yamuna authority board meeting:

yamuna authority board meeting: यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण की 85वीं बोर्ड बैठक बुधबार को संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता उत्तर प्रदेश अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक कुमार ने की। बैठक में प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने कुल 54 प्रस्तावों को प्रस्तुत किया, जिनमें से कई को मंजूरी प्रदान की गई।

इस बैठक में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट परिसर में 1,000 वर्ग मीटर में एक आधुनिक पुलिस थाने की स्थापना का प्रस्ताव पारित किया गया। इसके लिए एफएआर 25, ग्राउंड कवरेज 60 प्रतिशत और भवन ऊंचाई 24 मीटर निर्धारित की गई है।  इसके अलावा, महायोजना 2041 के तहत सेक्टर-22एफ और 23बी में रिक्रिएशनल ग्रीन जोन विकसित किया जाएगा। इन क्षेत्रों में गोल्फ कोर्स, यमुना हाट, ओलंपिक विलेज, थीम पार्क, एविएशन म्यूजियम और जिमखाना क्लब जैसी परियोजनाएं प्रस्तावित की गई हैं। यह परियोजनाएं पीपीपी मॉडल पर संचालित की जाएंगी।

महायोजना फेज-2 में अलीगढ, मथुरा, हाथरस और आगरा के फेज-2 क्षेत्रों में आवासीय व सार्वजनिक सुविधाओं के लिए भूमि उपयोग के नए दिशा-निर्देश तय किए गए हैं। इस बैठक में एक और अहम फैसला लिया गया, जिसमें भारत सरकार के सहयोग से सेक्टर-10 में ईएमसी 2.0 परियोजना को मंजूरी दी गई है। इस प्रोजेक्ट के लिए 341 करोड़ का निवेश प्राधिकरण करेगा, जबकि 144.48 करोड़ की सहायता केंद्र सरकार देगी, जिसके तहत हैवल्स इंडिया को 50 एकड़ भूमि आवंटित की गई है। इसके अलावा, दो फायर स्टेशन समेत अन्य सुविधाओं के लिए भी भूमि के आवंटन पर मुहर लगाई गई है, जिसमें सेक्टर-18 और 32 में दो फायर स्टेशनों की स्थापना की जाएगी।

मदर डेयरी को सेक्टर-18 और 20 में पूर्व आवंटित 21 भूखंडों का आकार 200 वर्ग मीटर से घटाकर 100 वर्ग मीटर किया गया है, ताकि आवासीय पॉकेटों की जरूरतें पूरी की जा सकें। साथ ही बोर्ड ने नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यीडा क्षेत्र में 500 वातानुकूलित ई-बसें जीसीसी मोड पर चलाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। लीज डीड और भूमि आवंटन को लेकर किए गए महत्वपूर्ण प्रस्तावों में सेक्टर-25 के अंतर्गत अर्जति भूमि पर 7 प्रतिशत आबादी भूखंडों की लीज डीड से पहले संबंधित किसानों से 10 प्रतिशत भूअर्जन मूल्य वसूला जाएगा। वहीं, सेक्टर-29 में अपैरल पार्क के तहत 82 सदस्यों को भूमि आवंटन की प्रक्रिया जारी है, जिनमें से अधिकांश लीज डीड और कब्जा प्रमाणपत्र प्राप्त कर चुके हैं।

प्राधिकरण की पुरानी एकमुश्त समाधान योजना (ओटीएस) से 551.55 करोड़ की वसूली हुई थी। अब फिर से डिफॉल्टर आवंटियों के लिए 1 जुलाई से 31 अगस्त तक ओटीएस योजना लाई जाएगी, जिससे 4,948 करोड़ की बकाया राशि की वसूली की उम्मीद है।

