देहरादून: उत्तराखंड में हाल ही में संपन्न हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव कई मायनों में ऐतिहासिक रहे। चुनावों में कई स्थानों पर दिलचस्प मुकाबले देखने को मिले, वहीं कुछ जगहों पर नए चेहरों ने जीत दर्ज कर अनुभवी नेताओं को चौंका दिया। महिला उम्मीदवारों की सक्रिय भागीदारी भी इन चुनावों की एक विशेष बात रही। इस बार युवाओं, महिलाओं और पारिवारिक रिश्तों की भागीदारी ने चुनाव को खास बना दिया। पति-पत्नी, देवरानी-जेठानी, सगे भाई और 21-22 वर्ष की उम्र के युवा पहली बार लोकतंत्र की बागडोर संभालने आगे आए।
आदर्श ग्राम सारकोट की 21 साल की प्रियंका बनी प्रधान
चमोली जनपद के गैरसैंण विकास खंड के आदर्श ग्राम सारकोट की 21 वर्षीय प्रियंका नेगी प्रधान पद पर हुई विजयी, प्रियंका ने राजनीतिशास्त्र से ग्रेजुएट किया है. उनके पिता राजेन्द्र नेगी इससे पूर्व 2 बार ग्राम सभा सारकोट के प्रधान रह चुके हैं. सारकोट गांव को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गोद लिया हुआ है.
बीरोंखाल ब्लॉक के खितोटिया गांव से 21 साल की संगीता रावत बनी प्रधान
हाल ही में आयोजित त्रिस्तरीय पंचायती चुनावों में पौड़ी गढ़वाल, पट्टी- खाटली, बीरोंखाल ब्लॉक के अंतर्गत ग्राम खितोटिया की 21 साल की कुमारी संगीता रावत हाल ही में सम्पन्न हुए त्रिस्तरीय पंचायती चुनावों में प्रधान पद पर निर्वाचित हुई। संगीता के पिता, कुलदीप सिंह रावत एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं एवं माता देवेश्वरी रावत एक गृहणी है।
टिहरी के ग्राम नकोट गुसाईं से 21 साल की कंचन बनीं प्रधान:
टिहरी गढ़वाल के विकासखंड थौलधार के ग्राम नकोट गुसाईं में 21साल 6 माह कंजन प्रधान बनी हैं. कंचन ने जिले की सबसे कम उम्र की प्रधान बनने का तमगा भी हासिल कर लिया है. जीआईसी मैंडखाल से इंटर कर चुकी कंचन चार भाई बहनों में सबसे छोटी हैं. उनके पिता गिरीश गांव में राज मिस्त्री का काम करते हैं और माता गृहणी हैं.
चंपावत जिले के ग्राम पंचायत शक्तिपुर बुंगा से 21 साल की तनुजा बिष्ट बनीं प्रधान:
चंपावत जिले के ग्राम पंचायत शक्तिपुर बुंगा में भी युवा के पक्ष में बड़ा उलटफेर देखने को मिला. यहां बीएससी पास 21 साल की तनुजा बिष्ट ने गांव से सभी धुरंधर प्रत्याशियों को शिकस्त देते हुए प्रधान पद पर जीत हासिल की. तनुजा का कहना है कि वह युवा सोच के साथ गांव के विकास में भागीदार बनकर गांव का विकास करना चाहती हैं.
