Project Bhairav-stray-dog-sterilization

ग्रेटर नोएडा : ग्रेटर नोएडा में स्ट्रे डॉग्स की बढ़ती आबादी को नियंत्रित करने और उनसे निवासियों को होने वाली परेशानी को दूर करने के लिए प्राधिकरण का प्रोजेक्ट भैरव बहुत कारगार साबित हो रहा है। नसबंदी व वैक्सीनेशन के साथ ही इन कुत्तों का बायोडाटा भी तैयार हो रहा है।

प्राधिकरण के जनस्वास्थ्य विभाग की टीम जब नसबंदी व वैक्सीनेशन के बाद डॉग्स को वापस सेक्टर या सोसाइटी में छोड़ने जाती है, तब उसका प्रिस्क्रिपशन भी सौंप रही है, जिसमें इन डॉग्स को पूरा ब्योरा भी होता है।

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण के निर्देश पर स्ट्रे डॉग्स से होने वाली परेशानी से निवासियों को राहत दिलाने के लिए प्राधिकरण ने प्रोजेक्ट भैरव के नाम से कुत्तों की नसंबदी व वैक्सीनेशन की शुरुआत की। बीते 24 फरवरी से इसकी शुरुआत की गई है। इसके जरिए अब तक पांच सेक्टरों व सोसाइटियों के 34 डॉग्स  की नसबंदी व वैक्सीनेशन की गयी है। इनमें ओमीक्रॉन दो, डेल्टा वन, अल्फा वन, बीटा टू व ग्रीन वुड सोसाइटी शामिल हैं। इन डॉग्स को पांच दिन कैनल्स में रखकर उनकी देखभाल करने के बाद उसी जगह वापस छोड़ दिया गया। जिस डॉग की नसबंदी व वैक्सीनेशन  हो जाती है उनको उसी सेक्टर या सोसाइटी में वापस छोड़ने के साथ ही वहां की एसोसिएशन को उसका प्रिस्क्रिपशन भी सौंप दिया जाता है, ताकि उसका ब्योरा आरडब्ल्यूए के पास उपलब्ध रहे।

इस प्रोजेक्ट भैरव के जरिए हर डॉग का बायोडाटा भी तैयार हो रहा है। ह्यूमन वेलफेयर संस्था को इस प्रोजेक्ट की जिम्मेदारी दी गई है। यही संस्था डॉग्स को पकड़कर लाती है। यह संस्था डॉग्स की नसबंदी व वैक्सीनेशन करने के बाद वापस उसी जगह छोड़ती है। ग्रेटर नोएडा के सेक्टर स्वर्णनगरी में स्ट्रे डॉग्स का नसबंदी केंद्र बनाया गया है। पहचान के लिए नसबंदी व वैक्सीनेशन के बाद कुत्ते के गले में नीले व गुलाबी रंग का पट्टा भी पहनाया जा रहा है। साथ ही कान पर कट भी लगा दिया गया है।

ग्रेटर नोएडा  प्राधिकरण के जनस्वाथ्य विभाग के वरिष्ठ प्रबंधक सलिल यादव ने बताया कि अब तक 34 सोसाइटियों व सेक्टरों के 135 डॉग्स की नसबंदी  के लिए पैसे जमा हो गए हैं। इनमें एल्डिको मिडोस, गौड़ सिटी एवेन्यू फर्स्ट, एडब्ल्यूएचओ, फाई थ्री, पाई वन स्थित दीवानी न्यायालय सोसाइटी, विक्ट्री वन, स्टेलर माई लिगेसी, सुपरटेक इकोविलेज टू, एटीएस ग्रीन पैराडिसो, ओमीक्रॉन-वन आदि शामिल हैं। इन सोसाइटियों की तरफ से प्रति डॉग के हिसाब से 250 रुपये जमा कराए गए हैं। इनकी भी नसबंदी व वैक्सीनेशन कराकर वापस छोड़ा जाएगा। प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण ने ग्रेटर नोएडावासियों से स्ट्रे डॉग की नसबंदी कराने के लिए आगे आने की अपील की है।