नोएडा : टीबी की स्क्रीनिंग और जांच का दायरा बढ़ेगा तो कम समय में अधिक रोगियों की पहचान की जा सकेगी और संक्रमण पर काबू करने का यही बेहतर तरीका है। समय से उपचार शुरू होने पर क्षय रोगी अन्य लोगों को संक्रमण नहीं दे पाएंगे और सभी के सहयोग से टीबी मुक्त भारत का सपना साकार हो सकेगा। यह बात जिला क्षय रोग अधिकारी डा. शिरीष जैन ने बृहस्पतिवार को कही। उन्होंने बताया- जनपद में टीबी की जांच कोसुगम और शीघ्र किये जाने की दिशा में लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। जनपद में अब टीबी जांच के लिए चार विभिन्न स्वास्थ्य केन्द्रों पर सीबी नाट और पांच ट्रू नेट मशीन उपलब्ध हैं। बुधवार को गवर्नमेंट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (जिम्स) में सीबी नाट मशीन स्थापित की गयी है।
डा. जैन ने बताया- सीबी नाट मशीन से सुगम और जल्दी टीबी की जांच होती है। जिम्स में यह मशीन लगने से ग्रेटर नोएडा और आस-पास के क्षेत्रों के लोगों को इसका लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा – क्षयउन्मूलन के लिए सबसे जरूरी है टीबी मरीजों की शीघ्र पहचान होना। जितनी जल्दी पहचान, उतनी जल्दी उपचार और उतनी ही जल्दी टीबी संक्रमण का फैलना बंद। उन्होंने बताया- क्षय रोग इकाई का पूरा फोकस है कि टीबी मरीजों की जल्दी से जल्दी पहचान हो। समय से टीबी जांच हो जाए और चिकित्सकीय परामर्श के मुताबिक पूरा व नियमित उपचार हो जाए तो टीबी न केवल पूरी तरह ठीक हो जाती है बल्कि परिवार के अन्य सदस्यों का भी बचाव हो जाता है।
उन्होंने बताया – पल्मोनरी (फेफड़ों की) टीबी के मरीज के खांसने और छींकने से निकलने वाली बूंदों के सम्पर्क में आने से यह फैलती है। उपचार शुरू होने के बाद संक्रमण फैलने की आशंका काफी कम हो जाती है।
रोटरी क्लब का महत्वपूर्ण योगदान
जिम्स में सीबीनाट मशीन स्थापित कराने में रोटरी क्लब ऑफ नोएडा आयकानिक का महत्वपूर्ण योगदान रहा। रोटरी क्लब के पूर्व गवर्नर आलोक गुप्ता ने अपने कार्यकाल में जिला क्षय रोग अधिकारी की पहल पर मशीन उपलब्ध कराने के प्रयास शुरू किए थे। इस कार्य में जिम्स के निदेशक ब्रिगेडियर डा. राकेश गुप्ता काविशेष सहयोग रहा। बुधवार को इसे क्षय उन्मूलन कार्यक्रम को समर्पित कर दिया गया। टीबी परीक्षण केन्द्र का विधिवत शुभारंभ विधायक धीरेन्द्र सिंह ने किया।
जनपद में अब चार स्वास्थ्य केन्द्रों पर सीबीनाट और पांच पर ट्रूनेट मशीन उपलब्ध
डा. जैन ने बताया- टीबी जांच की दृष्टि से जनपद में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं है। टीबी जांच के पर्याप्त संसाधन उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया- जिला अस्पताल नोएडा, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र दादरी, जिम्स ग्रेटर नोएडा और शारदा अस्पताल में सीबी नाट मशीन हैं, जबकि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भंगेल, जेवर, दनकौर, जिला अस्पताल नोएडा और जिम्स में ट्रूनेट मशीन स्थापित हैं। जनपद में उपलब्ध सीबी नाट मशीन से एक साथ चार सैंपल की जांच की जा सकती है। इसका परिणाम भी दो घंटे में आ जाता है। इन मशीन से किये गये टेस्ट को न्युक्लिक एसिड एम्प्लीफिकेशन टेस्ट (नाट) कहते हैं।
हर हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर है बलगम कलेक्शन की सुविधा: जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया 17 सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य़ केन्द्रों सहित जनपद के सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर बलगम कलेक्शन की सुविधा है। इसके अलावा ग्रामीण इलाकों में क्षेत्रीय आशा कार्यकर्ता और सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) की मदद से टीबी जांच करायी जा सकती है। उन्होंने बताया- वर्तमान में जनपद में टीबी के 6103 मरीज उपचाराधीन हैं।