ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ सुरेन्द्र सिंह ने निर्देश दिए हैं कि ग्रेटर नोएडा में लगी सभी स्ट्रीट लाइटें जल रही हैं या नहीं, इसका जायजा लेने के लिए रोज शाम को अधिकारी सड़कों पर घूमेंगे। अगर कहीं भी स्ट्रीट जलती हुई न मिली तो कार्रवाई की जाएगी। सीईओ के निर्देश पर डीजीएम सलिल यादव रविवार देर शाम कई सड़कों पर घूमे। कई जगह लाइटें बंद मिलीं। कोई भी प्रबंधक व वरिष्ठ प्रबंधक फील्ड में नहीं मिला, जिस पर डीजीएम ने इन सभी को पत्र भेजकर स्पष्टीकरण मांगा है। भविष्य में दोबारा ऐसी लापरवाही होने पर कार्रवाई की चेतावनी दी है।
प्राधिकरण ने ग्रेटर नोएडा में सभी स्ट्रीट लाइटों को एलईडी में कनवर्ट करने का जिम्मा सूर्या कंपनी को दे रखा है। सूर्या कंपनी ही पुरानी सोडियम लाइटों को एलईडी में कनवर्ट कर रही है। नई स्ट्रीट लाइटें भी वही लगाएगी। उनके रखरखाव व संचालन का जिम्मा भी कंपनी पर ही है। कंपनी अब तक करीब 35 हजार एलईडी लाइटे लगा चुकी है। इस साल के अंत तक सभी स्ट्रीट लाइटों को एलईडी में कनवर्ट किए जाने का लक्ष्य है।
प्राधिकरण के सीईओ सुरेन्द्र सिंह ने विद्युत अभियांत्रिकी विभाग के प्रबंधकों व वरिष्ठ प्रबंधकों को रोज शाम अंधेरा होने के बाद सड़कों पर घूमकर जायजा लेने के निर्देश दिए हैं, ताकि पता चल सके कि रात में सभी स्ट्रीट लाइटें जल रही हैं या नहीं।
सीईओ के निर्देश पर सलिल यादव, डीजीएम, विद्युत अभियांत्रिकी विभाग ने रविवार देर शाम परी चौक से अमृतपुरम, एलजी चौक, घंटाघर तिराहा, कुलेसरा आदि जगहों का निरीक्षण किया। इस दौरान कई जगहों पर स्ट्रीट लाइटें बंद मिलीं। इस पर डीजीएम ने सूर्या कंपनी को नोटिस जारी किया है। वहीं, रविवार देर शाम फील्ड में घूमकर जायजा न लेने पर विद्युत अभियांत्रिकी विभाग के सभी प्रबंधकों व वरिष्ठ प्रबंधकों को भी नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है। कोई भी प्रबंधक व वरिष्ठ प्रबंधक उस समय फील्ड में नहीं मिला। डीजीएम ने भविष्य में दोबारा ऐसी लापरवाही होने पर कार्रवाई की चेतावनी दी है।डीजीएम ने सभी डार्क जोन को चिंहित कर शीघ्र ही स्ट्रीट लाइटें लगवाने के निर्देश दिए हैं।