Garhwal University convocation

गढ़वाल विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह : वैश्विक महामारी कोरोना के चलते पहली बार हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय का 8वां दीक्षांत समारोह ऑनलाइन (वर्चुअल) आयोजित किया गया. मंगलवार को आयोजित पहले ऑनलाइन दीक्षांत समारोह में 72 शोध छात्र-छात्राओं को पीएचडी और 83 स्नाकोत्तर को छात्र-छात्राओं को पीजी की डिग्री प्रदान की गई। गढ़वाल विवि के दीक्षांत समारोह को केन्द्रीय शिक्षा मंत्री डा. रमेश पोखरियाल निशंक ने बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित किया। इस दौरान स्नातकोत्तर (पीजी) स्तर पर 39 विषयों में 44 गोल्ड मेडल वितरित किए गए। जिसमें से 33 स्वर्ण पदक केवल बेटियों को मिले। वहीँ गढ़वाल विवि के बिड़ला परिसर श्रीनगर के 17 छात्र-छात्राएं स्वर्ण पदक ले गए। बिड़ला परिसर के एमए संस्कृत के छात्र विकास पंत को सबसे अधिक पांच स्वर्ण पदक मिले। इनमें गढ़वाल विवि, श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति, सावित्री देवी, राम प्रपन्नाचार्य संस्कृत ट्रस्ट और डा. डीएन शास्त्री स्मृति स्वर्ण पदक शामिल हैं। स्वर्ण पदक पाने वाले सभी छात्र-छात्राओं को मुख्य अतिथि केंद्रीय शिक्षा मंत्री डा. रमेश पोखरियाल निशंक ने शुभकामनाएं दी।

इस मौके पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने उत्तराखंड को धरती का स्वर्ग बताया। उन्होंने कहा कि पहाड़-वनों वाला यह हिमालयी क्षेत्र पूरी दुनिया के लिए प्रेरणा का स्रोत भी है। उन्होंने आगे कहा कि नई शिक्षा नीति से विश्व को भारत से संजीवनी भी मिलेगी। निशंक ने साल में एक बार गढ़वाल विश्वविद्यालय का एलुमिनाई सम्मेलन कराने के निर्देश कुलपति को दिए। उन्होंने कहा कि इससे विश्वविद्यलय के विकास में भी सहायता मिलेगी।

कार्यक्रम के अन्त में गढ़वाल विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ. योगेंद्र नारायण ने दीक्षांत समारोह में प्रतिभाग करने वाले सभी का आभार व्यक्त किया।