ग्रेटर नोएडा : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज यानी सोमवार को ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क-5 में उत्तर भारत के पहले हाइपरस्केल डेटा सेंटर, YOTTA- D1 का लोकार्पण किया। यह प्रदेश ही नहीं देश के लिए यह बड़ी उपलब्धि है। इस डेटा सेंटर का निर्माण 2021 की शुरुआत में हीरानंदानी ग्रुप की मुंबई स्थित सहायक कंपनी YOTTA द्वारा शुरू किया गया था। ग्रेटर नोएडा डेटा सेंटर पार्क, YOTTA- D1 में 6 डेटा सेंटर भवनों में से पहला, लगभग रपये 1,500 करोड़ और 20 महीनों के रिकॉर्ड समय में बनाकर ऑपरेशनल किया गया है। YOTTA- D1 को पूरी तरह से ऑपरेशनल होने में 5,000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त निवेश होगा। यह डेटा सेंटर 3,00,000 वर्ग फुट, ग्राउंड प्लस 7-मंजिलों में फैला है. और 28.8 मेगावाट की आईटी लोड क्षमता प्रदान करता है। Yotta D1 में सात फ्लोर पर 5000 सर्वर रैक लग सकते हैं. जो कि फुल लोड पर 48 घंटे का पावर बैकअप प्रदान करता है। नोएडा में पहला डेटा सेंटर पार्क होगा। इसमें छह परस्पर जुड़ी इमारतें होंगी और 30,000 सर्वर रैक की क्षमता की पेशकश करेगा जो 250 मेगावाट से अधिक बिजली द्वारा संचालित किया जा सकता है।
गौतमबुद्धनगर के दो दिवसीय भ्रमण पर आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज वे बेहद प्रसन्न हैं कि उत्तर भारत के पहले डाटा सेंटर का लोकार्पण हुआ। उन्होंने कहा कि जब हम डाटा सेंटर की बात करते हैं तो दुनिया का ध्यान हमारी तरफ जाता है। देश में 150 करोड़ मोबाइल फोन धारक और 65 करोड़ इंटरनेट उपभोक्ता हैं, यानी पूरी दुनिया का 20 प्रतिशत है, लेकिन स्टोरेज क्षमता मात्र 2 फीसदी थी। इस डाटा को स्टोर करने के लिए दुनिया में कहीं जमीन तलाशनी पड़ती थी। इस क्षेत्र में अब देश भी उतर चुका है। योगी ने कहा कि इस डाटा सेंटर ने ये दिखा दिया कि हम भी डाटा को अपने यहां सुरक्षित रख सकते हैं। डाटा स्टोरेज के लिए अपार अवसर हैं। नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना विकास प्राधिकरण क्षेत्र विकास के नए आयाम स्थापित कर रहे हैं।
योगी ने कहा कि यह क्षेत्र आईटी का प्रमुख केंद्र भी है। निवेश लगातार बढ़ रहा है। सरकार ने यहां र्वल्ड क्लास इंफ्रा दिया है। मैन पॉवर भी सबसे अच्छा है। डबल इंजन की सरकार अपनी क्षमता का पूरा उपयोग कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन करने का लक्ष्य दिया है, जो संभव होता हुआ दिख रहा है। इससे पहले जब भी प्रदेश में अच्छे कदम उठाने की बात होती थी तो यहां बैरियर लग जाता था। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार बनने के बाद मैंने जब नोएडा की यात्रा शुरू की थी, उस समय विपक्ष ने कहा कि कुर्सी जाएगी। यह अंध विास टूटा है। सरकार ने लोगों के लिए जो संकल्प लिया, उसे पूरा किया। भाजपा के शासनकाल में प्रदेश में सबसे ज्यादा निवेश हुआ है। भ्रष्टाचार पर व्यापक लगाम लगी है।
बता दें कि ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क-5 में बने डाटा सेंटर में 5 हजार करोड़ रुपए का निवेश हुआ है। इसकी क्षमता 30 मेगावाट आईटी लोड की है। वहीं योटटा इंफ्रास्ट्रक्चर के को-फाउंडर और चेयरमैन दर्शन हीरानंदानी ने कहा कि भारत 2025 तक डिजिटल अर्थव्यवस्था में एक ट्रिलियन डॉलर तक के आर्थिक मूल्य का सृजन करने के लिए तैयार है। प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कई प्रगातिशील पहल की है। जिसमें उत्तर प्रदेश की डेडीकेटेड डाटा पॉलिटी भी शामिल है, जो कि राज्य के आर्थिक विकास को बढ़ावा देगी। योटटा डी-1 डिजिटाइजेशन के रोडमैप को और मजबूत करेगा। इस समझौते पर उत्तर प्रदेश के आईएसएसआईआईडीसी और एसीएस अरविंद कुमार, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु महेरी और यूपी इलेक्ट्रॉनिक्स कॉपरेरेशन लिमिटेड के एमडी और आईएएस अक्षय त्रिपाठी ने हस्ताक्षर किए। इस मौके पर कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता, सांसद डॉ.महेश शर्मा, विधायक तेजपाल नागर, धीरेंद्र सिंह व वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।


