20-year-old Velalage got man of the match.

क्रिकेट एक टीम गेम है, जिसमें सभी खिलाड़ियों की भागीदारी होती है। परन्तु कई बार ऐसा होता है कि कोई एक खिलाड़ी अपने शानदार खेल की बदौलत पूरे मैच का रुख बदल देता है। क्रिकेट में ऐसे दमदार प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी को मैन ऑफ द मैच के पुरस्कार से नवाजा जाता है।
अक्सर जीतने वाली टीम के खिलाड़ी को ही मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार दिया जाता है। लेकिन कई बार हारने वाली टीम के खिलाड़ी को भी उसके बेहतरीन प्रदर्शन के आधार पर मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार दे दिया जाता है। हालाँकि अगर क्रिकेट इतिहास के पन्नों को पलटेंगे तो ऐसे कई खिलाड़ी मिल जाएंगे जिन्हें उनकी टीम के हारने के बावजूद मैन ऑफ द मैच दिया गया था। वनडे क्रिकेट की बात करें तो वनडे में अब तक 100 से ज्यादा बार ऐसा चुका है, जब मैच हारने वाली टीम के खिलाड़ी को मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार दिया गया है। जबकि टेस्ट क्रिकेट में 14 बार मैच हारने वाली टीम के खिलाड़ी यह पुरस्कार जीत चुके हैं। वहीँ टी-20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 3 बार ऐसा हो चुका है।

परन्तु एशिया कप के इतिहास में तो यह पहली बार ही हुआ। श्रीलंका के चल रहे एशिया कप सुपर फोर चरण के एक मुकाबले में बीते मंगलवार को श्रीलंका में 20 वर्षीय युवा क्रिकेटर दिमुथ वेलालागे ने यह कारनामा कर दिखाया। वेलालागे ने पहले तो भारत के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली, रोहित शर्मा, शुभमन गिल, केएल राहुल और हार्दिक पांड्या के बड़े विकेट लेकर भारत के शीर्ष क्रम को झकझोर दिया। और अंत में नाबाद 42 रनों की पारी खेलकर भारतीय गेंदबाजों को जूझने पर मजबूर कर दिया। हालाँकि अन्य खिलाड़ियों का साथ न मिलने के कारण उसकी टीम को हार का सामना करना पड़ा। परन्तु टीम की हार के बावजूद इस युवा ऑलराउंडर ने मैन ऑफ द मैच का ख़िताब जीत लिया।

वैसे इस लिस्ट में सबसे ऊपर क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले महान भारतीय बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर का नाम है। मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने अपने करियर में वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा 6 बार टीम हारने के बावजूद मैन ऑफ द मैच के पुरस्कार जीता है। यही नहीं टेस्ट क्रिकेट में भी इस मामले में चार अन्य खिलाड़ियों के साथ टॉप पर हैं। सचिन ने टेस्ट क्रिकेट में भी टीम की हार के बावजूद 3 बार मैन ऑफ द मैच के पुरस्कार मिल चुका है। वैसे सचिन तेंदुलकर ने वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा 62 बार मैन ऑफ़ दी मैच का रिकॉर्ड अपने नाम किया है। सचिन तेंदुलकर के अलावा पाकिस्तान के जावेद मियांदाद के नाम अपने करियर में (मैच हारने पर) 5 मैन ऑफ द मैच का रिकॉर्ड है। जबकि जिम्बाब्वे के एंडी फ्लावर और ग्रांट फ्लावर, वेस्टइंडीज के क्रिस गेल और पाकिस्तान के इंजमाम-उल-हक ने मैच हारने के बावजूद 4 मैन ऑफ द मैच पुरस्कार जीते हैं। 10 अन्य क्रिकेटरों को 3 मैन ऑफ द मैच पुरस्कार मिले, 21 क्रिकेटरों को 2 मैन ऑफ द मैच पुरस्कार मिले और 103 क्रिकेटरों को एक-एक मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार मिला, जब उनकी टीम मैच हार गई।

आइये एक नजर डालते हैं, ऐसे खिलाड़ियों की लिस्ट पर जिन्होंने मैच हारने के बावजूद मैन ऑफ द मैच का खिताब अपने नाम किया है।

हारे हुए वनडे में शीर्ष 10 सर्वाधिक मैन ऑफ द मैच पुरस्कार

वनडे क्रिकेट में

  • सचिन तेंदुलकर (IND)- 6
  • जावेद मियांदाद (PAK)- 5
  • एंडी फ्लॉवर (ZIM)- 4
  • ग्रांट फ्लॉवर (ZIM)- 4
  • क्रिस गेल (WI)- 4
  • इंजमाम-उल-हक (PAK)- 4
  • एलेन कैम्पबेल (ZIM)- 3
  • पीए डी सिल्वा (SL) – 3
  • सौरभ गांगुली (IND) – 3

टेस्ट क्रिकेट में

  • सचिन तेंदुलकर (IND)- 3
  • मोहम्मद अशराफुल (BAN)- 3
  • शाकिब अल हसन (BAN)- 3
  • वसीम अकरम (PAK)-3
  • ब्रायन लारा (WI)-2

टी-20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में

  • शेन वॉटसन (AUS)- 2

हाशिम अमला (SA)-1