Rohit Sharma Retire: टीम इंडिया के दिग्गज ओपनर और दो फॉर्मेट में कप्तान रहे रोहित ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास का ऐलान किया है। हिटमैन के नाम से मशहूर रोहित ने बुधवार 7 मई को एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए लंबे फॉर्मेट के क्रिकेट को अलविदा कह दिया। रोहित के संन्यास की खबर ठीक उस वक्त पर आई, जब सेलेक्शन कमेटी ने उन्हें टेस्ट टीम की कप्तानी से हटाने का फैसला कर लिया था और साथ ही इंग्लैंड दौरे पर टीम में जगह मिलने की संभावना भी नजर नहीं आ रही थी। 38 वर्षीय रोहित अपने करियर के दूसरे भाग में भारत के सबसे सफल टेस्ट बल्लेबाजों में से एक था। हालांकि रोहित शर्मा वनडे क्रिकेट में बने रहेंगे। इससे पहले रोहित शर्मा टी20 क्रिकेट से भी संन्यास चुके हैं।
रोहित ने इंस्टाग्राम पर एक स्टोरी पोस्ट शेयर की, जिसमें उन्होंने अपनी 280 नंबर की टेस्ट कैप की फोटो पोस्ट की। इसके साथ उन्होंने संन्यास के ऐलान की जानकारी दी। रोहित ने अपनी पोस्ट में लिखा, “मैं आप सबको ये बताना चाहता हूं कि मैं टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले रहा हूं। सफेद (कपड़ों) में अपने देश का प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए बेहद सम्मान की बात रही। इतने सालों तक अपना प्यार और समर्थन देने के लिए धन्यवाद।”टीम इंडिया के दिग्गज बल्लेबाज रोहित ने हालांकि ये साफ कर दिया कि वो फिलहाल वनडे फॉर्मेट में खेलते रहेंगे। उन्होंने कहा, “मैं ODI फॉर्मेट में भारत का प्रतिनिधित्व करता रहूंगा।”
38 वर्षीय रोहित अपने करियर के दूसरे भाग में भारत के सबसे सफल टेस्ट बल्लेबाजों में से एक था। हालांकि रोहित शर्मा वनडे क्रिकेट में बने रहेंगे। इससे पहले रोहित शर्मा टी20 क्रिकेट से भी संन्यास चुके हैं।
ऐसा रहा टेस्ट करियर
रोहित ने 67 टेस्ट में 12 शतक और 18 अर्धशतक की मदद से 40.57 की औसत से 4301 रन बनाए। रोहित ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भारत की कप्तानी की। न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू मैदान पर पिछली श्रृंखला और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बोर्डर-गावस्कर श्रृंखला के अलावा कप्तान के रूप में उनका प्रदर्शन प्रभावी रहा।
कौन बनेगा नया कप्तान?
इंग्लैंड में पांच टेस्ट मैच की श्रृंखला के लिए भारत के पास एक नया टेस्ट कप्तान होगा। इसके संभावित उम्मीदवार जसप्रीत बुमराह, लोकेश राहुल, शुभमन गिल और ऋषभ पंत हो सकते हैं। फिलहाल बुमराह टेस्ट में उपकप्तानी कर रहे थे। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर रोहित की अनुपस्थिति में बुमराह ने ही वहां पर कप्तानी की जिम्मेदारी संभाली थी।