सबसे कम उम्र की ग्रैजुएट (21 साल की) निकिता बनीं बीडीसी मेंबर
अल्मोड़ा के चौखुटिया ब्लॉक में 21 वर्षीय निकिता ने कोट्यूड़ा ताल सीट से क्षेत्र पंचायत सदस्य (बीडीसी) का चुनाव जीतकर इतिहास रचा है। सबसे कम उम्र की स्नातक छात्रा होने के साथ उन्होंने अपनी प्रतिद्वंद्वी निशा को 41 मतों से हराया। निकिता ग्रामीण महिलाओं शिक्षा और स्वास्थ्य के मुद्दों पर जागरूकता लाने के लिए उत्सुक हैं। उनकी जीत ग्रामीण लड़कियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
22 वर्षीय बीटेक स्नातक साक्षी बनीं प्रधान
पौड़ी जिले के पाबौ ब्लॉक के कुई गांव की 22 वर्षीय साक्षी प्रधान चुनी गई। साक्षी देहरादून से बीटेक करके अपने गांव लौटी। जहां उन्होंने क्षेत्र का विकास करने की ठानी। इसके बाद उन्होंने ग्राम प्रधान के पद की दावेदारी की और आज साक्षी कुई गांव की प्रधान चुनी गई है। साक्षी ने कहा कि अपने बीटेक के अनुभव को वे गांव के विकास में लगाएंगी।
22 साल की प्रीति बनी ग्राम प्रधान
कुमारी प्रीति उम्र 22 साल ग्राम प्रधान बंगा बुगा विकास खंड कल्जीखाल सबसे कम उम्र की ग्राम पंचायत प्रधान बनी। इससे पहले कुमारी प्रीति के माता पिता भी ग्राम प्रधान रहे चुके है। इसके अलावा क्षेत्र पंचायत सीट बिलखेत 10 पर विकास खंड कल्जीखाल की सबसे कम उम्र की क्षेत्र पंचायत सदस्य बनी श्रीमती प्रिया।
22 वर्षीय ईशा बनी ग्राम प्रधान
पिथौरागढ़ के मुनस्यारी क्ष्रेत्र के क्विरीजीमिया ग्राम पंचायत की विकास खंड में सबसे कम उम्र की 22 वर्षीय युवती ईशा ग्राम प्रधान चुनी गई। उसकी शैक्षिक योग्यता बीए बीएड है। यह मुनस्यारी का दूरस्थ गांव है।
22 साल का युवा बना प्रधान
अल्मोड़ा के महतगांव में पंचायत चुनावों में 22 वर्षीय दीपेश हर्बोला ने ग्राम प्रधान पद पर जीत हासिल कर इतिहास रच दिया। चौखुटिया ब्लॉक के सबसे युवा प्रधान बने दीपेश को 123 वोट मिले। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी को 53 वोटों से हराया।
23 साल के नितिन टॉस से बने प्रधान
चमोली जिला मंडल घाटी में सबसे कम उम्र के प्रधान टॉस से बने। दशौली के बणद्वारा के 23 साल के नितिन प्रधान बने। प्रतिद्धंदी रविन्द्र और नितिन को 138-138 वोट मिले, जिसके बाद टॉस से हुआ निर्णय।
महिला सशक्तिकरण की मिसाल:
दो युवा महिला प्रत्याशियों ने जीत दर्ज किया रिकॉर्ड कायम
उत्तरकाशी जिले के मोरी विकासखंड के दूरस्थ क्षेत्र जखोल वार्ड के जिला पंचायत सीट और सौड़ के प्रधान सीट पर दो युवा महिला प्रत्याशियों ने जीत दर्ज कर सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया। 24 वर्षीय रविना रावत ने जिला पंचायत सीट पर जीत दर्ज की। तो वहीं 25 वर्षीय अंजना रावत ने सौड़ से प्रधान पद पर जीत दर्ज कर युवाओं के दबदबे को कायम किया है।
टाई होने के बाद टॉस/पर्ची/ लॉटरी से हुआ ग्राम प्रधानों का चयन
