देहरादून: उत्तराखण्ड राज्य निर्माण आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले आंदोलनकारी, अविभाजित उत्तर प्रदेश में विधायक रहे रणजीत सिंह वर्मा का सोमवार सुबह जौलीग्रांट अस्पताल में निधन हो गया। 86 वर्षीय रणजीत सिंह वर्मा का पिछले पांच दिनों से जौलीग्रांट अस्पताल में इलाज चल रहा था।
उत्तराखण्ड राज्य बनने से पूर्व रणजीत सिंह वर्मा उत्तर प्रदेश के मसूरी विधानसभा सीट से दो बार विधायक रहे। विधायक रहते हुए वह हमेशा जनता के हितों को लेकर संघर्षरत रहे। इसके अलावा किसानों, मजदूरों और व्यापारियों के भी वह लोकप्रिय नेता थे। उत्तराखंड राज्य आंदोलन के लिए गठित संयुक्त संघर्ष समिति के वह अध्यक्ष रहे।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने उत्तराखण्ड राज्य निर्माण आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले आंदोलनकारी, अविभाजित उत्तर प्रदेश में विधायक रहे रणजीत सिंह वर्मा के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति एवं दुःख की इस घडी में उनके परिजनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से कामना की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पृथक उत्तराखण्ड के निर्माण में रणजीत सिंह के संघर्षों को सदैव याद रखा जायेगा।