Wrestlers Protest : देश की राजधानी दिल्ली में जंतर-मंतर पर धरने पर डटी महिला पहलवानों की आखिरकार सुनवाई हुयी। यौन शोषण के आरोप के चलते भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर दिल्ली पुलिस से एफआईआर दर्ज करने की मांग कर रही महिला पहलवानों को सुप्रीम कोर्ट से राहत मिली। बृजभूषण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों में एफआईआर दर्ज कराने की मांग को लेकर दायर याचिका पर शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। इस दौरान दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने का भरोसा दिया था। मुख्य न्यायाधीश जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ और जस्टिस पी एस नरसिम्हा की पीठ के समक्ष SG तुषार मेहता ने कहा था कि दिल्ली पुलिस आज ही यानी शुक्रवार को ही एफआईआर दर्ज करेगी। सुनवाई के बाद दिल्ली पुलिस ने आखिरकार शुक्रवार देर रात को बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ FIR दर्ज की।
बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दिल्ली के कनॉट प्लेस थाने में दो एफआईआर दर्ज की गई हैं, जिनमें एक पोक्सो एक्ट के तहत दर्ज है। दरअसल, 21 अप्रैल को एक नाबालिग समेत सात महिला रेसलर ने दिल्ली पुलिस के पास यौन शोषण की शिकायत की थी, लेकिन मामले में FIR दर्ज नहीं हुई। इसके बाद पहलवान धरने पर बैठ गए। 25 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट ने महिला पहलवानों की अपील सुनकर इसे गंभीर मामला बताया और दो दिन में दिल्ली पुलिस को जवाब देने के लिए कहा। तब जाकर 28 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट में दिल्ली पुलिस ने कहा कि हम बृजभूषण शऱण सिंह के खिलाफ FIR दर्ज करेंगे। अदालत ने ये भी आदेश दिया है कि नाबालिग महिला पहलवान को सुरक्षा दी जाए।
वहीं, सुप्रीम कोर्ट से मिली जीत पर महिला पहलवान विनेश फोगाट ने सुप्रीम कोर्ट का आभार जताया और कहा कि कोई कमेटी हमें नहीं समझती है, न खेल मंत्रालय और न ही आईओए। सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के बाद पहलवानों ने प्रेस कांफ्रेंस में साफ कह दिया था कि बृजभूषण कि गिरफ्तारी तक उनका धरना खत्म हनीं होगा। इस दौरान विनेश फोगाट ने कहा था कि हमें सुप्रीम कोर्ट पर पूरा भरोसा है। बृजभूषण सिंह को सभी पदों से हटाया जाए, वह अपने पदों का दुरुपयोग कर सकते हैं। हमें किसी भी कमेटी या कमेटी के सदस्य पर भरोसा नहीं है। उन्होंने कहा कि ये लड़ाई सिर्फ FIR तक नहीं थी। लड़ाई बृजभूषण सिंह को सजा दिलाने की है। बृजभूषण सिंह को जेल में डाला जाए। उन्होंने कहा कि मैं पीएम मोदी से अपील करती हूं कि नैतिक आधार पर बृजभूषण को सभी पदों से बर्खास्त किया जाना चाहिए। वह जांच को प्रभावित कर सकते हैं।
प्रदर्शन स्थल पर बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक, सरिता मोर, संगीता फोगाट, सोनम मलिक, अंशु मलिक और सत्यव्रत मलिक जैसे खिलाड़ी मौजूद हैं। बजरंग पूनिया ने धरना खत्म नहीं करने की बात करते हुए कहा था कि हमारा धरना जारी रहेगा। उन्होंने कहा था कि मैं दिल्ली पुलिस को बताना चाहता हूं कि बृजभूषण कुश्ती संघ के अध्यक्ष हैं। अगर अध्यक्ष यौन उत्पीड़न करते हैं तो पहलवान किससे संपर्क करेंगे। दिल्ली पुलिस को बृजभूषण को तुरंत गिरफ्तार करना चाहिए। जितने भी खिलाड़ियों ने सपोर्ट किया है, उनको धन्यवाद। दो ओलंपियन ने हमारे लिए ट्वीट किया है
क्या है पूरा मामला
