ग्रेटर नोएडा : कोविड-19 के दौरान यथार्थ अस्पताल नोएडा के डॉक्टरों पर एक युवक के इलाज में लापरवाही बरतने का गंभीर आरोप है। युवक की मौत हो गई थी। पीड़ित की शिकायत पर जिला न्यायालय गौतमबुद्धनगर ने नोएडा फेस-टू कोतवाली पुलिस को अस्पताल के डायरेक्टर्स व पांच डॉक्टरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया है। पुलिस को यह भी आदेश दिए गए हैं कि मामले में सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर एक सप्ताह के अंदर अवगत कराएं।

बता दें कि इसी मामले में सीएमओ द्वारा कुछ दिन पहले ही मुकदमा दर्ज कराया गया था। पीड़ित पक्ष के अधिवक्ता कुशलेर शर्मा ने बताया कि सिविल जज जूनियर डिवीजन-2 गौतमबुद्धनगर ने नोएडा सेक्टर-110 स्थित यथार्थ सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के प्रबंधक/डायरेक्टर्स व पांच डॉक्टरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया है।

गाजियाबाद के विजय नगर सेक्टर-9 में रहने वाले प्रदीप कुमार शर्मा ने अपने बेटे दीपांशु शर्मा को इलाज के लिए नोएडा स्थित यथार्थ अस्पताल में 30 अप्रैल 2021 को भर्ती कराया था। दीपांशु को गले में संक्रमण की शिकायत थी। अस्पताल में उपचार चल रहा था। डॉक्टरों के पैनल ने 1 मई 2021 को अवगत कराया कि दीपांशु को कोविड-19 संक्रमण हो गया है तथा उसे रैमडीशिवर इंजेक्शन लगाने होंगे।

इलाज के दौरान 1 जुलाई 2021 को दीपांशु शर्मा की मौत हो गई थी। परिजनों का आरोप है कि रैमडीशिवर इंजेक्शन देने में देरी व इलाज में लापरवाही बरतने पर मौत हुई। पुलिस-प्रशासन द्वारा इस मामले में कोई सुनवाई न किए जाने पर पीड़ित प्रदीप शर्मा ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। पीड़ित का कहना है कि उनके बेटे ने डॉक्टरों द्वारा बरती जा रही लापरवाही के बारे में बताया था।

इस मामले में अपर सिविल जज जूनियर डिविजन-टू गौतमबुद्धनगर ने नोएडा फेस-टू कोतवाली पुलिस को आदेश दिया है कि यथार्थ अस्पताल के प्रबंधक व पांच डॉक्टरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की जाए।