UP-budget

UP budget: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार 2.0 ने अपना दूसरा बजट पेश कर दिया है। योगी सरकार में वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने वित्तीय वर्ष 2023-24 का बजट पेश किया। इस दौरान उन्होंने सभी वर्गों की सुविधाओं पर जोर दिया। बजट में शिक्षा, स्वास्थ्य के साथ प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने पर फोकस किया गया है। लोकसभा चुनाव 2024 को ध्यान में रखते हुए हर वर्ग को साधने की कोशिश की गई है।

सरकार ने बजट के जरिए यूपी के बुनियादी ढांचे को और मजबूत करने पर जोर दिया है। छात्र-युवाओं से लेकर किसान तक सरकार की फोकस में रहे। बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि देश के जीडीपी में यूपी का योगदान काफी बड़ा है। देश का ग्रोथ इंजन यूपी बन चुका है। हमने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का भव्य आयोजन किया। देश-विदेश से यूपी में निवेश आ रहा है। उन्होंने दावा किया कि यूपी में बेरोजगारी दर घटकर 4.2 फीसदी पर पहुंची है। उन्होंने इसे महत्वपूर्ण उपलब्धि करार देते हुए सरकार के विकास के एजेंडे पर काम करने को इसकी वजह बताया।

बजट के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा, यह बजट यूपी को देश की सबसे बड़ी इकोनॉमी के तौर पर स्थापित करने के लिए होगा। 1 ट्रिलियन इकोनॉमी के लिए नींव साबित होगा। आज का बजट 6 लाख 90 हजार करोड़ से ज्यादा का है। साल 2016-17 में यह करीब 3 लाख 40 हजार के आस-पास था। हमने बजट के दायरे को बढ़ाया है। उन्होंने आगे कहा, जनता पर अतिरिक्त टैक्स लगाए बिना महंगाई को कंट्रोल किया गया। 45-46% से ज्यादा राजस्व मिल रहा है। एयर कनेक्टिविटी में 2 एयर पोर्ट थे, आज 9 एयरपोर्ट काम कर रहे हैं। आने वाले 2 साल में 21 एयरपोर्ट होंगे। गौवंश की देखभाल के लिए भी बजट में 750 करोड़ की व्यवस्था की गई है।

बजट पेश करने से पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, ‘आजादी के अमृत काल के प्रथम वर्ष में आज प्रस्तुत होने जा रहा नए उत्तर प्रदेश’ का बजट राज्य के सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक विकास के इतिहास में नए स्वर्णिम अध्याय जोड़ेगा। निःसंदेह, यह बजट आदरणीय प्रधानमंत्री जी के विजन के अनुरूप प्रदेश के गांव, गरीब, किसान, नौजवान व महिलाओं समेत समाज के हर तबके के हितों की पूर्ति करने वाला होगा।

वहीं दूसरी ओर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, बजट में कुछ भी नहीं दिखता, सिर्फ ऐतिहासिक बोलने से कुछ नहीं होगा। इस सरकार को सिर्फ मेला लगाना आता है। वहीं शिवपाल ने कहा, आज का बजट नौकरशाही के नाम, आंकड़ों की बाजीगरी को सलाम। बसपा सुप्रीमो मायावती ने बजट को ऊंट के मुंह में जीरा बताया है। उधर, अखिलेश यादव बुधवार को काले रंग की शेरवानी पहनकर सदन पहुंचे थे। सिर्फ यही नहीं, सपा के ज्यादातर विधायक काली शेरवानी पहने हुए थे। आइए जानते हैं आज योगी सरकार के पेश किए गए बजट में क्या-क्या वायदे किए गए हैं।

  • प्रदेश के लगभग 46 लाख 22 हजार गन्ना किसानों को वर्ष 2017 से अब तक 1,96,000 करोड़ रुपये से अधिक का रिकार्ड गन्ना मूल्य भुगतान कराया गया।
  • प्रदेश में कानून और शान्ति व्यवस्था को दृष्टिगत रखते हुए महिलाओं की अधिक से अधिक भागीदारी सुनश्चित करने हेतु तीन महिला पीएसी बटालियन का गठन किया जा रहा है।
  • प्रदेश के राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्रों को प्रशिक्षण देने की योजना के तहत कौशल विकास मिशन के माध्यम से छह वर्षों में 12 लाख से अधिक युवाओं को प्रशिक्षित किया गया। चार लाख 88 हजार युवाओं को प्रतिष्ठित कंपनियों में रोजगार कराया गया।
  • स्वामी विवेकानंद युवा सशक्तिकरण योजना के पात्र छात्र-छात्राओं को टैबलेट और स्मार्टफोन देने के लिए वित्तीय वर्ष 2023-2024 के बजट में 3600 करोड़ रु. की व्यवस्था प्रस्तावित है। उत्तर प्रदेश सूचना प्रौद्योगिकी और स्टार्टअप्स नीति हेतु 60 करोड़ रु.की व्यवस्था प्रस्तावित है।
  • प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के तहत मार्च 2017 से अद्यतन 62 लाख आवासों की स्वीकृति प्रदान की गई है।
  • डिफेंस कॉरिडोर योजना के लिए 550 करोड़ रूपए खर्च किए जाएंगे।
  • पूर्वांचल में विशेष योजनाओं के लिए 550 करोड़ रूपए खर्च किए जाएंगे।
  • किसान समृद्धि योजना के लिए 80 करोड़ रूपए प्रस्तावित किया गया है।
  • दुग्ध उत्पादन प्रोत्साहन नीति के लिए 25 करोड़ रूपए की व्यवस्था की गई है।
  • यूपी में 16 घरेलू एयरपोर्ट बनेंगे. इसके अलावा पांच इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनेंगे।
  • फूट प्रोसेसिंग के लिए 100 करोड़ के फंड की व्यवस्था की गई है।