ओलंपिक एवं अन्य विश्वस्तरीय प्रतियोगितों में देश के लिए पदक जीतने वाली पहलवानों ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। पहलवानों ने अध्यक्ष समेत संघ के कुछ लोगों पर यौन और मानसिक शोषण का आरोप लगाया है। पहलवान बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे हैं। दरसल ओलंपिक पदक विजेता पहलवान विनेश फोगाट का आरोप है कि बृजभूषण सिंह ने महिला खिलाड़ियों का यौन शोषण किया है। फोगाट ने कहा कि उनके साथ कुछ भी नहीं हुआ है, लेकिन उनकी सहेली के साथ ऐसा हुआ है। फोगाट के अनुसार उनकी सहेली डरी हुई है। उन्होंने अपनी शिकायत में यह भी कहा है कि नेशनल कैंप लखनऊ में कई कोच हैं, उन्होंने भी महिला कुश्ती खिलाड़ियों का शोषण किया है। एक दूसरे पहलवान बजरंग पुनिया का आरोप है कि बृजभूषण सिंह किसी तानाशाह की तरह काम करते हैं, वे फेडरेशन को अपने तरीके से चला रहे हैं, जिससे खिलाड़ियों का मनोबल टूट रहा है।
इसी मामले को लेकर 7 महिला खिलाड़ियों ने बृजभूषण सिंह के खिलाफ दिल्ली पुलिस में एक शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने तुरंत एफआईआर दर्ज नहीं की। शिकायत 21 अप्रैल को कराई गई थी। खिलाड़ियों ने बृजभूषण सिंह पर गंभीर आरोप लगाए हैं। यौन शोषण के भी आरोप लगे हैं। शिकायतकर्ताओं में एक नाबालिग भी है। पिछली सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि इस मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज क्यों नहीं की, इसका जवाब उन्हें देना होगा। अब इस मामले में दिल्ली पुलिस ने कहा कि वह एफआईआर दर्ज करने जा रही है।
हालांकि, इससे पहले भी पहलवानों ने धरना दिया था। लेकिन उसके बाद सरकार के हस्तक्षेप के बाद मुक्केबाज एमसी मैरी कॉम की अध्यक्षता वाली समिति का गठन 23 जनवरी को किया गया। पहलवानों का आरोप है कि इसके बाद भी पहलवानों को धमकियां मिली जिसकी दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की। मजबूरन FIR दर्ज करने की मांग को लेकर पहलवानों को एक बार फिर जंतर-मंतर पर धरना देना पड़ा।
इस मामले में बृजभूषण का कहना है कि इन आरोपों में सच्चाई नहीं है। अगर कोई भी महिला खिलाड़ी सामने आती है और इन आरोपों को सच साबित कर देगी, तो वह सजा के लिए तैयार हैं। सभी आरोप किसी के इशारे पर लगाए जा रहे हैं। अगर जांच करानी है, तो आप सीबीआई या पुलिस किसी से भी जांच करवा सकते हैं।
कौन हैं बृजभूषण सिंह
पहलवानी के शौकीन रहे बृजभूषण शरण सिंह 11 वर्षों से भारत के कुश्ती संघ अध्यक्ष की कुर्सी पर विराजमान हैं। उनकी ताकत का लोहा सिर्फ इतना नहीं है। उनका बेटा करनभूषण सिंह यूपी रेसलिंग फेडरेशन में उपाध्यक्ष है, पत्नी केतकी सिंह सांसद रह चुकी हैं। वहीं दूसरे सुपुत्र प्रतीक भूषण सिंह विधायक हैं। खुद बृजभूषण शरण सिंह छह बार के सांसद हैं और यूपी कुश्ती संघ का दफ्तर बृजभूषण के महाविद्यालय के पते पर ही दर्ज है। वर्तमान में बृजभूषण सिंह कैसरगंज, यूपी से भाजपा सांसद हैं। वह सपा में भी रह चुके हैं। राम मंदिर आंदोलन के समय से ही बृजभूषण सिंह सुर्खियों में रहे हैं। तब वह गोंडा के छात्र नेता हुआ करते थे। आपराधिक पृष्ठभूमि के बावजूद भाजपा ने 1991 में सिंह को टिकट दिया और चुनाव जीत गए।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक तब उन पर 34 आपराधिक मामले दर्ज थे। 1996 में बृजभूषण सिंह के खिलाफ टाडा में मामला दर्ज था। उस समय यह आरोप लगा था कि बृजभूषण सिंह का दाऊद इब्राहिम से संपर्क है। भाजपा ने तब उन्हें पार्टी से निकाल दिया। हालांकि, उसकी जगह पर भाजपा ने पत्नी को टिकट दे दिया। बृजभूषण लगातार 6 बार से सांसदी का चुनाव जीत रहे हैं। वे 50 से ज्यादा स्कूल-कॉलेज के मालिक हैं। 10 करोड़ की संपत्ति के मालिक बृजभूषण शरण सिंह के बारे में बताते हैं कि वो अपना एक अलग हेलीकॉप्टर तक रखते हैं।