protest against Nupur Sharma

नूपुर शर्मा की पैगंबर मोहम्मद पर की गई टिप्पणी के बाद आज उत्तर प्रदेश के कई शहरों में जुमे की नमाज के बाद मुस्लिम समुदाय ने सड़क पर जमकर प्रदर्शन किया। हालांकि पुलिस ने इसके लिए पहले से ही सुरक्षा व्यवस्था मजबूत कर रखी थी लेकिन उसके बावजूद पुलिस को आज इन्हें संभालने में अच्छी खासी परेशानी का सामना करना। ज्ञात हो कि 7 दिन पहले नूपुर शर्मा के बयान के बाद उत्तर प्रदेश के कानपुर में बड़ी हिंसा हुई थी। उस दिन भी जुमे की नमाज के बाद दोनों समुदाय के लोग आमने-सामने आ गए थे। आज एक बार फिर से जुमे की नमाज पर प्रयागराज, सहारनपुर, मुरादाबाद, लखनऊ, गोरखपुर, बिजनौर और आगरा आदि शहरों में विरोध प्रदर्शन देखने को मिला।

जुमे की नमाज के लिए उत्तर प्रदेश सरकार पूरी तरह से अलर्ट पर थी। राज्य के शहरों में इसे लेकर खासे सुरक्षा इंतजाम किए गए थे। आगरा शहर में फ्लैग मार्च, कानपुर में धारा 144 लागू की गई है तो गाजियाबाद ड्रोन सर्विलांस पर था। गौरतलब है कि यूपी सरकार के ये सुरक्षा इंतजाम बीते शुक्रवार को कानपुर में जुमे की नमाज के बाद कुछ हिस्सों में हिंसा भड़कने के मद्देनजर किए थे। प्रयागराज के अटाला इलाके में जुमे की नमाज के बाद सैकड़ों लोग एकजुट हुए और नारेबाजी की। सभी लोगों ने नूपुर शर्मा के खिलाफ नारेबाजी और कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

पुलिस ने चारों तरफ बैरीकेटिंग कर दी है। पुलिस पीएसी और रैपिड एक्शन फोर्स मौके पर मौजूद है। पुलिस के आला अधिकारी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। हालांकि अभी स्थिति बेकाबू नहीं है और लोगों को समझाने की कोशिश की जा रही है। इससे पहले दिल्ली की जामा मस्जिद के शाही इमाम की तरफ से प्रदर्शन नहीं करने की अपील की गई थी। प्रयागराज में नमाज के बाद भीड़ ने प्रोटेस्ट किया और जमकर पत्थरबाजी की गई। मुरादाबाद में उग्र भीड़ ने ‘नूपुर शर्मा को फांसी दो’ की तख्तियों-बैनर के साथ प्रदर्शन किया।

सहारनपुर में भी जुमे की नमाज के बाद अल्लाह-हू-अकबर के नारे लगे। दहशत में आस-पास की दुकानों के शटर गिर गए। इसके बाद यहां पथराव किया गया है। यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने कहा कि सहारनपुर में भीड़ ज्यादा हो गई थी, लेकिन अब हालात काबू में कर लिए गए हैं। बिजनौर में सोशल मीडिया के जरिये सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने के आरोप में पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में लिया है। वहीं गोरखपुर में जुमे की नमाज को लेकर एडीजी जोन अखिल कुमार खुद सड़क पर उतरे।