे दिन सुबह के सत्र का शुभारम्भ मेजर जनरल (से.नि.) गोपाल के. थपलियाल, कुलपति, सुभारती यूनिवर्सिटी, मेरठ द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस मौके पर मुख्य अतिथि ने उत्तराखंड महाकौथिग मेले की जमकर सराहना की और पूरी महाकौथिग टीम को बधाई दी।
जिसके बाद दिल्ली एनसीआर मे रह रहे प्रवासी उतराखंडियों की 28 महिला मंडलियों द्वारा उत्तराखंड लोक नृत्य प्रतियोगिता मे पहाड़ी लोक नृत्य की खूबसूरत प्रस्तुतियां पेश की गयी.
उत्तराखंड लोक नृत्य प्रतियोगिता मे जज की भूमिका मे उत्तराखंड की स्वर कोकिला कल्पना चौहान, मुकेश बिष्ट, पूजा आर्य रहे। प्रतियोगिता की विजेता वेस्ट विनोद नगर दिल्ली की तांदी ग्रुप टीम रही। जबकि भगवती आर्ट ग्रुप ने दूसरा स्थान हासिल किया। वहीँ पूर्वांचल ग्रुप तीसरे स्थान पर रही।
शाम का सत्र रहा रोहित एवं दीपा के नाम
शाम का सत्र पूरी तरह लोक गायक रोहित चौहान, लोक गायिका दीपा पंत और लोक गायक कैलाश कुमार के नाम रहा। तीनों ने एक से बढ़कर एक कई बेहतरीन पहाड़ी गीत गाकर दर्शकों खूब नचाया। शाम के सत्र का शुभारम्भ कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री (उत्तराखंड सरकार) सुबोध उनियाल तथा लेयों फिल्म्स के डारेक्टर दीप चंद ने किया. इस मौके पर कैबिनेट मंत्री ने इतने सुंदर आयोजन के लिए महाकौथिग टीम का दिल खोलकर प्रशंशा की. इस मौके पर यथार्थ अस्प्ताल के मैनेजिंग डाइरेक्टर डॉ कपिल त्यागी, डॉ मंजू, डॉ. गिरीश वैष्णव, विधु शर्मा, नीरज शर्मा, दिनेश चमोली आदि मौजूद रहे. इस मौके पर डॉ. गिरीश वैष्णव को उत्तराखंड रत्न से सम्मानित किया गया.
महाकौथिग में पहाड़ी उत्पादों, आभूषणों एवं पोशाकों के अलावा पहाड़ी खानपान के करीब 145 स्टाल लगे हैं। जहाँ पर आज लोगों ने जमकर खरीददारी की। साथ ही पहाड़ी घरात में लोगों ने झंगोरे की खीर, मंडवे की रोटी, झंगोरा, घर्या चावल का भात, तोर की दाल सहित कई ठेठ पहाड़ी व्यंजनों का जमकर लुफ्त उठाया।
इस अवसर पर महाकौथिग के मुख्य संयोजक राजेन्द्र चौहान, संस्थापक कल्पना चौहान, अध्यक्ष आदित्य घिल्डियाल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष हरीश असवाल, उपाध्यक्ष उदय ममगाई राठी, महासचिव लक्ष्मण सिंह रावत, कोषाध्यक्ष सुबोध थपलियाल, सह-कोषाध्यक्ष कृष्ण कुमार सुद्रियाल, सचिव देवेन्द्र सिंह रावत, सह-सचिव- पुष्पा रावत, तान्या आर्य, सुषमा जोशी, सांस्कृतिक सचिव- रेखा चौहान, सह-सांस्कृतिक सचिव पुष्पा भट्ट, प्रचार सचिव सुरेन्द्र बिष्ट, मोनू नेगी, वरिष्ठ सलाहकार – इंद्रा चौधरी, दिनेश लखेड़ा, राजेन्द्र सिंह रावत, चंदन सिंह गुसांई, आनन्द पांडे, दीपक बेलवाल, संजय उनियाल, अमर देव भट्ट, यशवंत सिंह रावत, खेशांत खुराना, मीडिया प्रभारी- रजनी जोशी, सतेन्द्र नेगी, नीरज रावत, हेमन्त जोशी, हरेन्द्र शर्मा, आयुषी जुयाल, इन्दिरा प्रसाद उनियाल, एस. पी. धस्माना, भगवती प्रसाद जुयाल, रमेश चंद्र नैलवाल, रमेश भारद्वाज, सुदर्शन चौधरी, मंजू बड़थ्वाल, लता रावत, केशव दत्त जोशी, सीमा पंवार, सुनीता रावत, वंदना बिष्ट, हरिदत्त भट्ट, नरेन्द सिंह बिष्ट, उपेन्द्र पोखरियाल, जगत सिंह रावत, पी.एन. शर्मा, आर.पी. घिल्डियाल, विनोद कबटियाल, दीवान सिंह लटवाल, दिगमोहन नेगी, सौरभ धस्माना, गिरीश कोटनाला, एस. पी. चमोली, अमित पोखरियाल, आर.एस. असवाल, अनिता भट्ट, मुकेश लखेडा, सुनीता ध्यानी, प्रभा बिष्ट, कविता करगेती, दिगपाल कैंतुरा, धनराज सिंह नेगी, महेश नेगी, अंजू पुरोहित, बबली अधिकारी, पुष्पा देवली, खुशाल सिंह बिष्ट, शिशपाल सिंह रावत, आनंद सिंह रौथाण, गणेश बिष्ट, भीम सिंह रावत, बीना कोठारी, सुनीता रावत, शारदा अधिकारी, लक्ष्मी शर्मा वेदवाल, शीला पंत, विनीता नयाल, भुवनेश्वरी रावत, मंजू जोशी, संगीता भोज, सुनीता नयाल, हरीश जुयाल, जगदीश भट्ट, किरन रामपाल, बबीता नेगी, रेनू उनियाल, बबली ममगाई, लक्ष्मी पांडे, नवीन कोठियाल, राकेश सिंह गुसांई, शोभित गुसांई, आशीष रावत, राजेश गुसांई, विजय चौहान, नितेश भट्ट समेत हजारों की संख्या में दर्शक मौजूद रहे.