देहरादून : कोरोना संक्रमण के चलते देशभर में किये गए लॉकडाउन में देश के अलग अलग हिस्सों के लाखों प्रवासी उतराखंडी फंसे हुए हैं, जो अपने गाँव लौटना चाहते हैं. बीते सप्ताह केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा जारी गाइडलाइन के बाद लॉकडाउन के कारण देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे प्रवासियों को वापस लाने के लिए उत्तराखंड सरकार ने नोडल अधिकारियों को नियुक्त करने के साथ ही एक वेब लिंक जारी किया था, जिस पर राज्य में वापस लौटने के इच्छुक लोग अपना आवेदन कर पंजीकरण प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं.
http://smartcitydehradun.uk.gov.in/
राज्य के मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने मंगलवार को इसकी जानकारी देते हुए बताया कि अब तक प्रदेश के बाहर रह रहे लगभग 1 लाख 30 हजार प्रवासियों ने उत्तराखण्ड लौटने के लिए पंजीकरण कराया है। जबकि 30 हजार के करीब ऐसे भी लोगों ने पंजीकरण किया है, जो कि दूसरे राज्यों के हैं और उत्तराखण्ड से अपने राज्य में जाना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि अभी तक देश के अलग-अलग हिस्सों में फंसे 5,669 लोगों को वापस उत्तराखण्ड लाया जा चुका है। ये प्रक्रिया चलती रहेगी। सभी राज्यों से समन्वय किया गया है। लोगों से आग्रह है कि धैर्य बनाए रखें क्योंकि पूरी प्रक्रिया काफी सावधानी के साथ की जानी है। राज्य के भीतर ही लगभग 07 हजार लोगों को अपने जिले में भेजा गया है। ग्राम प्रधानों ने बहुत जिम्मेदारी से काम किया है, इसी का परिणाम है कि हमारे ग्रामीण अंचल कोरोना के प्रभाव से मुक्त हैं। बाहर से आने वाले लोग होम क्वारेंटीन का पूरा पालन करें, इसके लिए ग्राम प्रधानों को डिजास्टर मेनेजमेंट एक्ट में कुछ अधिकार दिए गए हैं।