adulterate milk Paper strip

ग्रेटर नोएडा : दूध में मिलावट बड़ी गंभीर समस्या है। नकली दूध बनाने के नए-नए तरीके अपनाए जा रहे हैं। इससे जुड़ी खबरें बड़ी डरावनी होती हैं। खाद्य पदाथरे में मिलावट के इस दौर में यह विास कर पाना आसान नहीं है कि आप या आपका बच्चा जो दूध पी रहा है, वह शुद्ध है, लेकिन अब मिलावटी दूध की जांच आम आदमी भी आसानी से कर सकेगा। दूध में मिलावट की जांच के लिए नेशनल डेयरी रिसर्च इंस्टीट्यूट करनाल ने एक खास पेपर स्ट्रिप तैयार किया है, जिसकी मदद से दूध में मिलावटी की जांच घर में आसानी से की जा सकेगी। मिलावट करने वालों की पोल मिनटों में खुल जाएगी।

ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो मार्ट एंड सेंटर में आयोजित चार दिवसीय वर्ल्ड डेयरी समिट-2022 में लगी प्रदर्शनी में इसका प्रदर्शन किया गया। समिट में प्रतिभाग करने आए राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान करनाल के प्रमुख वैज्ञानिक डीके पुन्नू सामी ने बताया कि दूध में मिलावट गंभीर समस्या है। इसको देखते हुए संस्थान द्वारा एक खास पेपर स्ट्रिप तैयार की गई है। पेपर स्ट्रिप के माध्यम से दूध में अतिरिक्त यूरिया, कॉस्टिक सोडा, माल्टोडेक्सट्रिन, ग्लूकोज व हाइड्रोजन परॉक्साइड का परीक्षण अब आसानी से किया जा सकेगा।

परीक्षण करने का तरीका काफी आसान है। उदाहरण के तौर पर दूध में अतिरिक्त यूरिया का पता लगाने के लिए पेपर स्ट्रिप को दूध में डालें। दूध में मिलावट होने पर पेपर स्ट्रिप का रंग बदल जाएगा। अधिक मिलावट होने पर पेपर का रंग गाढ़ा लाल हो जाएगा। डीके पुन्नू सामी ने बताया कि दूध में मिलावट की मात्रा के हिसाब से पेपर का रंग बदलेगा। जांच में तीन से 10 मिनट तक का समय लगेगा। मिलावट के हिसाब से पेपर का रंगा गाढ़ा होता जाएगा।

इस टेक्नोलॉजी को लेकर डेलमॉस रिसर्च प्राइवेट लिमिटेड के साथ करार किया गया है। मदर डेयरी ने भी इस टेक्नोलॉजी को खरीदा है। इस पेपर स्ट्रिप के मार्केट में उपलब्ध हो जाने पर निश्चित रूप से मिलावट खोरी पर अंकुश लगेगा। आम उपभोक्ता कभी भी दूध की जांच कर सकेगा। संस्थान द्वारा बताया गया है कि एक पूरी किट दो सौ रुपए मिल जाएगी, जिसमें लगभग 100 पेपर स्ट्रिप होंगे।