श्रीनगर: उत्तराखंड के चिकित्सा शिक्षा क्षेत्र में एक ऐतिहासिक पहल होने जा रही है। वीर चंद्र सिंह गढ़वाली राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर में करीब 23 करोड़ रुपये की लागत से प्रदेश की पहली स्किल एवं सिमुलेशन लैब स्थापित की जा रही है। इस आधुनिक लैब का श्रेय प्रदेश के माननीय चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत की दूरदर्शी सोच और प्रयासों को जाता है।
इस अत्याधुनिक सुविधा के माध्यम से एमबीबीएस के यूजी और पीजी छात्र-छात्राओं, नर्सिंग स्टूडेंट्स और पैरामेडिकल स्टाफ को अब मरीजों पर सीधे प्रयोग करने के बजाय सिमुलेशन लैब पर प्रशिक्षण मिलेगा। इससे जहां विद्यार्थियों के सीखने का स्तर बढ़ेगा, वहीं मरीजों पर अनावश्यक दबाव भी कम होगा।
सिमुलेशन लैब में चिकित्सा पुतले, मॉनिटर, आईवी स्टैंड, सर्जिकल उपकरण, थ्री-डी इमेजिंग तकनीक और कंप्यूटर आधारित डेटा विश्लेषण उपकरण होंगे। इनका इस्तेमाल करके विद्यार्थी वास्तविक जैसी परिस्थितियों में ऑपरेशन, उपचार और आपातकालीन सेवाओं का अभ्यास कर पाएंगे। यह लैब छात्रों को एक नियंत्रित और सुरक्षित माहौल में व्यावहारिक अनुभव देगी, जिससे उनका आत्मविश्वास और विशेषज्ञता दोनों बढ़ेगी। मेडिकल शिक्षा का सबसे कठिन हिस्सा होता है– सैद्धांतिक ज्ञान को व्यावहारिक प्रशिक्षण में बदलना। यह लैब उस खाई को पाटने का काम करेगी। यहां विद्यार्थी बार-बार प्रैक्टिस कर सकते हैं, गलतियों से सीख सकते हैं और बिना किसी डर के अपने कौशल को निखार सकते हैं। इससे डॉक्टर बनने की प्रक्रिया और भी व्यवस्थित और आधुनिक होगी।
प्रदेश की पहली स्किल एवं सिमुलेशन लैब न केवल छात्रों के लिए नयी शिक्षा पद्धति लेकर आएगी बल्कि चिकित्सा क्षेत्र में गुणवत्ता और उत्कृष्टता की नई मिसाल भी कायम करेगी। आने वाले समय में यह पहल उत्तराखंड को चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में नई ऊँचाई तक ले जाएगी।
“उत्तराखंड में चिकित्सा शिक्षा को अत्याधुनिक तकनीक से जोड़ना हमारी प्राथमिकता है। श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में बनने जा रही यह स्किल एवं सिमुलेशन लैब प्रदेश के लिए मील का पत्थर साबित होगी। इससे मेडिकल के छात्रों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधा उपलब्ध होगी। हमारा प्रयास है कि आने वाले समय में प्रदेश के अन्य मेडिकल कॉलेजों में भी इस तरह की लैब स्थापित की जाए, ताकि डॉक्टर बनने की प्रक्रिया और अधिक व्यावहारिक एवं सशक्त हो सके।”
डॉ. धन सिंह रावत, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री, उत्तराखंड।
“लैब के सभी मॉडल और उपकरण मेडिकल कॉलेज में आने शुरू हो गए हैं। जल्द ही स्वास्थ्य मंत्री जी के हाथों इस लैब का उद्घाटन होगा। यह पहल मेडिकल शिक्षा को एक नई दिशा देगी और छात्रों को आधुनिक प्रशिक्षण का व्यापक अवसर प्रदान करेगी। साथ ही मरीजों पर सीधे प्रशिक्षण का दबाव भी कम होगा।”
डा. आशुतोष सयाना, प्राचार्य, मेडिकल कॉलेज श्रीनगर।