gangster Anil Dujana killed in encounter: उत्तर प्रदेश के मेरठ से एक और बड़े एनकाउंटर की खबर सामने आ रही है। वेस्ट यूपी और एनसीआर का कुख्यात गैंगस्टर अनिल दुजाना को यूपी एसटीएफ ने मेरठ के जानी थाना क्षेत्र के भोला की झाल के पास मार गिराया है। अनिल दुजाना पर 18 मर्डर और 62 गंभीर अपराधिक मामलों का केस दर्ज है। अनिल दुजाना 75 हजार का इनामी था। अनिल दुजाना गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, दिल्ली-एनसीआर और हरियाणा में आतंक का पर्याय माना जाता था। करीब दस दिन पहले वह जेल से रिहा हुआ था। जेल से रिहा होते ही उसने गौतमबुद्ध नगर में अपने खिलाफ गवाही दे रहे लोगों को धमकियां दी थीं। अनिल दुजाना का नोएडा के अलावा, गाजियाबाद, दिल्ली और एनसीआर के दूसरे इलाकों में भी काफी खौफ़ रहा है।
अनिल दुजाना जमानत पर जेल से बाहर आने के बाद से लगातार उन लोगों को धमका रहा था जिन्होंने उसके खिलाफ गवाही दी थी। अनिल दुजाना तिहाड़ जेल में बंद था। जेल से बाहर आते ही दुजाना ने जयचंद प्रधान हत्याकांड में उसकी पत्नी और गवाह संगीता को धमकी दी थी, जिसके बाद से अधिकारियों ने ऐक्शन लेते हुए अनिल दुजाना के खिलाफ पिछले सप्ताह में 2 मुकदमे दर्ज किए थे। नोएडा पुलिस और यूपी एसटीएफ अनिल दुजाना की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही थी।
अनिल दुजाना की गिरफ्तारी के लिए यूपी एसटीएफ लगातार लगी हुई थी। कुछ दिनों से 7 टीमों ने 20 से ज्यादा जगहों पर छापेमारी की थी, लेकिन कोई सफलता हाथ नहीं लगी थी। अनिल दुजाना के बाहर आने से गवाहों में डर था। अनिल दुजाना गौतबुद्ध नगर के बादलपुर कोतवाली का हिस्ट्रीशीटर है। वह बादलपुर के दुजाना गांव का रहने वाला है। अनिल दुजाना उत्तर प्रदेश के टॉप बदमाशों की लिस्ट में शामिल था। अनिल ने जेल में ही रहकर जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ा था। वह चुनाव जीत भी गया था। हालांकि, परिसीमन नहीं होने के कारण अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं हो सका था।
अनिल हत्या, फिरौती, डकैती, जमीन कब्जा और सुपारी लेकर हत्या का गैंग चलाता था। पश्चिमी यूपी के सबसे बड़े गैंगस्टर सुंदर भाटी से अनिल दुजाना की अदावत चल रही थी। सुंदर भाटी इस समय जेल में है। भाटी पर दुजाना ने AK 47 से एक बार अटैक किया था। एक शादी समारोह के दौरान किए गए हमले में भाटी तो बच गया था लेकिन तीन लोग मारे गए थे। दुजाना की मौत के बाद अब भाटी गैंग सबसे ताकतवर और मजबूत हो गया है।
गैंगस्टर अनिल दुजाना ने वर्ष 2019 में बागपत से आई प्रेमिका पूजा से जिला अदालत परिसर में ही मंगनी कर ली थी। अनिल महाराजगंज जेल से गौतमबुद्धनगर की जिला अदालत में हत्या के मामले में पेशी पर लाया गया था। अधिवक्ता ने अदालत से एग्रीमेंट पर अनुमति मिलने के बाद मंगनी के शपथ पत्र पर हस्ताक्षर करा लिए थे। इसके बाद अनिल व पूजा ने एक दूसरे को अंगूठी पहनाई। हालांकि, अदालत परिसर में इस तरह का कोई कार्यक्रम नहीं हो सकता है, लेकिन तब इस संबंध में कोई बोलने को तैयार नहीं था।