ग्रेटर नोएडा : गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय (जीबीयू) ने शैक्षणिक सत्र 2022-23 में एडमिशन के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस बार 12 नये पाठ्यक्रम शामिल किए गए हैं। साथ ही रिसर्च पर भी जोर दिया जाएगा। हॉस्टल में रहने की अनिवार्यता में भी कुछ पाठ्यक्रमों के विद्यार्थियों को राहत दी गई है। नये सत्र की पढ़ाई आगामी अगस्त माह में शुरू हो जाएगी। एडमिशन के लिए नामांकन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। विवि के वाइस चांसलर प्रो. रवीन्द्र कुमार सिन्हा ने बताया सत्र 2022-23 में 12 नए पाठ्यक्रमों के साथ कुल 124 पाठ्यक्रम विवि में प्रवेश चाहने वाले विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध होंगे। विवि पाठ्यक्रमों का व्यापक विकल्प प्रस्तुत कर रहा है, ताकि छात्र अपनी पसंद के विषय को चुन सकें। विज्ञान और तकनीकी में हुई प्रगति के अनुरूप कई नए विषयों का समावेश किया गया है। वाइस चांसलर ने बताया कि जीबीयू को शोधपरक विवि बनाने के लिए प्रयास चल रहा है, जिसके तहत फीस में 50 फीसद तक की कमी की गयी है। शिक्षा में गुणवत्ता के लिए पूरा प्रयास किया जा रहा है। रजिस्ट्रार डॉ. विश्वास त्रिपाठी ने बताया विवि नैक ग्रेडिंग है और इस बार एनआईआरएफ रैंकिंग के लिए भी आवेदन किया है। इस दौरान प्रो. मलकानिया, प्रो. श्वेता आनन्द, डॉ. नीति राणा, डॉ. के.के. द्विवेदी,, कृति पाल, डीन इंजीनियरिंग मनमोहन सिंह मौजूद रहे।
जीबीयू आगामी सत्र से एनईपी कर रहा है लागू
जीबीयू राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (एन.ई.पी.-2020) को सैद्धांतिक रूप से आगामी सत्र में लागू कर रहा है। वर्तमान में विश्वविद्यालय द्वारा त्रिवर्षीय स्नातक स्तर के पाठ्यक्रमों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत प्रारंभ करने का निर्णय लिया है। शैक्षणिक सत्र 2022-23 से सभी स्नातक स्तर वाले पाठ्यक्रम राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप होंगे। पांच संकायों-बौद्ध अध्ययन एवं सभ्यता, मानविकी एवं सामाजिक विज्ञान, व्यावसायिक अध्ययन और अनुप्रयुक्त विज्ञान, प्रबंधन और बायोटेक्नोलॉजी) के स्नातक स्तर के पाठ्यक्रमों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप चलाया जाएगा।
छात्रावास की अनिवार्यता में छूट
विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस शैक्षणिक सत्र में कुछ पाठ्यक्रमों में प्रवेश लेने वाले शिक्षार्थियों को छात्रावास की अनिवार्यता में छूट का विकल्प दिया है। यह छूट सिर्फ स्नातक एवं स्नातकोत्तर स्तर के कला, विज्ञान एवं बौद्ध अध्ययन के गैर-व्यावसायिक (नॉन प्रोफेशनल) पाठ्यक्रमों में दी जाएगी।अन्य व्यावसायिक (प्रोफेशनल) तथा शोध पाठ्यक्रमों में छात्रावास में रहने कि अनिवार्यता पूर्ववत रहेगी।
विवि ने 12 नए पाठ्यक्रमों को किया शुरु
तीन संकायों एवं एक सेंटर ऑफ एक्सीलेंस इन रैपिड ऑल्टर्नटिव एनर्जी एण्ड मोबिलिटी द्वारा प्रस्तुत नवीन पाठ्यक्रमों के नाम एवं स्तर निम्न है, पीएचडी (खाद्य प्रसंस्करण टेकनोलॉजी), एम. टेक(कंप्युटर साइंस तथा तकनीकी), एमबीए एक्जीक्यूटिव (वर्किंग प्रोफेशनल्स), एमएससी (बायोइनफॉरमैटिक्स एंड जीनोमिक्स एंड माइक्रोबियल बायोटेक्नोलॉजी), बीएससी (ऑनर्स) बायोटेक्नोलॉजी रिसर्च (शोध), एमटेक (रैम्स एंड मेंटेनेंस इंजीनियरिंग), तीन सर्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्स – विश्वसनीयता उपलब्धता और सुरक्षा, पूर्वानुमान और स्वास्थ्य और रखरखाव इंजीनियरिंग विषयक आदि।
वर्किंग प्रोफेशनल के लिए कोर्स शुरु
वर्किंग प्रोफेशनल जो अपनी शैक्षणिक योग्यता बढ़ाना चाहते हैं परंतु सेवारत होने के कारण पूर्णकालिक पाठ्यक्रमों में अध्ययन करने में असमर्थ थे। उनके लिए विश्वविद्यालय शैक्षणिक योग्यता बढ़ाने का अवसर प्रदान कर रहा है। ऐसे वर्किंग प्रोफेशनलों के लिए दो नए पाठ्यक्रम चलाए जा रहे हैं, यथा एमटेक (कंप्युटर साइंस एण्ड इंजीनीयरिंग) एवं एमबीए (एक्जीक्यूटिव)।
विवि दो मोड में छात्रों को देगी प्रवेश
रिमोट प्रोक्टेड ऑनलाइन प्रवेश परीक्षा (जीबीयू-ईटी 2022) और डायरेक्ट मोड प्रवेश (मेरिट-आधारित प्रवेश)।विश्वविद्यालय 100 पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए ऑनलाइन प्रवेश परीक्षा आयोजित करेगा और शेष 24 पाठ्यक्रमों में प्रवेश डायरेक्ट मोड प्रवेश के माध्यम से होगा। विश्वविद्यालय संभवतः जुलाई के पहले सप्ताह में ऑनलाइन प्रवेश परीक्षा आयोजित करेगा जिसकी जानकारी प्रवेश के लिए आवेदन करने वाले विद्यार्थी को 15 दिनों पहले सूचित किया जाएगा।