महत्वपूर्ण प्रस्तावः

  1. यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण क्षेत्र में बन रहे नोएडा इण्टरनेषनल एयरपोर्ट के अन्तर्गत 1000 वर्गमीटर में एक पुलिस थाने की स्थापना की जायेगी। कार्य की आवष्यकता के दृश्टगत एफ.ए.आर. 2.5 ग्राउण्ड कवरेज 60 प्रतिषत व ऊंचाई 24 मीटर किये जाने का निर्णय लिया गया है।
  2. यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण क्षेत्र में महायोजना 2041 के रिक्रयेषन सैक्टरों में Regulatory Framework And Permissible Use for Recreational Greens at YEIDA हेतु तैयार रिपोर्ट प्राधिकरण बोर्ड के समक्ष प्रस्तुत की गयी। साथ ही सर्वप्रथम सैक्टर-22एफ 700 एकड़ व 23बी 500 एकड़ जोकि यमुना एक्सप्रेसवे से लगे हुये रिक्रयेषन ग्रीन सैक्टर है, इन सैक्टरों में Golf Course, Gymkhana Club and Yamuna Haat जैसे कोर एक्टिविटी की योजना लायी जानी प्रस्तावित है। इसके अतिरिक्त Kingdom of Dreams, Olympic Village, Imagicaa Theme Park, Aviation Museum, Oxford Golf Course, Delhi Gymkhana Club, Oxford Gold Resort, Dilli Haat, Cubbon Park जैसी योजनायें भी प्रस्तावित की गयीं हैं। बोर्ड द्वारा इस पर सैद्धांतिक सहमति प्रदान की गयी तथा परियोजना PPP मोड पर करने हेतु Terms & Condition बनाने का निर्देष दिया गया।
  3. यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण क्षेत्र 6 जिलों यथा जिला गौतमबुद्ध नगर, बुलन्दषहर, अलीगढ, हाथरस मथुरा एवं आगरा के 1149 राजस्व ग्रामों में विस्तारित है। जनपद गौतमबुद्ध नगर व बुलन्दषहर महायोजना 2041 के अन्तर्गत आता है। जबकि अन्य चारों जिले प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र में फेज-2 क्षेत्र कहलाते हैं। जिसमें प्रत्येक जनपद के अन्तर्गत एक अर्बन सेन्टर प्रास्तावित है। अर्बन सेंटर के बाहर पडने वाले कृशि भूउपयोग व ग्रामीण आबादी क्षेत्रों में विभिन्न आवष्यक क्रियाओं के विकास हेतु महायोजना-2031 फेज-2 (संपूर्ण क्षेत्र/रीजनल लेवल योजना) तैयार की गयी है। अनुमोदित महायोजना की अध्याय- 06 में कृशि भूउपयोग व ग्रामीण आबादी क्षेत्र में अनुमन्य है क्रियाओं के विकास हेतु प्राविधान है। जिसमें ग्रामीण आबादी के 200 मीटर की त्रिज्या में Residential house, Public/Institutional facilities, आवष्यक कमर्षियल एक्टिविटी आदि की अनुमन्यता का उल्लेख है।

जनपद-अलीगढ, मथुरा, हाथरस, एवं आगरा के अधिसूचित क्षेत्र अर्थात महोयोजना फेज-02 क्षेत्र में उपरोक्त संदर्भित क्रियाओं के विकास हेतु आवेदन प्राप्ति, आवेदन का परीक्षण एवं अनुमन्यता प्रदान किये जाने हेतु निम्न प्रक्रिया को अपनाये जाने पर विचार किया जा सकता है।

आवेदन प्राप्तिः महायोजना फेज-02 के अन्तर्गत उपरोक्त संदर्भित सभी क्रियाओं के निर्माण के लिये इच्छुक आवेदक द्वारा मुख्य कार्यपालक अधिकारी के समक्ष निम्न दस्तावेज व मानचित्र के साथ आवेदन किया जायेगा।

आवेदन के साथ आवेदक द्वारा स्वामित्व के दस्तावेज भी प्रस्तुत किये जायेंगे।

आवेदन के साथ मानचित्र जिसमें आवेदित भूमि/भूखण्ड की सीमा रेखा और भूखण्ड से लगी हुई संपत्ति और मार्ग का नाम, चैड़ाई और संख्या स्पश्ट रूप से उल्लेखित होगी, उपलब्ध कराया जायेगां

मानचित्र में क्रिया के विकास हेतु स्थल के काॅर्डीनेट का स्पश्ट विवरण उपलब्ध होगा व मानचित्र में भवन विनियमावली के अनुसार अन्य आवष्यक बिन्दुओं जैसे-भवन की कुल ऊंचाई, सैटबैक, ग्राउण्ड कवरेज, एफ0ए0आर0 आदि का स्पश्ट विवरण अंकित किया जायेगा।

