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नोएडा : विश्व पुस्तक दिवस के अवसर पर बुरांस साहित्य एवं कला केन्द्र ने स्टेजिंग एरिया नामक पुस्तक पर साहित्य चर्चा की। नोएडा सेक्टर 34 स्थित भारतीय धरोहर सभागार में वरिष्ठ पत्रकार ज्ञानेंद्र बरतरिया ने कहा कि प्रशासनिक अधिकारी मितेश्वर आनंद की किताब स्टेजिंग एरिया कोरोनाकाल के दुःख-दर्द और मानवीय संवेदनाओं को सिलसिलेवार प्रस्तुत करती है। राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित और उत्तराखंड भारतीय जनता पार्टी के विशेष आमंत्रित सदस्य वीरेंद्र सेमवाल ने कहा कि एक प्रशासनिक अधिकारी के दायित्व और मानवीय संवेदनाओं की बात स्टेजिंग एरिया में बड़ी सरल और सहज भाषा में अभिव्यक्त किया गया है। वरिष्ठ समाजसेवी विनोद कबटियाल ने स्टेजिंग एरिया पुस्तक को महामारी के कोराना काल पर लिखा हुआ महत्वपूर्ण दस्तावेज बताया।

स्टेजिंग एरिया के लेखक मितेश्वर आनंद ने कहा कि पुस्तक में वर्णित किस्सों के जरिये महामारी, जीवन में रिश्तों की अहमियत, स्वास्थ्य रक्षा और वर्तमान की बेसिरपैर अंधी दौड़ से निजात पाने की बात कही। चर्चा में कुछ वक्ताओं ने कोरोना प्रबंधन उजले-स्याह पक्ष उजागर किये तो कुछ ने आध्यत्मिक पहलुओं पर बात की। कोरोना प्राकृतिक या मानव जनित था इस पर भी खूब बात हुई। चर्चा के दौरान वक्ता बृजेश मिश्र, बीना नयाल और पूजा गुसाईं बीमारी के भोगे हुए अनुभवों को साझा करते हुए भावुक भी हो गए।

पुस्तक परिचर्चा में विनोद कबटियाल, सुशील पुरोहित, शिक्षिका और लेखिका बीना नयाल, समीक्षक अमित चौहान, वरिष्ठ ब्लॉगर पूजा गुसाईं, समाजिक कार्यकर्ता कुमु जोशी भटनागर, अनु पंत, सुरेंद्र गैरोला ने स्टेजिंग एरिया पर अपनी बात रखी। उत्तराखंड में उद्यमिता के रोल मॉडल दीपक ध्यानी ने स्यारा रिटेल के बुरांस का  जूस, बाल मिठाई, अरसे से सभी अतिथियों का मुँह मीठा करवाया और कोरोना के दौरान विदेशों में फंसे लोगों को निकालने के खट्टे-मीठे अनुभव साझा किए। विश्व पुस्तक दिवस के अवसर पर हुई इस पुस्तक चर्चा में बीना नयाल, कुमार पंकज, कुमु जोशी भटनागर और विपिन ध्यानी ने अपनी कविताओं का पाठ पर खूब तालियां भी बटोरी।

स्टेजिंग एरिया पुस्तक पर परिचर्चा का संयोजन एवं संचालन वरिष्ठ पत्रकार एवं साहित्यकार प्रदीप कुमार वेदवाल ने किया।