BCCI sacked Team India's selection committee

ऑस्ट्रेलिया में टी-20 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया की हार के बाद संभावना जताई जा रही थी कि बीसीसीआई बड़ा बदलाव कर सकती है। ‌शुक्रवार रात बीसीसीआई ने टीम इंडिया की हार के बाद सीनियर सिलेक्शन कमेटी को बर्खास्त कर दिया है। ‌यानी टीम चुनने वालों की विदाई कर दी। हटाए गए लोगों में चीफ सिलेक्टर चेतन शर्मा के अलावा हरविंदर सिंह, सुनील जोशी और देवाशीष मोहंती कमेटी में थे। इनमें से कुछ 2020 तो कुछ 2021 में सिलेक्टर बने थे।

आमतौर पर सीनियर सिलेक्शन कमेटी का कार्यकाल चार साल का होता है। भारत टी20 विश्व कप के सेमीफाइनल में बाहर होने के बाद टीम चयन पर भी कई तरह के सवाल उठे थे। साथ ही चहल को प्लेइंग-11 में जगह नहीं मिलना, पार्ट टाइम गेंदबाजों की कमी और पावरप्ले के दौरान स्लो बैटिंग जैसे मुद्दे भी छाए रहे। भारत ने आखिरी बार 2013 में एमएस धोनी के नेतृत्व में कोई आईसीसी टूर्नामेंट जीता था। उसके बाद से उसे खिताब का इंतजार है।

बीसीसीआई ने शुक्रवार को राष्ट्रीय चयनकर्ताओं के लिए 5 आवेदन मांगे हैं। आवेदन करने वाले खिलाड़ियों से बीसीसीआई ने कुछ नियम भी बनाए हैं। आवेदन करने वाले खिलाड़ी कम से कम 7 टेस्ट 30 फर्स्ट क्लास क्रिकेट या फिर 10 वनडे और 20 फर्स्ट क्लास मुकाबले खेले हो। इसके अलावा खिलाड़ी कम से कम 5 साल पहले संन्यास लिया हो। वहीं अगर कोई व्यक्ति 5 सालों तक किसी क्रिकेट समिति का सदस्य रहा हो तो वह सेलेक्शन कमेटी का आवेदन नहीं कर सकता है।

आवेदन करने की आखिरी तारीख 28 नवंबर है। इसके लिए आखिरी तारीख 28 नवंबर है। बीसीसीआई अब स्प्लिट कप्तानी पर विचार कर रहा है। ऐसे में तीनों फॉर्मेट में अलग-अलग कप्तान बनाए जा सकते हैं। यह भी हो सकता है कि वनडे और टेस्ट की कप्तानी रोहित संभालते रहें जबकि टी20 की कप्तानी किसी और को दे दी जाए।

हार्दिक पांड्या को इसके लिए तैयार किया जा सकता है। वह फिलहाल न्यूजीलैंड दौरे पर हैं जहां टीम इंडिया को सीमित ओवरों की सीरीज खेलनी है। हार्दिक इस दौरे पर टी20 फॉर्मेट में टीम इंडिया की कप्तानी संभाल रहे हैं जबकि वनडे में यह जिम्मेदारी शिखर धवन संभालेंगे।