मानचित्र में प्रयुक्त पैमाना उत्तरी बिन्दुओं की दिषा एवं जलापूर्ति, डेªनेज, सीवरेज की व्यवस्था तथा साॅलिड वेस्ट के निस्तारण की व्यवस्था का भी उल्लेख किया जायेगा।

उपरोक्त दस्तावेजों का परीक्षण गठित समिति द्वारा करते हुये समिति की संस्तुति प्रस्ताव मुख्य कार्यपालक अधिकारी के समक्ष अनुमोदनार्थ प्रस्तुत किये जायेगें।

यह अनुमति Urban Node के अनुमोदित PLAN के अन्दर नहीं दी जायेगी और यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के Buffer Zone/Region के 05 किमी के बाहर के दायरे में ही नियमानुसार अनुमन्य होगी।

  1. यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण क्षेत्र के सैक्टर-10 में भारत सरकार के इलेक्ट्रोनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा इलेक्ट्रोनिक्स विनिर्माण क्लस्टर (EMC 2.0) का अनुमोदन प्रदान किया गया है। इस परियोजना पर आने वाले खर्च में से करीब 144.48 करोड का भुगतान भारत सरकार द्वारा Central Financial Assistance from MeitY से किया जायेगा, यीडा द्वारा इस परियोजना के अवस्थापना विकास पर करीब 341 करोड रूपये का व्यय किया जायेगा। विकास पर इस हेतु प्राधिकरण द्वारा सैक्टर में 200 एकड़ भूमि चयनित की गयी है। यीडा द्वारा ईएमसी पार्क में विष्वस्तरीय बुनियादी ढांचे के निर्माण के साथ-साथ सुविधायें जैसे रेडी बिल्ट फैक्टरी, कन्वेंषन सेंटर, हाॅस्टल, व्यवसायिक केन्द्र, कौषल विकास केन्द्र आदि की स्थापना भी की जायेगी। इस हेतु मै0 हैवल्स इण्डिया लि. का 50 एकड भूमि का आवंटन भी कर दिया गया है जोकि इस ईएमसी 2.0 में एंकर यूनिट के रूप में स्थापित होगी।
  2. यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण क्षेत्र के सैक्टर-18 व सैक्टर-32 में 7485 वर्गमीटर के दो भूखण्डों में अग्नि षमन केंद्र (Fire Station) की स्थापना किये जाने का निर्णय लिया गया है। इस हेतु अग्नि षमन विभाग को यह दोनों भूखण्ड लगभग निःषुल्क अर्थात सांकेतिक रूपये 01 प्रति वर्गमीटर की दर से आवंटित किये जाने का निर्णय लिया गया है।
  3. प्राधिकरण द्वारा मै0 मदर डेयरी फ्रूट एण्ड वेजीटेबिल प्रा. लि. के पक्ष में सैक्टर-18 और 20 में कुल 21 भूखण्डों का आवंटन पूर्व में किया गया था। यह सभी बूथ 200 वर्गमीटर के स्थान पर 100 वर्गमीटर के होंगे तथा प्राधिकरण के सैक्टर-18 व 20 के आवासीय पाॅकेटों की आवष्यकताओं की पूर्ति करेंगे। प्राधिकरा बोर्ड द्वारा इस पर कार्याेत्तर स्वीकृति प्रदान की गयी है।
  4. नोएडा, ग्रेटर नोएडा एवं यीडा क्षेत्र में 500 वातानुकूलित ईबसों को जी.सी.सी. मोड पर संचालन किये जाने का अनुमोदन बोर्ड द्वारा दिया गया है।
  5. यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण क्षेत्र के सैक्टर-25 के अन्तर्गत 08 ग्रामों की अर्जित व क्रय भूमि के सापेक्ष 07 प्रतिषत आबादी भूमि के अन्तर्गत पूर्व से नियोजित 120 वर्गमीटर भूखण्डों की लीज डीड संपादित कराये जाने से पूर्व देयता की गणना संबंधित काष्तकार की अर्जित भूमि के सापेक्ष बन रहे भूखण्ड क्षेत्रफल के सापेक्ष 10 प्रतिषत भू-अर्जन मूल्य की धनराषि प्राधिकरण की वर्तमान अर्जन/क्रय की दर से गणना कर धनराषि जमा किये जाने का बोर्ड द्वारा अनुमोदन प्रदान किया गया है। पूर्व में जिन काष्तकारों का 120 मी0 के भूखण्ड दे दिये गये हैं उनसे भूखण्ड के सापेक्ष अर्जन धनराषि का 10 प्रतिषत वापिस लिया जाये।
