Coronavirus Cases: देश में एक बार फिर से कोरोना वायरस के नए वैरिएंट NB.1.8.1, LF.7 वेरिएंट ने दस्तक दे दी है। केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट् के बाद अब इसकी आहट दिल्ली-एनसीआर से लेकर उत्तराखंड तक सुनाई दे रही है।
हाल ही में केरल, महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और दिल्ली से भी कोरोना वायरस के नए मामले सामने आए हैं। केरल में अकेले मई में 273 मामले दर्ज किए गए। कर्नाटक सरकार ने इस वर्ष अब तक राज्य में कोराना संक्रमण के कुल 35 सक्रिय मामलों की सूचना दी है। इनमें से 32 मामले सिर्फ बेंगलुरु शहर में दर्ज किए गए हैं। दिल्ली में 23 नए मामले दर्ज किए गए, आंध्र प्रदेश में पिछले 24 घंटों में चार मामले सामने आए, तेलंगाना में एक मामले की पुष्टि हुई।
उत्तराखंड में ट्रैवल हिस्ट्री वाले दो मरीजों में कोरोना वायरस की पुष्टि
उत्तराखंड में भी दो ऐसे मरीजों में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है, जो बाहर से आए थे। इसमें से एक महिला मरीज गुजरात की यात्रा करके लौटी थी। महिला का ऋषिकेश एम्स में उपचार चल रहा है। जबकि दूसरी मरीज हाल ही में बेंगलुरू से लौटी है।
स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. सुनीता टम्टा ने बताया कि दोनों की ही ट्रैवल हिस्ट्री है। कोरोना के लक्षण पाए जाने के बाद उनकी जांच कराई गई, जिसमें दोनों संक्रमित निकलीं। उन्होंने बताया कि गुजरात से आई महिला पहले ही कई बीमारियों से ग्रसित है और उनको एम्स में भर्ती कराया गया है। जबकि, एम्स की डॉक्टर का स्वास्थ्य ठीक है और वे घर पर ही इलाज करा रही हैं। स्वास्थ्य महानिदेशक ने बताया कि उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण का अभी कोई मामला सामने नहीं आया है, लेकिन बाहरी राज्यों से आए दो मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई है। ज्यादा संख्या में टेस्ट किए जाने के मद्देनजर उत्तराखंड के स्वास्थ्य विभाग ने कई जिलों में हाई अलर्ट जारी कर दिया है और केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार निवारक उपायों को तेज कर दिया है।
दिल्ली-एनसीआर भी आने लगें हैं कोरोना के मामले
दिल्ली-एनसीआर में एक बार फिर कोरोना के मरीज मिलने लगे हैं। नोएडा से लेकर गाजियाबाद समेत अन्य जगहों पर वायरस से संक्रमित मरीजों के केस सामने आने लगे हैं। बीते दिन गाजियाबाद में कोविड पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद नोएडा में भी कोरोना का पहला मरीज मिला है। यहां सेक्टर-110 में रहने वाली 55 वर्षीय बुजुर्ग महिला के माइल्ड लक्षण के साथ निजी अस्पताल पहुंची थी। लक्षण देख मरीज के सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे, जिसमें महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
नोएडा में महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आई
नोएडा के सेक्टर-110 में एक 55 वर्षीय महिला कोविड पॉजिटिव पाई गई है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) ने इसकी पुष्टि की है। महिला को होम आइसोलेट कर दिया गया है। नोएडा में कोविड का यह पहला मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग द्वारा आगे की कार्यवाही की जा रही है। इस मामले में सीएमओ नरेंद्र कुमार का बयान सामने आया है। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि गौतमबुद्ध नगर में कोरोना का पहला केस सामने आया है। मरीज को होम आइसोलेशन में रखा गया है। मरीज के अन्य परिवार वालों के भी सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। इस मरीज की ट्रैवल हिस्ट्री रही है। उन्होंने बताया कि अस्पताल में टेस्टिंग शुरू कर दी है। टेस्टिंग की संख्या बढ़ाई जा रही है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि घबराने की जरूरत नहीं है।
गाजियाबाद में कोविड के नए मामले
गाजियाबाद में चार लोगों में कोविड-19 के लिए पॉजिटिव रिपोर्ट आई है, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने जिले में निगरानी बढ़ा दी है, अधिकारियों ने बताया कि संक्रमित व्यक्तियों में से तीन फिलहाल होम आइसोलेशन में हैं, जबकि एक मरीज को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जिला निगरानी अधिकारी डॉ. आरके गुप्ता द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार, सभी चार मामले जिले के ट्रांस-हिंडन क्षेत्र से सामने आए हैं।
दिल्ली सरकार ने Covid-19 के नए मामले सामने आने के बाद जारी की एडवाइजरी