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में कई ग्राम पंचायतों में बराबर-बराबर वोट पड़ने से मामला टाई हो गया था। जिसके बाद टॉस/पर्ची/ लाटरी सिस्टम से जीत-हार का निर्णय किया गया।
टॉस से बने प्रधान 23 साल के नितिन
चमोली जिला मंडल घाटी में दशौली के बणद्वारा के 23 साल के नितिन टॉस से प्रधान बने। प्रतिद्धंदी रविन्द्र और नितिन को 138-138 वोट मिले, जिसके बाद आरओ पंकज उप्रेती की मौजूदगी में टॉस से हुआ निर्णय।
कांदी में पर्ची से चुनी गईं प्रधान
रुद्रप्रयाग जिले के अगस्त्यमुनि ब्लॉक के ग्राम पंचायत कांदी में ग्राम प्रधान पद की प्रत्याशी पूनम देवी व लक्ष्मी देवी को 178-178 मत मिले। ऐसे में जिलाधिकारी प्रतीक जैन की मौजूदगी में पर्ची के माध्यम से ग्राम प्रधान का चयन किया गया जिसमें लक्ष्मी देवी निर्वाचित हुईं। इस मौके पर दोनों प्रत्याशियों के परिजन व समर्थक भी मौजूद थे।
चौकी-बरसिल में लॉटरी से चुनी गईं प्रधान
दूसरी तरफ ग्राम पंचायत चौकी-बरसिल में ग्राम प्रधान प्रत्याशी विजय देवी और उर्मिला देवी को भी 102-102 वोट मिले। रिटर्निंग अधिकारी व खंड शिक्षाधिकारी अतुल सेमवाल ने लॉटरी के जरिये प्रधान का चुनाव किया जिसमें उर्मिला देवी विजयी घोषित हुईं।
पर्ची से ममता देवी हुईं विजेता घोषित
कीर्तिनगर ब्लॉक की ग्राम पंचायत भैसवाड़ा में प्रधान पद के दोनों प्रत्याशियों को बराबर मत मिलने पर पर्ची से ममता देवी विजय घोषित हुईं।
नरेंद्र लॉटरी सिस्टम से बने ग्राम प्रधान
गंगोलीहाट नगरपालिका क्षेत्र के निकट स्थित सिमलकोट ग्राम पंचायत में प्रधान पद के लिए लॉटरी के माध्यम से हुआ निर्णय।यहां पर आकाश मेहरा और नरेंद्र सिंह के बीच टक्कर रही । दोंनों को 130-130 मत मिले। बराबर मत मिलने के लाटरी के माध्यम से जीत घोषित की गई। एसडीएम यशवीर सिह ओर आरओ आशुतोष उपाध्याय की मौजूदगी में लॉटरी निकाली गई।लाटरी में नरेंद्र सिंह के नाम की पर्ची निकली और नरेंद्र सिंह को विजयी घोषित किया गया।
एक वोट ने बदली इनकी किस्मत
कोट ग्राम (चमोली) में रजनी देवी 1 वोट से विजयी रहीं।
चमोली जनपद के नारायणबगड़ में ग्राम पंचायत कोट के प्रधान पद पर रजनी देवी और कुलदीप सिंह को 72-72 मत प्राप्त हुए। उसके बाद पुनः मतगणना कराई गई। जिसमें रजनी देवी को 73 और कुलदीप सिंह को 72 मत मिले। इस तरह रजनी देवी एक वोट से चुनाव जीत गई।
सोमेश्वर (अल्मोड़ा) में सुरेंद्र बोरा 1 वोट से जीते चुनाव।
अल्मोड़ा के सोमेश्वर में अर्जुन राठ क्षेत्र पंचायत सदस्य सीट पर एक वोट ने किस्मत पलट दी। सुरेंद्र बोरा ने भूपाल बोरा को सिर्फ एक वोट से हराया। शुरुआती गिनती में सुरेंद्र बोरा ने भूपाल बोरा को एक वोट से हराया, लेकिन करीबी मुकाबले को देखते हुए भूपाल बोरा ने तुरंत रिकाउंटिंग की मांग कर दी। इसके बाद वीडियोग्राफी के बीच दोबारा हुई मतगणना में भी परिणाम नहीं बदला। सुरेंद्र बोरा को 212 वोट मिले, जबकि भूपाल बोरा 211 मतों पर रह गए।