  6. यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण क्षेत्र में सैक्टर-29 में बन रहे अपैरल पार्क के अन्तर्गत कुल नोएडा अपैरल एक्सपोर्ट क्लस्टर (NAEC) के 82 सदस्यों को भूखण्डों का आवंटन किया गया है। यहां पर विकास कार्यों की समीक्षा की गयी। इन 82 आवंटियों में से 65 को लीज प्लान जारी किया जा चुका है जिनमें से 61 द्वारा लीज डीज संपादित करवा दी गयी है तथा 43 आवंटियों द्वारा कब्जा प्रमाण पत्र भी प्राप्त करा दिया गया है, 16 आवंटियों द्वारा तलपट मानचित्र अनुमोदित करवा लिया गया है तथा 7 आवंटियों द्वारा स्थल पर फैक्टरी निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। उक्त के अतिरिक्त भूखण्ड उसी सैक्टर में षिफ्ट कर हस्तांतरित किये गये।
  7. प्राधिकरण क्षेत्र में लीगेसी स्टाॅल्ड रियल स्टेट प्रोजेक्टस के अन्तर्गत कुल 07 ग्रुप हाउसिंग परियोजनाएं आच्छादित हैं जिनमें बिल्डर द्वारा नेट ड्यूज की 25 प्रतिषत धनराषि जमा करवा दी गयी है। 25 प्रतिषत के सापेक्ष जमा करवायी गयी धनराषि रूपये 407.90 करोड़ की है। अगले 1 वर्श में इससे प्राधिकरण की संभावित आय रूपये 621 करोड की होगी। इन परियोजनाओं में अभी तक 6879 सब-आवंटियों द्वारा रजिस्ट्रियां करवायीं गयीं जिनमें से फरवरी 2024 से मार्च 2025 तक 800 रजिस्ट्रियां करवायीं गयीं हैं।
  8. यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण द्वारा पूर्व में आवंटियों की सुविधा हेतु एकमुष्त समाधान योजना 6 बार लायी गयी थी जिससे प्राधिकरण को रूपये 551.55 करोड़ की आय प्राप्त हुयी थी। वर्तमान में अभी भी करीब 7917 आवंटी डिफाॅल्टर हैं तथा जिन पर लगभग 4948 करोड़ की धनराषि बकाया है। ऐसे में अधिकांष आवंटी अतिरिक्त प्रतिकर व प्रीमियम की धनराषि दिये जाने के इच्छुक हैं तथा ओटीएस की योजना से उनको भी लाभा हेागा तथा प्राधिकरण को डिफाॅल्ट धनराषि की प्राप्ति होगी। अतः जनहित में प्राधिकरण द्वारा पुनः एकमुष्त समाधान योजना OTS की योजना 01.07.2025 से 31.08.2025 तक की अवधि हेतु लाये जाने का निर्णय लिया गया है।
  9. यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण क्षेत्र का सैक्टर-10 इलैक्ट्रोनिक्स मैन्यूफैक्चरिंग क्लस्टर के रूप में विकसित किया जा रहा है। क्लस्टर हेतु उद्योग विभाग द्वारा तैयार किये गये डीपीआर के अनुसार प्रथम चरण में 32डट। विद्युत भार की आवष्यकता दर्षायी गयी है। सैक्टर-32 में वर्तमान में संचालित 220/132/33 केवी विद्युत उपकेन्द्र में प्राधिकरण हेतु 220/132 केवी विभव स्तर पर 160ग्2 डट। एवं 132/33 केवी विभव स्तर पर 63ग्1डट। का पावर परिवर्तक स्थापित किया गया है। इसी उपकेन्द्र से जेवर इन्टरनेषनल एयरपोर्ट को भी विद्युत आपूर्ति की जा रही है। सैक्टर-29, 32 एवं 33 में कुल 192 मेगावाट का विद्युत भार आंकलित किया गया है। इसके अतिरिक्त जेवर इण्टरनेषनल एयरपोर्ट के विस्थापितों हेतु निर्मित की गयी आर एण्ड आर कोलोनी हेतु इसी विद्युत उपकेंद्र से 20डट। विद्युत भार तथा रबूपुरा स्थित 33/11 केवी विद्युत उपकेन्द्र हेतु डट। विद्युत भार की आपूर्ति की जा रही है।