दिल्ली सरकार की एडवाइजरी के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस के 23 नए मामले सामने आने के बाद अधिकारियों को आवश्यक तैयारियां करने के लिए कहा गया है। हालांकि, विशेषज्ञों के अनुसार, स्थिति काबू में है। एडवाइजरी में सभी अस्पतालों को बेड, ऑक्सीजन और दवाओं की उपलब्धता के लिए तैयारी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया।
दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री के कार्यालय, दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग ने भी एहतियाती सलाह जारी की है, जिसमें कहा गया है कि यह नियमित निगरानी के लिए है और चिंता की कोई बात नहीं है। स्वास्थ्य विभाग ने आश्वासन दिया है कि वे स्थिति की निगरानी के लिए प्रतिबद्ध हैं। एडवाइजरी में सभी स्वास्थ्य संस्थानों से जीनोम सीक्वेंसिग के लिए पॉजिटिव सैंपल लोक नायक अस्पताल भेजने का भी आग्रह किया गया है, ताकि किसी भी नए वेरिएंट का जल्द पता लगाया जा सके। इसके अलावा, इन्फ्लूएंजा और Covid-19 के पुष्ट मामलों को भी IHIP पर L फॉर्म के अंतर्गत रिपोर्ट किया जा सकता है।
महाराष्ट्र में Covid-19 के मामले बढ़ रहे हैं
शनिवार को बताया गया कि महाराष्ट्र के ठाणे शहर में पिछले तीन दिनों में Covid-19 के 10 मामले सामने आए हैं, जिसके बाद नागरिक प्रशासन ने अस्पतालों से सतर्क रहने का आग्रह किया है। ठाणे नगर निगम (TMC) की तरफ से जारी एक रिलीज के अनुसार, प्रभावित मरीजों में हल्के लक्षण दिखाई दिए और उनका घर पर ही इलाज चल रहा है।
आंध्र प्रदेश में नए Covid-19 मामले
आंध्र प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सत्य कुमार यादव ने शुक्रवार को कहा कि पिछले 24 घंटों में राज्य में Covid-19 के चार मामलों की पुष्टि हुई है – तीन विशाखापत्तनम में और एक रायलसीमा क्षेत्र में। मंत्री ने कहा कि विजाग में एक महिला गुरुवार को पॉजिटिव पाई गई, इसके बाद उसके परिवार के सदस्य और एक पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल छात्र भी शुक्रवार को पॉजिटिव पाए गए। मंत्री के अनुसार, बंदरगाह शहर में पहले मामले का कोई यात्रा इतिहास नहीं था। उन्होंने जोर देकर कहा कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि राज्य पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने आगे कहा कि टेस्ट किट तैयार कर ली गई हैं और जिला स्वास्थ्य अधिकारियों को अन्य एहतियाती उपायों के अलावा सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।
NB.1.8.1, LF.7 वेरिएंट भारत में पाए गए
भारतीय SARS-CoV-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (INSACOG) के आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल में तमिलनाडु में NB.1.8.1 का एक मामला और मई में गुजरात में LF.7 के चार मामले सामने आए। भारत में, सबसे आम वेरिएंट JN.1 बना हुआ है, जिसमें टेस्ट किए गए नमूनों का 53 प्रतिशत शामिल है, इसके बाद BA.2 (26 प्रतिशत) और अन्य ओमिक्रॉन सबलाइनेज (20 प्रतिशत) हैं।
कोरोना के नये वैरिएंट NB-1.8.1 और LF-7 से कितना खतरा
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) एलएफ.7 और एनबी.1.8.1 उप स्वरूप को निगरानी में रखे जाने वाले स्वरूप के रूप में वर्गीकृत करता है, न कि चिंताजनक स्वरूप के रूप में. लेकिन ये वे स्वरूप हैं जिनकी वजह से चीन और एशिया के कुछ हिस्सों में कोविड के मामलों में कथित तौर पर वृद्धि हो रही है. दो वैरिएंट को WHO ने कम सार्वजनिक स्वास्थ्य जोखिम वाला माना है. लेकिन इसके स्पाइक प्रोटीन म्यूटेशन जैसे ए435एस, वी445एच और टी478आई अन्य स्वरूप की तुलना में अधिक संक्रामकता वाला माना गया है.
JN.1 वेरिएंट क्या है और क्यों हो रही है चर्चा?
भारत में, सबसे आम स्वरूप जेएन.1 बना हुआ है. जांच किए गए नमूनों में इसके 53 प्रतिशत मामले शामिल हैं, इसके बाद बीए.2 (26 प्रतिशत) और अन्य ओमिक्रॉन सबलाइनेज (20 प्रतिशत) हैं. JN.1 वेरिएंट, ओमिक्रॉन के BA.2.86 सब-वेरिएंट का वंशज है और यह अगस्त 2023 में अमेरिका में पहली बार पाया गया था. इसकी खासियत ये है कि इसके लगभग 30 म्यूटेशन है. ये तेजी से फैलने की क्षमता रखता है. इसमें हल्के लेकिन संक्रमित करने वाले लक्षण दिखाई देते हैं. संक्रमण के साथ मृत्यु दर कम है.
JN.1 के प्रमुख लक्षण क्या हैं?
UK और WHO की रिपोर्ट्स के अनुसार, JN.1 से संक्रमित लोगों में निम्न लक्षण देखे जा सकते हैं:
- गले में खराश
- छींक आना
- बहती नाक
- खांसी
- नींद में कमी
- सिरदर्द और एंग्जाइटी
- मांसपेशियों में दर्द
- थकान और कमजोरी
ये लक्षण इन्फ्लूएंजा जैसे भी हो सकते हैं, इसलिए टेस्ट कराना जरूरी है. विशेषज्ञों का कहना है कि JN.1 की नैदानिक प्रोफ़ाइल अभी भी ओमिक्रॉन जैसी ही है.