देवाल (चमोली) में रिकाउंटिग में दो वोट से जीते उर्वी दत्त
चमोली देवाल में बृहस्पतिवार की सुबह आठ बजे से हुई मतगणना बड़ी धीमी गति से चली। दूसरे राउंड की मतगणना 11 बजे बाद शुरू हुई। शाम पांच बजे तक पांचवें राउंड की गणना हो पाई। ब्लॉक सभागार में छह काउंटर में शुरू मतगणना के नौ राउंड होनी है। क्षेत्र पंचायत सदस्य नलधूरा पर रिकाउंटिंग हुई। यहां बीडीसी मेंबर नलधूरा में उर्वीदत्त व राहुल को वराबर 184 मत मिले। लेकिन रिकाउंटिग के बाद उर्वी दत्त दो वोट से जीत गए। बृहस्पतिवार को देर रात तक मतगणना होनी है।
रिश्तों का रंग भी रहा गहरा
दो सगे भाई जीते चुनाव, छोटा प्रधान तो बड़ा भाई बना क्षेत्र पंचायत सदस्य
देहरादून के रायपुर ब्लॉक में बड़ासी ग्राम सभा सीट से दो सगे भाई ग्राम प्रधान और क्षेत्र पंचायत सदस्य चुने गए हैं। बड़ासी सीट से ग्राम प्रधान पद पर राहुल मनवाल ने 105 वोट से जीत हासिल की। जबकि उनके बड़े भाई अरविंद मनवाल ने 41 वोटों से जीतकर क्षेत्र पंचायत सदस्य की कुर्सी में कब्जा जमाया। राहुल ने बताया कि वह समाजेसवी है जबकि बड़े भाई गांव में राशन विक्रेता हैं। अपने परिवार से पहली बार वही दोनों भाई चुनाव मैदान में उतरे हैं। दोनों भाइयों ने अपनी जीत का श्रेय गांववासियों को दिया और गांव के विकास और बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने का वादा किया।
मियां-बीवी का बजा डंका, पति प्रधान और पत्नी बीडीसी
अल्मोड़ा के धौलादेवी ब्लॉक की काफली ग्राम पंचायत में इस बार एक अनूठा संदेश दिया गया है। यहाँ एक ही घर से दो जनप्रतिनिधि चुने गए हैं – पति प्रधान और पत्नी बीडीसी। सुमित लाल साह निर्विरोध ग्राम प्रधान चुने गए जबकि उनकी पत्नी कविता साह ने बीडीसी पद पर जीत हासिल की। कविता साह ने 292 मत प्राप्त कर अपनी निकटतम प्रतिद्वंद्वी सरस्वती देवी को 72 मतों से हराया। काफली पंचायत में यह पहला मौका है जब पति-पत्नी दोनों पंचायत सत्ता में आए हैं।
भिलंगना ब्लॉक क्षेत्र से पति पत्नी ने जीते अपने अपने चुनाव
टिहरी जनपद के भिलंगना ब्लॉक क्षेत्र से पूर्व कैबिनेट मंत्री मातबर सिंह कंडारी के बेटे राजीव कंडारी और बहू रीना कंडारी ने क्षेत्र पंचायत सदस्य पद पर जीत दर्ज की है। राजीव कंडारी ने बहेड़ा सीट, जबकि उनकी पत्नी रीना कंडारी ने मल्याकोट सीट से चुनाव जीतकर लोगों का भरोसा हासिल किया है।
देवरानी और जेठानी ने की जीत दर्ज
जनपद देहरादून के रायपुर विकासखंड के अंतर्गत धनौला 15 से क्षेत्र पंचायत सदस्य से देवरानी साक्षी थापा ने 23 वोट से जीत दर्ज की है। जबकि प्रधान पर जेठानी सोनिया थापा ने 30 वोट से जीत दर्ज की। दोनों पहली बार चुनावी मैदान में उतरी और जीत दर्ज की।