इलेक्ट्रोनिक्स मैन्युफैक्चरिंग उद्योग मुख्यतः  च्वूमत प्दजमदेपअम उद्योग की श्रेणी में आता है। इस औद्योगिक क्षेत्र में स्थापित होने वाली कम्पनियों के पावर की अत्यधिक मांग की जाती हैं। तदानुसार भविश्य में सैक्टर-10 में 132/33 केवी विद्युत उपकेंद्र की आवष्यकता संभावित है। उपरोक्त तथ्यों के दृश्टिगत सैक्टर-10 में 132/33 केवी विद्युत उपकेंद्र हेतु 2.0 हैक्टेयर भूमि को आरक्षित एवं नियोजित किये जाने एवं भविश्य में आवष्यकता के दृश्टिगत उक्त 132/33 केवी विद्युत उपकेन्द्र एवं तत्संबंधी डबल सर्किट पारेशण लाईन का निर्माण यूपीपीटीसीएल विभाग से जमा पद योजना के अन्तर्गत कराये जाने का अनुमोदन प्रदान किया गया।

  1. यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण क्षेत्र में जन सामान्य की सुविधा हेतु प्रथम प्छथ्व्त्ड।स् ैम्ब्ज्व्त् में आवासीय भूखण्डों की योजना के नियम व षर्ताें के निर्धारण उपरान्त योजना लाये जाने के लिये बोर्ड द्वारा योजना पर सैद्धांतिक सहमति प्रदान करते हुये नियम व षर्तें बनाने के लिये ब्वदेनसजंदज भ्पतम करने व तद्नुसार सुसंगत प्रस्ताव तैयार कर प्रस्तुत करने का निर्णय लिया गया।

प्राधिकरण द्वारा सेक्टर- 16, 17, 18, 20 व 22डी में 60 वर्ग मीटर से 4000 वर्ग मीटर क्षेत्रफल तक के लगभग 28900 भूखण्डों का आवंटन किया गया है। जिसमें प्छथ्व्त्ड।स् ैम्ब्ज्व्त् हेतु चिन्हित भूमि पर 30 वर्ग मीटर के भूखण्डों की योजना लायी जानी प्रस्तावित है। सैक्टरवार भूखण्डों का विवरण निम्नानुसार हैः-

क्रम संख्या पाॅकेट संख्या एवं सैक्टर         कुल क्षेत्रफल       कुल भूखण्डों की संख्या    भूखण्ड का क्षेत्रफल

1                      17                                3.96 हैक्टेयर                 524                 30 वर्गमीटर

2                      6बी, सैक्टर-18              18.08 हैक्टेयर              2335               30 वर्गमीटर

3                      2ए, सैक्टर-18               5.3 हैक्टेयर                   881                 30 वर्गमीटर

4                      सैक्टर-20                      3.95 हैक्टेयर                 548                 30 वर्गमीटर

कुल                   4288

  1. बोर्ड द्वारा सुपरटेक लि. द्वारा प्रस्तुत प्रस्ताव लेगेसी स्टाल्ड पाॅलिसी के 25 प्रतिषत की जगह 5 प्रतिषत धनराषि जमा करने के प्रस्ताव को अस्वीकृत किया गया।
  2. मै0 ग्रीनबे इनफ्राट्रक्चर प्रा. लि. के भूखण्ड संख्या टी.एस.-06, सैक्टर-22डी के प्रस्ताव पर पाया गया कि पूर्व में प्राधिकरण बोर्ड द्वारा दिये गये 03 माह के अतिरिक्त समय विस्तरण के बाद भी प्रथम देय किस्त अभी तक जमा नहीं करवाई गयी है तथा दूसरी किस्त भी देय है। प्राधिकरण बोर्ड द्वारा निर्णय लिया गया कि मै0 ग्रीनबे इनफ्राट्रक्चर प्रा. लि. द्वारा दिनांक 30 जून 2025 तक अवषेश धनराषि रू 117.73 करोड प्राधिकरण पक्ष में जमा ना कराये जाने की स्थिति में भूखण्ड निरस्त कर दिया जाये।