neeraj chopda Paris Olympics 2024

Neeraj Chopra, Paris Olympics: देश के स्टार खिलाड़ी नीरज चोपड़ा पेरिस ओलंपिक की जैवलिन थ्रो स्पर्धा में सिल्वर मेडल जीतकर लगातार दो ओलंपिक पदक जीतने वाले पहले भारतीय ट्रैक और फील्ड खिलाड़ी बन गए। गौरतलब है कि नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीता था। नीरज ने पेरिस ओलंपिक 2024 में भी सिल्वर मेडल जीतकर अद्भुत रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है। इस मेडल के साथ ही 26 साल के नीरज चोपड़ा लगातार 2 ओलंपिक के व्यक्तिगत इवेंट में गोल्ड और सिल्वर जीतने वाले पहले भारतीय बन गए हैं। इससे पहले भारत के लिए व्यक्तिगत इवेंट (शूटिंग) में अभिनव बिंद्रा ने बीजिंग 2008 में गोल्ड जीता था। मगर वो इसके बाद कोई मेडल नहीं जीत सके।

हालांकि पेरिस ओलंपिक 2024 में जैवलिन थ्रो में पाकिस्तान के अरशद नदीम ने गोल्ड मेडल जीतकर सुर्ख़ियों में हैं। अरशद नदीम ने 92।97 मीटर भाला फेंककर नया ओलंपिक रिकॉर्ड कायम किया है। बेटे की इस उपलब्धि पर नीरज की मां सरोज देवी ने भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “हम बहुत खुश हैं, हमारे लिए सिल्वर भी सोने के बराबर है। इसलिए हम उसके प्रदर्शन से खुश हैं। जब वो (नीरज चोपड़ा) आएगा तो उसका फेवरेट खाना बनाऊंगी।

वहीं पाकिस्तान के अरशद नदीम के गोल्ड मेडल जीतने पर नीरज चोपड़ा की माता ने बड़ी बात कही है। उन्होंने कहा कि जो गोल्ड मेडल ले गया है वो भी हमारा लड़का है। मेहनत करके लेकर गया है। उन्होंने पाकिस्तानी खिलाड़ी अरशद नदीम को भी शुभकामनाएं दीं।

इसके अलावा नीरज के पिता ने भी अरशद के स्वर्ण पदक जीतने पर खुशी जताई। उन्होंने कहा, “हम प्रेशर नहीं डाल सकते हैं। हर किसी खिलाड़ी का दिन होता है, आज अरशद नदीम का दिन था, अरशद गोल्ड जीत पाए। हम दूसरे ओलंपिक में जैवलिन में मेडल जीत पाए ये बहुत खुशी की बात है हम दूसरे देशों को फाइट दे रहे हैं।”

मौजूदा समय में नीरज चोपड़ा देश के सबसे चहेते एथलीट में से एक हैं। उनको देखने के लिए भारत में बड़ी संख्या में लोग जगे हुए थे। नीरज ने उन्हें निराश भी नहीं किया। भले ही स्वर्ण नहीं, लेकिन रजत पदक जीतकर अपनी झोली में एक और बड़ा पदक शामिल कर लिया। वह एथलेटिक्स में लगातार दो ओलंपिक में एक स्वर्ण और एक रजत के साथ-साथ ओलंपिक में एथलेटिक्स में दो पदक जीतने वाले पहले भारतीय हैं।

बता दें कि पेरिस ओलंपिक में नीरज चोपड़ा का दूसरा थ्रो ही उनका एकमात्र वैध थ्रो रहा, जिसमें उन्होंने 89।45 मीटर फेंका, जो इस सत्र का उनका सर्वश्रेष्ठ थ्रो था। इसके अलावा उनके पांचों प्रयास असफल रहे। इससे पहले उन्होंने टोक्यो ओलंपिक में 87।58 मीटर के थ्रो के साथ गोल्ड मेडल जीता था।